उत्तराखंंड में बड़ा हादसा : चमोली में ट्रांसफार्मर फटने से नमामि गंगे प्रोजेक्ट साइट पर फैला करंट, 15 की मौत
चमोली. उत्तराखंड के चमोली में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया. अलकनंदा नदी के पास नमामि गंगे प्रोजेक्ट साइट पर कंरट लगने से अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है. कई लोग जख्मी हुए हैं. मृतक संख्या बढ़ सकती है. घायलों में कुछ की हालत गंभीर है.
डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल के अनुसार, एचटी लाइन टूटने के कारण दुर्घटना हुई है. दो घायलों को एयरलिफ्ट कर देहरादून लाया जा रहा है. पांच घायलों का चमोली में उपचार चल रहा है. मौके पर कुल 22 लोग उपस्थित थे. राज्य आपदा परिचालन केंद्र (एसडीआरएफ) की डीआइजी रिधिम अग्रवाल ने 15 की मौत की पुष्टि कर दी है.
उत्तराखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक वी मुरुगेसन ने बताया कि एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर और पांच होम गार्ड समेत लगभग 15 लोगों की मौत हो गई है. जांच जारी है. प्रथम दृष्टया पता चला है कि रेलिंग पर करंट था और जांच से आगे की जानकारी सामने आएगी.
मुख्यमंत्री धामी ने मजिस्ट्रियल जांच के दिए आदेश
चमोली हादसे पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह एक दुखद घटना है. जिला प्रशासन, पुलिस और एसडीआरएफ मौके पर पहुंच गए हैं. घायलों को हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है और हेलीकॉप्टर के जरिए एम्स ऋषिकेश में शिफ्ट किया जा रहा है. मजिस्ट्रियल जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं. उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि पीपलकोटी के चौकी प्रभारी समेत अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है.
कैसे हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, अलकनंदा नदी के तट पर एक ट्रांसफार्मर में ब्लास्ट हुआ जिसके बाद तारों के टूटकर गिरने से एक पुल में करंट आ गया. पुल नमामि गंगे परियोजना का हिस्सा है. बताया जा रहा है कि चमोली पुलिस को गांव से फोन आया था कि एक चौकीदार की करंट लगने से मौत हो गई है. जब पुलिस कर्मी ग्रामीणों के साथ पंचनामा के लिए गए, तो कई लोग बिजली की चपेट में आ गए और गंभीर रूप से घायल हो गए. उधर, हादसे से स्थानीय लोगों में गुस्सा है और वे ऊर्जा निगम विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है.