कम मतदान, भाजपा पहुंची चुनाव आयोग
डिजी लॉकर के डाक्यूमेंट्स मान्य करने की मांग
भोपाल। लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश में दो चरणों में हुए मतदान में कम रहे मतदान प्रतिशत ने चुनाव आयोग से लेकर राजनीतिक पार्टियों तक की चिंता बढ़ा दी है। राज्य में अब तक पिछले चुनाव के मुकाबले करीब 8 फीसदी कम मतदान रहा है। मतदाताओं की उदासीनता के चलते भाजपा ने चुनाव आयोग का दरवाजा भी खटखटाया है। दूसरे चरण में खजुराहो, टीकमगढ़, दमोह, होशंगाबाद, रीवा और सतना में 58.35 फीसदी मतदान हुआ है। साल 2019 में इन सीटों पर 67 फीसदी मतदान हुआ था।
इस बार होशंगाबाद में सबसे ज्यादा 67.16 प्रतिशत मतदान हुआ। पहले चरण में 2019 की तुलना में 7.50 प्रतिशत मतदान हुआ। कम मतदान के पीछे शादी ब्याह और गर्मी वजह मानी जा रही है। इसके अलावा महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत भी कम हुआ है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपने निर्वाचन क्षेत्र खजुराहो में कम मतदान को लेकर आयोग में दस्तक दी है। शर्मा ने बताया कि डिजी लॉकर के डाक्यूमेंट्स मान्य नहीं करने से प्रतिशत कम हुआ है। उन्होंने दावा किया कि 5 प्रतिशत युवा बिना वोट किए ही बूथ से लौट गया। शर्मा ने अगले दो चरणों में डिजी लॉकर के डाक्यूमेंट्स मान्य करने की मांग की है।
मंत्री ने कांग्रेस को बताया जिम्मेदार
कम मतदान पर मंत्री प्रहलाद पटेल ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की निष्क्रियता के कारण कम मतदान हुआ। पटेल ने कम मतदान के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। अपने पुराने संसदीय क्षेत्र दमोह पहुंचे मंत्री पटेल ने कहा कि शादियों और गर्मी की वजह से मतदान कम हुआ है, लेकिन इलाके में कांग्रेस की निष्क्रियता की वजह से भी कम मतदान हुआ है। मंत्री पटेल ने फिर एक बार दावा किया है कि भाजपा प्रदेश में 29 की 29 सीटें जीत रही है।