दर्जनभर सीटों पर नए चेहरे तलाश रही भाजपा
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वर्तमान सांसदों पर संकट, कट सकते हैं टिकट
भोपाल। लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा प्रदेश में दर्जनभर सीटों पर नए चेहरों पर दाव खेलने की तैयारी कर रही है। इन सीटों में भाजपा संगठन द्वारा चिंहित सात वे सीटें भी हैं, जहां के वर्तमान सांसदों का प्रदर्शन कमजोर रहा है। इन सांसदों के टिकट कटने को तय माना जा रहा है।
भाजपा ने प्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत और दस फीसदी वोट प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य इस बार लोकसभा चुनाव में रखा है। इस लक्ष्य को पाने के लिए भाजपा पूरी तरह से मैदानी तैयारियों में जुटी है। इसके चलते राश्टीय नेताओं और प्रदेश संगठन की बैठकों में भाजपा ने कमजोर प्रदर्शन वाले सांसदों को भी चिंन्हित किया है। इनमें सात सांसदों को इस श्रेणी में रखा गया है। बताया जा रहा है कि कमजोर प्रदर्शन वाले सांसदों में भोपाल, भोपाल, सागर, रीवा, ग्वालियर, खरगोन, उज्जैन, राजगढ़ सांसद को चिन्हित किया गया है। इसके अलावा भिंड, मुरैना और मंडला सीटों पर भी भाजपा नए चेहरों की तलाश कर रही है। इनमें मुरैना और मंडला सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़वाया था, मुरैना सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर तो चुनाव जीत गए थे, लेकिन मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को हार का सामना करना पड़ा था। इन सीटों पर भाजपा अब चेहरे को तलाश रही है। इसी तरह छिंदवाड़ा में भी पार्टी नया चेहरा तलाश कर इस बार इस सीट पर कब्जा करने की रणनीति पर काम कर रही है। इसके चलते मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को जबलपुर संभाग का कलस्टर प्रभारी और छिंदवाड़ा सीट का पर्यवेक्षक बनाया गया है।
दोनों दल एक ही राह पर
लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल एक ही राह पर चलते नजर आ रहे हैं। अब तक दोनों दलों की तैयारियों में यही बात सामने आई है कि करीब 14 से 15 सीटों पर ये दल नए चेहरों को मौका देने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। कांग्रेस ने भी इतनी ही सीटों पर नए चेहरों खासकर युवाओं को मौका देने का मन बनाया है। वहीं भाजपा भी इसी राह पर चल रही है।
प्रत्याशियों पर हुआ मंथन
प्रदेश भाजपा कार्यालय में आज चुनाव समिति की बैठक हुई। बैठक में लोकसभा और राज्यसभा चुनाव की तैयारियों और प्रत्याशी चयन को लेकर चर्चा हुई। बैठक में मुख्यमंत्री डा मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा और चुनाव समिति की पदाधिकारी मौजूद रहे।
भोपाल। लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा प्रदेश में दर्जनभर सीटों पर नए चेहरों पर दाव खेलने की तैयारी कर रही है। इन सीटों में भाजपा संगठन द्वारा चिंहित सात वे सीटें भी हैं, जहां के वर्तमान सांसदों का प्रदर्शन कमजोर रहा है। इन सांसदों के टिकट कटने को तय माना जा रहा है।
भाजपा ने प्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत और दस फीसदी वोट प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य इस बार लोकसभा चुनाव में रखा है। इस लक्ष्य को पाने के लिए भाजपा पूरी तरह से मैदानी तैयारियों में जुटी है। इसके चलते राश्टीय नेताओं और प्रदेश संगठन की बैठकों में भाजपा ने कमजोर प्रदर्शन वाले सांसदों को भी चिंन्हित किया है। इनमें सात सांसदों को इस श्रेणी में रखा गया है। बताया जा रहा है कि कमजोर प्रदर्शन वाले सांसदों में भोपाल, भोपाल, सागर, रीवा, ग्वालियर, खरगोन, उज्जैन, राजगढ़ सांसद को चिन्हित किया गया है। इसके अलावा भिंड, मुरैना और मंडला सीटों पर भी भाजपा नए चेहरों की तलाश कर रही है। इनमें मुरैना और मंडला सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़वाया था, मुरैना सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर तो चुनाव जीत गए थे, लेकिन मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को हार का सामना करना पड़ा था। इन सीटों पर भाजपा अब चेहरे को तलाश रही है। इसी तरह छिंदवाड़ा में भी पार्टी नया चेहरा तलाश कर इस बार इस सीट पर कब्जा करने की रणनीति पर काम कर रही है। इसके चलते मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को जबलपुर संभाग का कलस्टर प्रभारी और छिंदवाड़ा सीट का पर्यवेक्षक बनाया गया है।
दोनों दल एक ही राह पर
लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल एक ही राह पर चलते नजर आ रहे हैं। अब तक दोनों दलों की तैयारियों में यही बात सामने आई है कि करीब 14 से 15 सीटों पर ये दल नए चेहरों को मौका देने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। कांग्रेस ने भी इतनी ही सीटों पर नए चेहरों खासकर युवाओं को मौका देने का मन बनाया है। वहीं भाजपा भी इसी राह पर चल रही है।
प्रत्याशियों पर हुआ मंथन
प्रदेश भाजपा कार्यालय में आज चुनाव समिति की बैठक हुई। बैठक में लोकसभा और राज्यसभा चुनाव की तैयारियों और प्रत्याशी चयन को लेकर चर्चा हुई। बैठक में मुख्यमंत्री डा मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा और चुनाव समिति की पदाधिकारी मौजूद रहे।