सेवानिवृत्त आईपीएस से ज्यादा वोट मिले सिपाही को
भोपाल। लोकसभा चुनाव में राजधानी भोपाल में दिलचस्प चुनाव परिणाम भी सामने आया। भाजपा के गढ़ वाली इस सीट पर भाजपा का कब्जा एक बार फिर बरकरार रहा। वहीं इस चुनाव में सेवानिवृत्त कर्मचारी भी मैदान में उतरे। इनमें एक आईपीएस रहे अधिकारी और दूसरा एक सिपाही था। चुनाव परिणाम जब सामने आया तो आईपीएस अधिकारी से ज्यादा वोट सिपाही को मिल गए। हालांकि दोनों के बीच मिले वोट का अंतर कोई ज्यादा नहीं है।
राजधानी भोपाल में लोकसभा चुनाव में कुल 22 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे। इनमें भाजपा और कांग्रेस के अलावा कुछ अन्य दलों के प्रत्याशियों के साथ-साथ निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में थे। इन प्रत्याशियों ने निर्दलीय रूप में सेवानिवृत्त आईपीएस मैथिलीशरण गुप्त भी मैदान में उतरे थे। राजधानी भोपाल में उन्हें उम्मीद थी कि पुलिसकर्मियों के अलावा अन्य कर्मचारियों को उन्हें साथ मिलेगा, मगर चुनाव परिणाम में ऐसा नजर नहीं आया। गुप्त के अलावा एक सेवानिवृत्त सिपाही भी चुनाव मैदान में उतारे थे। सिपाही बाबूलाल सेन चुनाव में मौलिक अधिकार पार्टी के प्रत्याशी के रूप में मैदान में थे। चुनाव परिणाम आया तो पता चला कि आईपीएस से ज्यादा वोट सिपाही को मिले हैं। गुप्त को सिर्फ कुल 448 वोट हासिल हुए। इसमें एक वोट पोस्टल वोट भी था। वहीं सिपाही सेन को 720 वोट हासिल हुए हैं, जिनमें 2 वोट पोस्टल बैलेट से भी उन्हें मिले हैं। कुल मिलाकर दोनों ही तरह के वोटों में सिपाही को सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी से ज्यादा वोट हासिल हुए हैं।
गौरतलब है कि 1984 बैच के आईपीएस मैथिलीशरण गुप्त 2021 में स्पेशल डीजी पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। इस बार उन्होंने अचानक चुनाव मैदान में उतरने का मन बनाया। भोपाल के अलावा बनारस से भी उन्होंने चुनाव लड़ने की बात कही थी, मगर बाद में सिर्फ भोपाल से ही वे चुनाव मैदान में उतरे थे।