कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष बनने लगने लगे कयास
अजय सिंह, बाला बच्चन के नाम आए सामने, उमंग भी हुए सक्रिय
भोपाल। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस में अब हार के कारणों को जानने मंथन ष्शुरू हो गया है। इस बीच जीत कर आए विधायकों में नेता प्रतिपक्ष बनने की होड़ भी लगी नजर आ रही है। खुलकर तो कोई कुछ कह नहीं रहा, मगर अपने-अपने तरीके से बात रखने से भी वे चूक नहीं रहे हैं।
विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद आज कांग्रेस के जीते और हारे विधानसभा प्रत्याशी भोपाल पहुंचे थे। जीतने वालों के चेहरों पर खुशी थी, तो हारे चेहरे मुरझाए नजर आ रहे थे। जीतकर आए विधायकों में से कुछ वरिष्ठ विधायकों और उनके समर्थकों में विपक्ष में बैठने वाली कांग्रेस में अगले नेता प्रतिपक्ष को लेकर भी सुगबुआहट तेज नजर आई। इसे लेकर अलग-अलग विधायक अपने कयास लगाते नजर आए। कुछ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को ही नेता प्रतिपक्ष बनने की बात कहते नजर आए तो कुछ का तर्क था कि पिछली बार दो पदों को लेकर उठे विवाद के चलते उन्हें यह पद छोड़ना पड़ा था। वहीं दूसरी और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के नाम की भी चर्चा रही। माना जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष डा गोविंद सिंह के चुनाव हार जाने के बाद सिंह समर्थक विधायक अजय सिंह का नाम आगे बढ़ा सकते हैं। जबकि कमलनाथ की ओर से बाला बच्चन का नाम आगे आ सकता है। इन नामों के अलावा रामनिवास रावत और आदिवासी नेतृत्व के चलते उमंग सिंघार का नाम भी लिया जा रहा है।
दिग्विजय से उमंग ने मांगी माफी
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने ट्वीट कर कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम कांग्रेस पार्टी के पक्ष में नहीं रहा। हम जनादेश का सम्मान करते है और चुनाव परिणाम को स्वीकार करते हैं। कमलनाथ जी एवं आदरणीय दिग्विजय सिंह जी के मार्गदर्शन में कांग्रेस पार्टी का हर एक कार्यकर्ता मज़बूती से चुनाव लड़ा। हम सब संगठित हैं, एक हैं एवं भविष्य की लड़ाई के लिए तैयार हैं। इसी के साथ ही उन्होंने लिखा की मैं यह भी कहना चाहूँगा की मेरे पूर्व के किसी भी आचरण से दिग्विजय सिंह जी के सम्मान में कोई भी ठेस पहुँची हो तो उसके लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूँ। गौरतलब है कि उमंग द्वारा तीन साल बाद इस तरह माफी मांगने को लेकर नेता प्रतिपक्ष बनने की राह को आसान करना है। उमंग सिंघार को यह पता है कि दिग्विजय सिंह के रहते हुए उन्हें यह पद नहीं मिलेगा। सिंह का पक्ष अजय सिंह और राजेन्द्र सिंह की ओर रहेगा। वहीं कमलनाथ खुद भी उमंग पर ज्यादा भरोसा नहीं जताएंगे, बल्कि वे बाला बच्चन का समर्थन करते नजर आएंगे।