शाह की चेतावनी धड़कने बढ़ा रही मंत्री, विधायकों की
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जीत ही नहीं लीड का पैमाने पर उतरना होगा खरा
भोपाल। प्रदेश के मंत्री, विधायकों की धड़कनें इन दिनों केन्द्रीय मंत्री अमित शाह की वोट प्रतिशत बढ़ाने को लेकर दी चेतावनी से बढ़ती नजर आ रही है। कल होने वाली मतगणना का इंतजार इन्हें भी है। एग्जिट पोल में भले ही पार्टी जीत रही हो, मगर मंत्री विधायकों को शाह की नसीहत याद आ रही है कि अगर लीड के पैमाने पर वे खरे नहीं उतरे तो रिपोर्ट कार्ड के अनुसार उनका भविश्य तय होगा।
लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों के मतदान के दौरान मतदान प्रतिशत कम रहा तो केन्द्रीय मंत्री अमित ष्शाह काफी नाराज नजर आए थे। उन्होंने पार्टी नेताओं खासकर मंत्री और विधायकों को याद दिलाया था कि पार्टी ने दस फीसदी मतदान बढ़ाने का फैसला चुनाव के पहले किया था। इसे लेकर उन्होंने मंत्री विधायकों को हिदायद भी दी थी कि अगर वे अपने-अपने क्षेत्रों में यह उपलब्धि हासिल नहीं कर पाए तो उनका पद खतरे में पड़ सकता है, खासकर मंत्रियों के लिए यह चेतावनी ष्शाह की थी। अब कल मंगलवार को नतीजे आने हैं। इसके पहले भाजपा विधायक और मंत्रियों की चिंता एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही है। इन विधायकों को जीत से ज्यादा जीत के अंतर की चिंता हो रही है। शाह की चेतावनी में साफ था कि प्रत्याशी की जीत ही काफी नहीं होगी, बल्कि मतदान प्रतिशत, पार्टी का वोट प्रतिशत, विधायक और मंत्रियों के क्षेत्र में मिली लीड के पैमाने पर इन्हें परखा जाएगा। इसी आधार पर उनका रिपोर्ट कार्ड तैयार होगा।
इसी के चलते पार्टी ने अब मतगणना के बाद एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में आकलन किया जाएगा कि पार्टी के दिए लक्ष्य पर कौन विधायक और मंत्री खरा उतरा है। विधायक से भी जवाब तलब किया जाएगा। अपने विधानसभा क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने वाले विधायकों को रिवॉर्ड भी मिल सकता है। इसी तरह मंत्रियों के साथ भी यही प्रक्रिया अपनाई जानी है। बताया जा रहा है कि कुछ मंत्रियों को पद भी गंवाना पड़ सकता है।
भोपाल। प्रदेश के मंत्री, विधायकों की धड़कनें इन दिनों केन्द्रीय मंत्री अमित शाह की वोट प्रतिशत बढ़ाने को लेकर दी चेतावनी से बढ़ती नजर आ रही है। कल होने वाली मतगणना का इंतजार इन्हें भी है। एग्जिट पोल में भले ही पार्टी जीत रही हो, मगर मंत्री विधायकों को शाह की नसीहत याद आ रही है कि अगर लीड के पैमाने पर वे खरे नहीं उतरे तो रिपोर्ट कार्ड के अनुसार उनका भविश्य तय होगा।
लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों के मतदान के दौरान मतदान प्रतिशत कम रहा तो केन्द्रीय मंत्री अमित ष्शाह काफी नाराज नजर आए थे। उन्होंने पार्टी नेताओं खासकर मंत्री और विधायकों को याद दिलाया था कि पार्टी ने दस फीसदी मतदान बढ़ाने का फैसला चुनाव के पहले किया था। इसे लेकर उन्होंने मंत्री विधायकों को हिदायद भी दी थी कि अगर वे अपने-अपने क्षेत्रों में यह उपलब्धि हासिल नहीं कर पाए तो उनका पद खतरे में पड़ सकता है, खासकर मंत्रियों के लिए यह चेतावनी ष्शाह की थी। अब कल मंगलवार को नतीजे आने हैं। इसके पहले भाजपा विधायक और मंत्रियों की चिंता एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही है। इन विधायकों को जीत से ज्यादा जीत के अंतर की चिंता हो रही है। शाह की चेतावनी में साफ था कि प्रत्याशी की जीत ही काफी नहीं होगी, बल्कि मतदान प्रतिशत, पार्टी का वोट प्रतिशत, विधायक और मंत्रियों के क्षेत्र में मिली लीड के पैमाने पर इन्हें परखा जाएगा। इसी आधार पर उनका रिपोर्ट कार्ड तैयार होगा।
इसी के चलते पार्टी ने अब मतगणना के बाद एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में आकलन किया जाएगा कि पार्टी के दिए लक्ष्य पर कौन विधायक और मंत्री खरा उतरा है। विधायक से भी जवाब तलब किया जाएगा। अपने विधानसभा क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने वाले विधायकों को रिवॉर्ड भी मिल सकता है। इसी तरह मंत्रियों के साथ भी यही प्रक्रिया अपनाई जानी है। बताया जा रहा है कि कुछ मंत्रियों को पद भी गंवाना पड़ सकता है।