परिणाम के बाद कांग्रेस की गठित होगी नई कार्यकारिणी
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नए और सक्रिय कार्यकर्ता को मिलेगा स्थान
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने अब लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद संगठन को मजबूत करने की कवायद तेज की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी अब अपनी नई कार्यकारिणी का गठन करेंगे। यह कार्यकारिणी छोटी होगी साथ ही नए और सक्रिय कार्यकर्ता को कार्यकारिणी में स्थान मिलेगा।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष पद पर जीतू पटवारी को कमान सौंपी थी। इसके बाद से वे अब तक कार्यकारिणी का गठन नहीं कर पाए थे। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा गठित कार्यकारिणी सदस्य और पदाधिकारी ही कार्य कर रहे थे। लोकसभा चुनाव को देखते हुए पटवारी ने पुराने सदस्यों के साथ ही काम करना उचित समझा था। अब जबकि लोकसभा चुनाव हो गए और चार जून को परिणाम भी आ जाएंगें। इसके बाद पटवारी ने अपनी नई कार्यकारिणी गठन के संकेत दिए हैं। वे इसके लिए दिल्ली में बड़े नेताओं से चर्चा भी कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली में नेताओं ने संगठन की मजबूती पर जोर देने को कहा है।
बताया जा रहा है कि पटवारी अपनी कार्यकारिणी में युवाओं को ज्यादा मौका देंगे। इसके अलावा कुछ वरिष्ठ नेताओं को भी पद दिए जा सकते हैं। कुल मिलाकर उन्होंने इस बात के संकेत दिए है कि मैदान में सक्रिय कार्यकर्ता को ही पद मिलेगा।
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने अब लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद संगठन को मजबूत करने की कवायद तेज की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी अब अपनी नई कार्यकारिणी का गठन करेंगे। यह कार्यकारिणी छोटी होगी साथ ही नए और सक्रिय कार्यकर्ता को कार्यकारिणी में स्थान मिलेगा।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष पद पर जीतू पटवारी को कमान सौंपी थी। इसके बाद से वे अब तक कार्यकारिणी का गठन नहीं कर पाए थे। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा गठित कार्यकारिणी सदस्य और पदाधिकारी ही कार्य कर रहे थे। लोकसभा चुनाव को देखते हुए पटवारी ने पुराने सदस्यों के साथ ही काम करना उचित समझा था। अब जबकि लोकसभा चुनाव हो गए और चार जून को परिणाम भी आ जाएंगें। इसके बाद पटवारी ने अपनी नई कार्यकारिणी गठन के संकेत दिए हैं। वे इसके लिए दिल्ली में बड़े नेताओं से चर्चा भी कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली में नेताओं ने संगठन की मजबूती पर जोर देने को कहा है।
बताया जा रहा है कि पटवारी अपनी कार्यकारिणी में युवाओं को ज्यादा मौका देंगे। इसके अलावा कुछ वरिष्ठ नेताओं को भी पद दिए जा सकते हैं। कुल मिलाकर उन्होंने इस बात के संकेत दिए है कि मैदान में सक्रिय कार्यकर्ता को ही पद मिलेगा।