कांग्रेसियों को भरोसा, सपा छोड़ेगी मैदान
0
बुधनी में बिगड़े समीकरण, सपा ने कहा जीतने के लिए हमने उतारा प्रत्याशी
भोपाल। प्रदेश में बुधनी और विजयपुर उपचुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों ने प्रत्याशी तय कर दिए हैं। इसके साथ ही दोनों ही दलों में विरोध के स्वर भी मुखर हुए हैं। वहीं समाजवादी पार्टी ने बुधनी में प्रत्याशी मैदान में उताकर कांग्रेस की राह में रोड़ा अटका दिया है। इंडिया गठबंधन तोड़ते हुए सपा द्वारा प्रत्याशी उतारने से कांग्रेस नेताओं की चिंता बढ़ी है। हालांकि कांग्रेस के कुछ नेताओं को उम्मीद है कि सपा अपने प्रत्याशी का नाम वापस ले लेगी। वहीं सपा ने स्पश्ट किया है कि बुधनी में वह प्रत्याशी नहीं हटाएगी।
उपचुनाव के लिए प्रत्याशी तय होते ही भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में नाराजगी देखने को मिली है। भाजपा में बुधनी से टिकट के दावेदार रहे राजेन्द्र सिंह राजपूत के समर्थक नाराज है। वे भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ सोशल मीडिया पर मोर्चा खोले हुए है। वहीं कार्यकर्ताओं की नाराजगी को देख खुद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मोर्चा संभालना पड़ा है। सूत्रों की माने तो उन्होंने नाराज नेताओं से चर्चा कर उन्हें ष्शांत रहने को कहा है। दूसरी और कांग्रेस में भी प्रत्याशी राजकुमार पटेल का विरोध है। उनके नाम की घोशणा के साथ ही अर्जुन आर्य ने पार्टी से इस्तीफा दिया और सपा का दामन थाम लिया। सपा ने भी आर्य को प्रत्याशी घोशित कर दिया। आर्य के सपा प्रत्याशी के रूप में नाम घोशित होने से कांग्रेस की चिंता बढ़ गई है। बुधनी में अब भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के बीच सीधा मुकाबला होने के बजाय त्रिकोणीय मुकाबला होता नजर आया है। इससे कांग्रेस ेनता चिंतित हुए हैं। कांग्रेस ने सपा नेताओं खासकर अपने राश्टीय नेतृत्व से कहकर सपा प्रत्याशी को मैदान छोड़ने के लिए मनाने की बात कही है। कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है कि सपा अपना प्रत्याशी मैदान छोड़ सकता है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी मुकेश नायक का कहना है कि सपा प्रत्याशी का नाम वापस होगा। सपा से बातचीत चल रही है। वहीं बुधनी विधानसभा सीट के लिए बनाई गई चुनाव समिति के सदस्य शैलेन्द्र पटेल का कहना है कि समाजवादी पार्टी से बातचीत करेंगे। हमें पूरी उम्मीद है कि इंडिया गठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगा। गठबंधन में फूट की बात को उन्होंने निराधार बताया। उन्होंने कहा कि टिकट फाइनल करने से पहले हमने मध्य प्रदेश समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष से राय ली थी।
विजयपुर में दे रहे समर्थन, बुधनी में हमें दें
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मनोज यादव ने कहा कि हम विजयपुर विधानसभा सीट पर गठबंधन के तहत प्रत्याशी नहीं उतार रहे हैं। हम वहां कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं। हमें प्रदेश में संगठन को मजबूत करना है। गठबंधन के तहत अपने बुधनी में प्रत्याशी उतारा है। कांग्रेस को यहां प्रत्याशी मैदान से हटाना चाहिए, हमें समर्थन देना चाहिए। हमने जीत और जनता की सेवा के लिए बुधनी में प्रत्याशी उतारा है। नाम वापस लेने का सवाल ही नहीं है।
फैसला अखिलेश यादव करेंगे
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता यश भारतीय का कहना है कि सपा ने बुधनी में भाजपा को हराने के लिए प्रत्याशी मैदान में उतारा है। अर्जुन आर्य पहले भी समाजवादी पार्टी से जुड़े रहे हैं। वे खातेगांव सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। किसान नेता के रूप में उनकी छवि है। इस बार पार्टी बुधनी में जीत के लिए मैदान में उतरी है। इंडिया गठबंधन में फूट और प्रत्याशी के नाम वापस लेने को लेकर उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को करना है। वे जो फैसला लेंगे, उसे प्रदेश संगठन स्वीकार करेगा। फिलहाल ऐसी कोई बात नहीं है।
भोपाल। प्रदेश में बुधनी और विजयपुर उपचुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों ने प्रत्याशी तय कर दिए हैं। इसके साथ ही दोनों ही दलों में विरोध के स्वर भी मुखर हुए हैं। वहीं समाजवादी पार्टी ने बुधनी में प्रत्याशी मैदान में उताकर कांग्रेस की राह में रोड़ा अटका दिया है। इंडिया गठबंधन तोड़ते हुए सपा द्वारा प्रत्याशी उतारने से कांग्रेस नेताओं की चिंता बढ़ी है। हालांकि कांग्रेस के कुछ नेताओं को उम्मीद है कि सपा अपने प्रत्याशी का नाम वापस ले लेगी। वहीं सपा ने स्पश्ट किया है कि बुधनी में वह प्रत्याशी नहीं हटाएगी।
उपचुनाव के लिए प्रत्याशी तय होते ही भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में नाराजगी देखने को मिली है। भाजपा में बुधनी से टिकट के दावेदार रहे राजेन्द्र सिंह राजपूत के समर्थक नाराज है। वे भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ सोशल मीडिया पर मोर्चा खोले हुए है। वहीं कार्यकर्ताओं की नाराजगी को देख खुद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मोर्चा संभालना पड़ा है। सूत्रों की माने तो उन्होंने नाराज नेताओं से चर्चा कर उन्हें ष्शांत रहने को कहा है। दूसरी और कांग्रेस में भी प्रत्याशी राजकुमार पटेल का विरोध है। उनके नाम की घोशणा के साथ ही अर्जुन आर्य ने पार्टी से इस्तीफा दिया और सपा का दामन थाम लिया। सपा ने भी आर्य को प्रत्याशी घोशित कर दिया। आर्य के सपा प्रत्याशी के रूप में नाम घोशित होने से कांग्रेस की चिंता बढ़ गई है। बुधनी में अब भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के बीच सीधा मुकाबला होने के बजाय त्रिकोणीय मुकाबला होता नजर आया है। इससे कांग्रेस ेनता चिंतित हुए हैं। कांग्रेस ने सपा नेताओं खासकर अपने राश्टीय नेतृत्व से कहकर सपा प्रत्याशी को मैदान छोड़ने के लिए मनाने की बात कही है। कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है कि सपा अपना प्रत्याशी मैदान छोड़ सकता है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी मुकेश नायक का कहना है कि सपा प्रत्याशी का नाम वापस होगा। सपा से बातचीत चल रही है। वहीं बुधनी विधानसभा सीट के लिए बनाई गई चुनाव समिति के सदस्य शैलेन्द्र पटेल का कहना है कि समाजवादी पार्टी से बातचीत करेंगे। हमें पूरी उम्मीद है कि इंडिया गठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगा। गठबंधन में फूट की बात को उन्होंने निराधार बताया। उन्होंने कहा कि टिकट फाइनल करने से पहले हमने मध्य प्रदेश समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष से राय ली थी।
विजयपुर में दे रहे समर्थन, बुधनी में हमें दें
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मनोज यादव ने कहा कि हम विजयपुर विधानसभा सीट पर गठबंधन के तहत प्रत्याशी नहीं उतार रहे हैं। हम वहां कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं। हमें प्रदेश में संगठन को मजबूत करना है। गठबंधन के तहत अपने बुधनी में प्रत्याशी उतारा है। कांग्रेस को यहां प्रत्याशी मैदान से हटाना चाहिए, हमें समर्थन देना चाहिए। हमने जीत और जनता की सेवा के लिए बुधनी में प्रत्याशी उतारा है। नाम वापस लेने का सवाल ही नहीं है।
फैसला अखिलेश यादव करेंगे
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता यश भारतीय का कहना है कि सपा ने बुधनी में भाजपा को हराने के लिए प्रत्याशी मैदान में उतारा है। अर्जुन आर्य पहले भी समाजवादी पार्टी से जुड़े रहे हैं। वे खातेगांव सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। किसान नेता के रूप में उनकी छवि है। इस बार पार्टी बुधनी में जीत के लिए मैदान में उतरी है। इंडिया गठबंधन में फूट और प्रत्याशी के नाम वापस लेने को लेकर उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को करना है। वे जो फैसला लेंगे, उसे प्रदेश संगठन स्वीकार करेगा। फिलहाल ऐसी कोई बात नहीं है।