कांग्रेस के नोटा अभियान ने भाजपा में बढ़ाई बेचैनी
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जोर पकड़ने लगा अभियान तो संघ प्रमुख का वीडियो किया वायरल
भोपाल। मध्यप्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के नामांकन वापस लेने के बाद कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने इंदौर में किसी को समर्थन ना देकर नोटा पर वोट करने की अपील मतदाताओं से की है। इस अपील का असर कितना होगा यह तो समय बताएगा, मगर प्रत्याशी ना होने के बाद भी कांग्रेस मैदान में आ गई है। इसके चलते भाजपा की बेचैनी भी बढ़ी है। भाजपा के वरिश्ठ नेता और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मामले को भांपते हुए सोशल मीडिया पर संघ प्रमुख का एक वीडियो वायरल कर अपील करनी पड़ी की हमारे हित में नहीं है नोटा विकल्प।
इंदौर लोकसभा सीट पर बिना प्रत्याशी के कांग्रेस चर्चा में आ गई है। दरअसल कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम द्वारा एनवक्त पर भाजपा नेताओं के साथ जिला निर्वाचन अधिकारी से नामांकन वापस लेने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और कांग्रेस के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया था। खजुराहो की तर्ज पर किसी अन्य प्रत्याशी को समर्थन देने के बजाया कांग्रेस ने सोची-समझी रणनीति के तहत यहां पर मतदाताओं से नोटा पर मतदान कराने की मांग करना उचित समझा। इसे लेकर दो दिन से कांग्रेस ने इंदौर संसदीय सीट पर बकायदा अभियान चलाया और जगह-जगह इसके पोस्टर भी चस्पा कर डाले। मामले को तूल पकड़ता देख और मतदाता के बीच कांग्रेस की बात जाती देख भाजपा भी अब अपने संघ और सहयोगी संगठनों के साथ मैदान में उतारकर नोटा अभियान का विरोध करती नजर आ रही है।
कांग्रेस ने लगाए पोस्टर
इंदौर की सड़कों पर ’संविधान बचाने’ और ’लोकतंत्र के साथ व्यापार करने वालों को सबक सिखाने’ के लिए नोटा वोट देने का आह्वान करने वाले पोस्टर और बैनर आम दृश्य बन गए हैं। भगवा पार्टी के गढ़ में इस तरह का ’नो-चॉइस’ अभियान अभूतपूर्व है, जहां भाजपा ने तीन दशकों से भारी अंतर से जीत हासिल की है। कांग्रेस रिकॉर्ड नोटा वोट की मांग कर रही है। कांग्रेस के इस अभियान को समर्थन भी मिला है और कुछ स्थानों पर विरोध भी हुआ है।
जवाब में भाजपा ने लगाए पोस्टर
कांग्रेस के अभियान का भाजपा ने भी जवाब दिया। भाजपा ने भी पोस्टर चस्पा करने शुरू किए हैं। इन पोस्टरों पर लिखा है, ’नोट चलाने वाले अब नोटा चला रहे हैं, राष्ट्रीय हित में मतदान करें।’
ताई के बयान के बाद जागी कांग्रेस
कांग्रेस प्रत्याशी के मैदान छोड़ने के बाद इंदौर से आठ बार सांसद रही ताई सुमित्रा महाजन के बयान के बाद कांग्रेस में नोटा को लेकर जोश जागा है। दरअसल ताई इस पूरे घटनाक्रम से खफ नजर आई थी। उन्होंने मीडिया में कहा था कि उन्हें इंदौर के प्रमुख लोगों के फोन आ रहे हैं, जो बम के कदम से नोटा पर विचार कर रहे हैं। ताई के इस कथन के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को नोटा अभियान चलाने का विचार आया और उन्होंने यह कदम उठाया। इसके बाद पूरी भाजपा इंदौर में बेचैन नजर आ रही है।
कैलाश ने कहा हमारे हित में नहीं है नोटा विकल्प
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उपलब्ध प्रत्याशियों में से सर्वाधिक योग्य को मत देना ही समझदारी है और नोटा का विकल्प हमारे हित में नहीं है। विजयवर्गीय ने अपने सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत का एक वीडियो पोस्ट किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा,‘‘परम आदरणीय सरसंघचालक मोहन भागवत ने नोटा को बहुत अच्छी तरह से समझाया है। लोकतंत्र में उपलब्ध प्रत्याशियों में से जो सर्वाधिक योग्य लगे, उसे अपना मत देने में ही समझदारी है। नोटा का विकल्प हमारे हित में नहीं है।
भोपाल। मध्यप्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के नामांकन वापस लेने के बाद कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने इंदौर में किसी को समर्थन ना देकर नोटा पर वोट करने की अपील मतदाताओं से की है। इस अपील का असर कितना होगा यह तो समय बताएगा, मगर प्रत्याशी ना होने के बाद भी कांग्रेस मैदान में आ गई है। इसके चलते भाजपा की बेचैनी भी बढ़ी है। भाजपा के वरिश्ठ नेता और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मामले को भांपते हुए सोशल मीडिया पर संघ प्रमुख का एक वीडियो वायरल कर अपील करनी पड़ी की हमारे हित में नहीं है नोटा विकल्प।
इंदौर लोकसभा सीट पर बिना प्रत्याशी के कांग्रेस चर्चा में आ गई है। दरअसल कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम द्वारा एनवक्त पर भाजपा नेताओं के साथ जिला निर्वाचन अधिकारी से नामांकन वापस लेने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और कांग्रेस के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया था। खजुराहो की तर्ज पर किसी अन्य प्रत्याशी को समर्थन देने के बजाया कांग्रेस ने सोची-समझी रणनीति के तहत यहां पर मतदाताओं से नोटा पर मतदान कराने की मांग करना उचित समझा। इसे लेकर दो दिन से कांग्रेस ने इंदौर संसदीय सीट पर बकायदा अभियान चलाया और जगह-जगह इसके पोस्टर भी चस्पा कर डाले। मामले को तूल पकड़ता देख और मतदाता के बीच कांग्रेस की बात जाती देख भाजपा भी अब अपने संघ और सहयोगी संगठनों के साथ मैदान में उतारकर नोटा अभियान का विरोध करती नजर आ रही है।
कांग्रेस ने लगाए पोस्टर
इंदौर की सड़कों पर ’संविधान बचाने’ और ’लोकतंत्र के साथ व्यापार करने वालों को सबक सिखाने’ के लिए नोटा वोट देने का आह्वान करने वाले पोस्टर और बैनर आम दृश्य बन गए हैं। भगवा पार्टी के गढ़ में इस तरह का ’नो-चॉइस’ अभियान अभूतपूर्व है, जहां भाजपा ने तीन दशकों से भारी अंतर से जीत हासिल की है। कांग्रेस रिकॉर्ड नोटा वोट की मांग कर रही है। कांग्रेस के इस अभियान को समर्थन भी मिला है और कुछ स्थानों पर विरोध भी हुआ है।
जवाब में भाजपा ने लगाए पोस्टर
कांग्रेस के अभियान का भाजपा ने भी जवाब दिया। भाजपा ने भी पोस्टर चस्पा करने शुरू किए हैं। इन पोस्टरों पर लिखा है, ’नोट चलाने वाले अब नोटा चला रहे हैं, राष्ट्रीय हित में मतदान करें।’
ताई के बयान के बाद जागी कांग्रेस
कांग्रेस प्रत्याशी के मैदान छोड़ने के बाद इंदौर से आठ बार सांसद रही ताई सुमित्रा महाजन के बयान के बाद कांग्रेस में नोटा को लेकर जोश जागा है। दरअसल ताई इस पूरे घटनाक्रम से खफ नजर आई थी। उन्होंने मीडिया में कहा था कि उन्हें इंदौर के प्रमुख लोगों के फोन आ रहे हैं, जो बम के कदम से नोटा पर विचार कर रहे हैं। ताई के इस कथन के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को नोटा अभियान चलाने का विचार आया और उन्होंने यह कदम उठाया। इसके बाद पूरी भाजपा इंदौर में बेचैन नजर आ रही है।
कैलाश ने कहा हमारे हित में नहीं है नोटा विकल्प
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उपलब्ध प्रत्याशियों में से सर्वाधिक योग्य को मत देना ही समझदारी है और नोटा का विकल्प हमारे हित में नहीं है। विजयवर्गीय ने अपने सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत का एक वीडियो पोस्ट किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा,‘‘परम आदरणीय सरसंघचालक मोहन भागवत ने नोटा को बहुत अच्छी तरह से समझाया है। लोकतंत्र में उपलब्ध प्रत्याशियों में से जो सर्वाधिक योग्य लगे, उसे अपना मत देने में ही समझदारी है। नोटा का विकल्प हमारे हित में नहीं है।