अंतरसिंह दरबार, पंकज सिंघवी ने हाथ छोड़ थामा कमल
कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा की ली सदस्यता
भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस को फिर झटका लगा है। इंदौर के दो बड़े कांग्रेसी नेता पंकज सिंघवी और अंतरसिंह दरबार सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा में शामिल हो गए. शुक्रवार को भोपाल में भाजपा कार्यालय में इन्हें सदस्यता दिलाई गई।
प्रदेश में कांग्रेस नेताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला जारी है। सुरेश पचौरी के बाद अब पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार व पंकज सिंघवी जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया। बता दें कि 2023 के विधानसभा चुनाव में अंतर सिंह दरबार ने कांग्रेस पार्टी से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने उन्हें लगातर तीन चुनाव हारने के कारण टिकट देने से मना कर दिया था। दरबार ने महू विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा। हालांकि हार का सामना करना पड़ा। वहीं, पंकज सिंघवी पिछला लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। कांग्रेस ने इंदौर से पंकज सिंघवी को उम्मीदवार बनाया था। पंकज इससे पहले 1998 में भाजपा की सुमित्रा महाजन के खिलाफ भी लोकसभा चुनाव हार चुके हैं। बता दें कि पंकज सिंघवी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी से नाराज चल रहे हैं। एक दिन पहले उन्होंने जीतू पटवारी को ही कांग्रेस छोड़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि भाजपा ही ऐसी पार्टी है जहां छोटे कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री बन दिया जाता है। भाजपा में आप लोग आ गए हैं, आपका पूरा ध्यान रखा जाएगा। प्रदेश में पूरे देश में सबसे ज्यादा कांग्रेसी कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं।