प्रदेश की छह सीटों पर थम गया चुनाव प्रचार
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19 को होगा मतदान, अंतिम दिन प्रत्याशियों ने लगाया जोर
भोपाल। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मध्य प्रदेश की 6 सीटों पर मतदान होना, जिसके लिए बुधवार शाम 6 बजे से चुनाव प्रचार का शोरगुल थम गया। मतदान के लिए प्रशासन से लेकर राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। इन सीटों में सबसे चर्चित छिंदवाड़ा लोकसभा सीट रही है। भाजपा ने चुनाव प्रचार सभी सीटों पर मजबूती से किया, लेकिन कांग्रेस इसमें थोड़ी पीछे दिखाई दी।
शुक्रवार 19 अप्रैल को प्रदेश की 6 लोकसभा सीटों में मतदान होना है. जिनमें छिंदवाड़ा, जबलपुर, सीधी, मंडला, बालाघाट और शहडोल की सीट शामिल है। 6 सीटों पर कुल 88 प्रत्याशी मैदान में हैं। छिंदवाड़ा में 15, मंडला में 14, बालाघाट में 13, जबलपुर में 19, शहडोल में 10 और सीधी में 17 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। पहले चरण के चुनाव के लिए सबसे ज्यादा घमासान छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर देखने को मिला है। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन आज बुधवार को सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के समर्थन में नेताओं ने सभाएं कर प्रचार किया।
बैहर, लांजी, पसरवाड़ा विस में दोपहर चार बजे तक मतदान
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि प्रदेश में 19 अप्रैल को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान प्रक्रिया चलेगी। बालाघाट संसदीय क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र बैहर, लांजी और परसवाड़ा के सभी मतदान केन्द्रों में सुबह 7 से दोपहर 4 बजे तक मतदान होगा। राजन ने बताया कि मतदान शुरू होने के डेढ़ घंटे पहले सुबह 5ः30 बजे मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। यह प्रक्रिया अभ्यर्थी या उसके अधिकृत एजेन्ट की उपस्थिति में होगी।
पटवारी का दावा छह में से चार पर जीतेगी कांग्रेस
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दावा किया कि इन 6 में 4 सीटें कांग्रेस जीतेगी, उन्होंने भाजपा पर शासन के दुरुपयोग के आरोप लगाये । पटवारी ने भाजपा सरकार पर धान बल का उपयोग करने, डराने धमकाने और शासन का दुरुपयोग करने के आरोप लगाये उन्होंने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे फुल टाइम छिंदवाड़ा में रहे, लोगों को डराते, धमकाते रहे, लोगों को नोटिस दिलवाते रहे, ये केवल छिंदवाड़ा में ही नहीं हुआ पूरे प्रदेश में हुआ।
भोपाल। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मध्य प्रदेश की 6 सीटों पर मतदान होना, जिसके लिए बुधवार शाम 6 बजे से चुनाव प्रचार का शोरगुल थम गया। मतदान के लिए प्रशासन से लेकर राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। इन सीटों में सबसे चर्चित छिंदवाड़ा लोकसभा सीट रही है। भाजपा ने चुनाव प्रचार सभी सीटों पर मजबूती से किया, लेकिन कांग्रेस इसमें थोड़ी पीछे दिखाई दी।
शुक्रवार 19 अप्रैल को प्रदेश की 6 लोकसभा सीटों में मतदान होना है. जिनमें छिंदवाड़ा, जबलपुर, सीधी, मंडला, बालाघाट और शहडोल की सीट शामिल है। 6 सीटों पर कुल 88 प्रत्याशी मैदान में हैं। छिंदवाड़ा में 15, मंडला में 14, बालाघाट में 13, जबलपुर में 19, शहडोल में 10 और सीधी में 17 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। पहले चरण के चुनाव के लिए सबसे ज्यादा घमासान छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर देखने को मिला है। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन आज बुधवार को सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के समर्थन में नेताओं ने सभाएं कर प्रचार किया।
बैहर, लांजी, पसरवाड़ा विस में दोपहर चार बजे तक मतदान
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि प्रदेश में 19 अप्रैल को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान प्रक्रिया चलेगी। बालाघाट संसदीय क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र बैहर, लांजी और परसवाड़ा के सभी मतदान केन्द्रों में सुबह 7 से दोपहर 4 बजे तक मतदान होगा। राजन ने बताया कि मतदान शुरू होने के डेढ़ घंटे पहले सुबह 5ः30 बजे मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। यह प्रक्रिया अभ्यर्थी या उसके अधिकृत एजेन्ट की उपस्थिति में होगी।
पटवारी का दावा छह में से चार पर जीतेगी कांग्रेस
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दावा किया कि इन 6 में 4 सीटें कांग्रेस जीतेगी, उन्होंने भाजपा पर शासन के दुरुपयोग के आरोप लगाये । पटवारी ने भाजपा सरकार पर धान बल का उपयोग करने, डराने धमकाने और शासन का दुरुपयोग करने के आरोप लगाये उन्होंने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे फुल टाइम छिंदवाड़ा में रहे, लोगों को डराते, धमकाते रहे, लोगों को नोटिस दिलवाते रहे, ये केवल छिंदवाड़ा में ही नहीं हुआ पूरे प्रदेश में हुआ।
छिंदवाड़ा, मंडला में दावप्रतिष्ठा पर
छिंदवाड़ा संसदीय सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की दाव प्रतिष्ठा पर लगी हुई है। उनके बेटे नकुलनाथ यहां कांग्रेस के प्रत्याशी है, जबकि भाजपा ने इस सीट पर जीत के लिए पूरी ताकत लगा दी है। भाजपा ने छिंदवाड़ा सीट पर जबरदस्त चक्रव्यूह तैयार करते हुए कमलनाथ का किला भेदने की भरपूर कोशिश की है। वहीं कमलनाथ भी पूरी ताकत से मैदान में डटे हैं। इसी तरह मंडला सीट पर केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का कड़ा मुकाबला कांग्रेस के ओंमकार सिंह मरकाम से है। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद इस बार यह चुनाव उनके लिए प्रतिष्ठा बन गया है। बालाघाट में बसपा प्रत्याशी कंकर मुंजारे के मैदान में होने से कांग्रेस कमजोर नजर आ रही है। यहां त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है। वहीं शहडोल और जबलपुर में भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला है। जबकि सीधी में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी के मैदान में उतरने से भाजपा-कांग्रेस के समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं।
छिंदवाड़ा संसदीय सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की दाव प्रतिष्ठा पर लगी हुई है। उनके बेटे नकुलनाथ यहां कांग्रेस के प्रत्याशी है, जबकि भाजपा ने इस सीट पर जीत के लिए पूरी ताकत लगा दी है। भाजपा ने छिंदवाड़ा सीट पर जबरदस्त चक्रव्यूह तैयार करते हुए कमलनाथ का किला भेदने की भरपूर कोशिश की है। वहीं कमलनाथ भी पूरी ताकत से मैदान में डटे हैं। इसी तरह मंडला सीट पर केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का कड़ा मुकाबला कांग्रेस के ओंमकार सिंह मरकाम से है। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद इस बार यह चुनाव उनके लिए प्रतिष्ठा बन गया है। बालाघाट में बसपा प्रत्याशी कंकर मुंजारे के मैदान में होने से कांग्रेस कमजोर नजर आ रही है। यहां त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है। वहीं शहडोल और जबलपुर में भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला है। जबकि सीधी में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी के मैदान में उतरने से भाजपा-कांग्रेस के समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं।