पति और पार्टी को लेकर दुविधा में कांग्रेस विधायक
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तीर्थ यात्रा पर पहुंची विधायक, रामलला के दर्शन करने अयोध्या भी जाएंगी
भोपाल। मध्यप्रदेश की बालाघाट से कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे अपने पति और पार्टी को लेकर दुविधा में हैं। उनके पति कंकर मुंजारे ने हाल ही में कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर पार्टी में शामिल होने के संकेत दिए हैं। वहीं बालाघाट से कांग्रेस के दुसरे दावेदारों के चलते पार्टी अभी यह तय नहीं कर पाई है कि किसे प्रत्याशी बनाया जाए। प्रत्याशी चयन के इस मामले में विधायक की परेशानी बढ़ गई है। इससे निजात पाने के लिए विधायक ने धार्मिक यात्रा पर वृंदावन, वाराणसी और अयोध्या जाना उचित समझा। वे इन दिनों वाराणसी में हैं। इसके बाद अयोध्या रामलाल के दर्शन करने जाएंगी। वे होली के बाद ही वापस अपने विधानसभा क्षेत्र लौटेंगी।
लोकसभा चुनाव में बालाघाट सीट पर टिकट को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के अलावा बालाघाट की विधायक अनुभा मुंजारे के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है। विधायक के पति और क्षेत्र के कद्दावर नेता कंकर मुंजारे इस बार कांग्रेस से टिकट की चाह रखते हैं। इसके चलते उनकी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार से भी चर्चा हो चुकी है। कंकर मुंजारे को उम्मीद है कि उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार बना सकती है। मगर उन्होंने अभी कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है। वे उम्मीदवार की घोषणा के बाद कांग्रेस में शामिल होने का मन बना चुके है। इस बीच बालाघाट सीट से पूर्व विधायक हिना कावरे भी दावेदारी कर रही है। उनका नाम भी इस सीट पर पैनल में है। मगर अभी तय नहीं है कि कांग्रेस किसे उम्मीदवार बनाएगी। मामले को उलझता देख कांग्रेस से दावेदारी कर रहे कंकर मुंजारे की पत्नी और बालाघाट से कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे की चिंता बढ़ गई। उनके सामने मुसीबत यह खड़ी हुई कि दावेदारी के इस दौर में वे किसके साथ नजर आएं। इसके चलते उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान मानी अपनी मन्नत पूरी करने का रास्ता निकाल लिया। इन दिनों वे मथुरा वृंदावन, वाराणसी और अयोध्या में रामलला के दर्शन करने जा पहुंची है। वृंदावन के बाद आज वे वाराणसी पहुंची है। इसके बाद उनका अयोध्या जाने का कार्यक्रम है। होलिका दहन के बाद ही वे अपने क्षेत्र बालाघाट पहुंचेंगी। उन्होंने बालाघाट क्षेत्र से दावेदारी के इस दौर में पति और पार्टी दोनों से एक तरह से दूरी बना ली है, मगर मन से तो वे चाहती है कि कांग्रेस उनके पति कंकर मुंजारे को टिकट दे।
कांग्रेस को होगा फायदा : अनुभा
विधायक अनुभा मुंजारे ने दूरभाष पर चर्चा के दौरान बताया कि मेरा तीर्थयात्रा का कार्यक्रम पहले से तय था। उसके चलते मैं यात्रा पर निकली हुं। विधानसभा चुनाव के दौरान ही मैंने यह यात्रा करने की मन्नत की थी, उसे पूरा करना था। आज मैं वाराणसी में हूं। उन्होंने कहा कि बालाघाट में उम्मीदवार का चयन करना कांग्रेस नेतृत्व का काम है। वैसे अगर कंकर मुंजारे के साथ समझौता होता है और कांग्रेस प्रत्याशी बनाती है, तो कांग्रेस को उसका फायदा मिलेगा। मैं अपना अनुभव बताती हूं, जब भी मैं अन्य दलों और निर्दलीय चुनाव लड़ी, हारी हूं। मगर इस बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ी, तो मैं जीती। मुंजारे परिवार का वोट बैंक और कांग्रेस का वोट बैंक मिलकर ही वहां प्रत्याशी की जीत तय कर सकता है। अगर कंकर मुंजारे को टिकट नहीं मिलता तो भी मैं कांग्रेस के साथ हूं, क्योंकि पार्टी की विधायक हूं। वैसे पार्टी को कंकर मुंजारे टिकट देना चाहिए, ताकि सीट पर जीत हासिल हो सकें। फिलहाल तो मेरी परीक्षा है, अब आगे देखें क्या होता है?
भोपाल। मध्यप्रदेश की बालाघाट से कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे अपने पति और पार्टी को लेकर दुविधा में हैं। उनके पति कंकर मुंजारे ने हाल ही में कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर पार्टी में शामिल होने के संकेत दिए हैं। वहीं बालाघाट से कांग्रेस के दुसरे दावेदारों के चलते पार्टी अभी यह तय नहीं कर पाई है कि किसे प्रत्याशी बनाया जाए। प्रत्याशी चयन के इस मामले में विधायक की परेशानी बढ़ गई है। इससे निजात पाने के लिए विधायक ने धार्मिक यात्रा पर वृंदावन, वाराणसी और अयोध्या जाना उचित समझा। वे इन दिनों वाराणसी में हैं। इसके बाद अयोध्या रामलाल के दर्शन करने जाएंगी। वे होली के बाद ही वापस अपने विधानसभा क्षेत्र लौटेंगी।
लोकसभा चुनाव में बालाघाट सीट पर टिकट को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के अलावा बालाघाट की विधायक अनुभा मुंजारे के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है। विधायक के पति और क्षेत्र के कद्दावर नेता कंकर मुंजारे इस बार कांग्रेस से टिकट की चाह रखते हैं। इसके चलते उनकी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार से भी चर्चा हो चुकी है। कंकर मुंजारे को उम्मीद है कि उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार बना सकती है। मगर उन्होंने अभी कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है। वे उम्मीदवार की घोषणा के बाद कांग्रेस में शामिल होने का मन बना चुके है। इस बीच बालाघाट सीट से पूर्व विधायक हिना कावरे भी दावेदारी कर रही है। उनका नाम भी इस सीट पर पैनल में है। मगर अभी तय नहीं है कि कांग्रेस किसे उम्मीदवार बनाएगी। मामले को उलझता देख कांग्रेस से दावेदारी कर रहे कंकर मुंजारे की पत्नी और बालाघाट से कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे की चिंता बढ़ गई। उनके सामने मुसीबत यह खड़ी हुई कि दावेदारी के इस दौर में वे किसके साथ नजर आएं। इसके चलते उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान मानी अपनी मन्नत पूरी करने का रास्ता निकाल लिया। इन दिनों वे मथुरा वृंदावन, वाराणसी और अयोध्या में रामलला के दर्शन करने जा पहुंची है। वृंदावन के बाद आज वे वाराणसी पहुंची है। इसके बाद उनका अयोध्या जाने का कार्यक्रम है। होलिका दहन के बाद ही वे अपने क्षेत्र बालाघाट पहुंचेंगी। उन्होंने बालाघाट क्षेत्र से दावेदारी के इस दौर में पति और पार्टी दोनों से एक तरह से दूरी बना ली है, मगर मन से तो वे चाहती है कि कांग्रेस उनके पति कंकर मुंजारे को टिकट दे।
कांग्रेस को होगा फायदा : अनुभा
विधायक अनुभा मुंजारे ने दूरभाष पर चर्चा के दौरान बताया कि मेरा तीर्थयात्रा का कार्यक्रम पहले से तय था। उसके चलते मैं यात्रा पर निकली हुं। विधानसभा चुनाव के दौरान ही मैंने यह यात्रा करने की मन्नत की थी, उसे पूरा करना था। आज मैं वाराणसी में हूं। उन्होंने कहा कि बालाघाट में उम्मीदवार का चयन करना कांग्रेस नेतृत्व का काम है। वैसे अगर कंकर मुंजारे के साथ समझौता होता है और कांग्रेस प्रत्याशी बनाती है, तो कांग्रेस को उसका फायदा मिलेगा। मैं अपना अनुभव बताती हूं, जब भी मैं अन्य दलों और निर्दलीय चुनाव लड़ी, हारी हूं। मगर इस बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ी, तो मैं जीती। मुंजारे परिवार का वोट बैंक और कांग्रेस का वोट बैंक मिलकर ही वहां प्रत्याशी की जीत तय कर सकता है। अगर कंकर मुंजारे को टिकट नहीं मिलता तो भी मैं कांग्रेस के साथ हूं, क्योंकि पार्टी की विधायक हूं। वैसे पार्टी को कंकर मुंजारे टिकट देना चाहिए, ताकि सीट पर जीत हासिल हो सकें। फिलहाल तो मेरी परीक्षा है, अब आगे देखें क्या होता है?