परिणाम तय करेंगे विधायकों, मंत्रियों की जिम्मेदारी
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भाजपा ने मतगणना के बाद बैठक बुलाने की कर ली तैयारी
भोपाल। प्रदेश में भले ही एग्जिट पोल में भाजपा को आगे बताया गया है, मगर विधायकों, मंत्रियों और अन्य पदाधिकारियों की चिंता कम नहीं हुई है। भाजपा ने चुनाव परिणाम के बाद सभी का आकलन करने के लिए एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में विधायकों, मंत्रियों के उनके क्षेत्रों में विधानसभा चुनाव परिणाम से लोकसभा चुनाव परिणाम का आकलन किया जाएगा। इसके बाद उनकी परफार्मेंस रिपोर्ट तैयार होगी।
एग्जिट पोल में प्रदेश में मिल रही जीत के बाद भी भाजपा संगठन शांत नहीं बैठने वाला है। संगठन ने विधायकों और मंत्रियों के अलावा चुनाव प्रबंध समिति के पदाधिकारियों के साथ मिलकर हर एक की भूमिका की समीक्षा करने का फैसला लिया है। इसे लेकर संगठन ने मतगणना के बाद एक बैठक बुलाने का फैसला लिया है। इस बैठक में सभी का परफार्मेंस देखा जाएगा। बताया जा रहा है कि बैठक में विधायकों और मंत्रियों के क्षेत्रों में लोकसभा चुनाव के परिणामों की तुलना पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों से की जाएगी। देखा जाएगा कि 2023 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणामों की तुलना में 2024 के लोकसभा चुनाव का परिणाम कैसा रहा है। खासतौर से पिछले चुनावों में पार्टी को जिन बूथों पर हार का सामना करना पड़ा था, उन पर कितना सुधार इस चुनाव में हुआ है। इन बूथों पर कितने फीसदी वोट प्रतिशत में बढ़ोत्तरी हुई है। यदि पिछले चुनाव के मुकाबले बेहतर रिजल्ट नहीं आया, तो क्षेत्र के विधायक, मंत्रियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
गौरतलब है कि इस बैठक के पहले भाजपा ने बूथों से जानकारी बुला ली है। इसके अलावा लोकसभा चुनाव के लिए नियुक्त किए गए विस्तारकों से भी जानकारी हासिल कर ली है। इस सबके बाद भाजपा संगठन ने दावा किया है कि भाजपा को 80 फीसदी बूथों पर जीत हासिल हो रही है। हालांकि भाजपा संगठन एक बार फिर बैठक में परिणामों का आकलन बूथ स्तर पर भी करने की तैयारी कर रहा है। परिणाम आने के बाद वह एक बार फिर प्रत्येक बूथ आकलन परिणामों से करेगा।
भोपाल। प्रदेश में भले ही एग्जिट पोल में भाजपा को आगे बताया गया है, मगर विधायकों, मंत्रियों और अन्य पदाधिकारियों की चिंता कम नहीं हुई है। भाजपा ने चुनाव परिणाम के बाद सभी का आकलन करने के लिए एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में विधायकों, मंत्रियों के उनके क्षेत्रों में विधानसभा चुनाव परिणाम से लोकसभा चुनाव परिणाम का आकलन किया जाएगा। इसके बाद उनकी परफार्मेंस रिपोर्ट तैयार होगी।
एग्जिट पोल में प्रदेश में मिल रही जीत के बाद भी भाजपा संगठन शांत नहीं बैठने वाला है। संगठन ने विधायकों और मंत्रियों के अलावा चुनाव प्रबंध समिति के पदाधिकारियों के साथ मिलकर हर एक की भूमिका की समीक्षा करने का फैसला लिया है। इसे लेकर संगठन ने मतगणना के बाद एक बैठक बुलाने का फैसला लिया है। इस बैठक में सभी का परफार्मेंस देखा जाएगा। बताया जा रहा है कि बैठक में विधायकों और मंत्रियों के क्षेत्रों में लोकसभा चुनाव के परिणामों की तुलना पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों से की जाएगी। देखा जाएगा कि 2023 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणामों की तुलना में 2024 के लोकसभा चुनाव का परिणाम कैसा रहा है। खासतौर से पिछले चुनावों में पार्टी को जिन बूथों पर हार का सामना करना पड़ा था, उन पर कितना सुधार इस चुनाव में हुआ है। इन बूथों पर कितने फीसदी वोट प्रतिशत में बढ़ोत्तरी हुई है। यदि पिछले चुनाव के मुकाबले बेहतर रिजल्ट नहीं आया, तो क्षेत्र के विधायक, मंत्रियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
गौरतलब है कि इस बैठक के पहले भाजपा ने बूथों से जानकारी बुला ली है। इसके अलावा लोकसभा चुनाव के लिए नियुक्त किए गए विस्तारकों से भी जानकारी हासिल कर ली है। इस सबके बाद भाजपा संगठन ने दावा किया है कि भाजपा को 80 फीसदी बूथों पर जीत हासिल हो रही है। हालांकि भाजपा संगठन एक बार फिर बैठक में परिणामों का आकलन बूथ स्तर पर भी करने की तैयारी कर रहा है। परिणाम आने के बाद वह एक बार फिर प्रत्येक बूथ आकलन परिणामों से करेगा।