भाजपा ने सीटें तो सभी जीते, वोट प्रतिशत मात्र 1.27 ही बढ़ा
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कांग्रेस का वोट दो फीसदी घटा वोट प्रतिशत
भोपाल। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की सभी सीटें जीतते हुए दस फीसदी वोट बढ़ाने का लक्ष्य रखा था, मगर वह सीटें जीतने में तो कामयाब हो गई, लेकिन वोट प्रतिशत बढ़ाने में उसे कामयाबी हासिल नहीं हुई। वहीं कांग्रेस का पिछले लोकसभा चुनाव 2019 की तुलना में दो प्रतिशत वोट कम हुआ है। साथ ही उसे एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई।
प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा ने सभी 29 सीटें जीतते हुए दस फीसदी वोट बढ़ाने का लक्ष्य तय कर बूथ पर कार्यकर्ता को सक्रिय किया था। चुनाव परिणाम के बाद जो आंकड़े सामने आए हैं इससे साफ है कि भाजपा सभी 29 सीटें तो जीती मगर उसका वोट प्रशित लक्ष्य के अनुरूप नहीं बढ़ा है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को 58 फीसदी वोट हासिल हुए थे, जबकि इस बार चुनाव में भाजपा को 59.27 प्रतिशत वोट मिले हैं। इसी तरह कांग्रेस को पिछले चुनाव में 34.50 फीसदी वोट हासिल हुआ था। इस चुनाव में कांग्रेस छिंदवाड़ा सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब रही थी। इस बार हुए चुनाव में कांग्रेस को प्रदेश में कभी भी जीत हासिल नहीं हुई, साथ ही उसका वोट प्रतिशत घिसकर 32.44 प्रतिशत रह गया है।
नोटा को मिले 1.41 फीसदी वोट
प्रदेश में इस बार नोटा को मिले वोटों में इंदौर ने देश में इतिहास रचा है। इंदौर में दो लाख से ज्यादा लोगों ने नोटा पर वोट किया। वहीं देखा जाए तो पिछले चुनाव में प्रदेश में नोटा को 0.66 वोट हासिल हुए थे। जबकि इस बार नोटा को प्रदेश में 1.41 फीसदी वोट हासिल हुए हैं। पिछले चुनाव में पूरे प्रदेश में 3 लाख 40 हजार 984 वोट नोटा को मिले थे। जबकि इस बार नोटा को सिर्फ इंदौर में 2 लाख 18 हजार 674 वोट मिले हैं।
भोपाल। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की सभी सीटें जीतते हुए दस फीसदी वोट बढ़ाने का लक्ष्य रखा था, मगर वह सीटें जीतने में तो कामयाब हो गई, लेकिन वोट प्रतिशत बढ़ाने में उसे कामयाबी हासिल नहीं हुई। वहीं कांग्रेस का पिछले लोकसभा चुनाव 2019 की तुलना में दो प्रतिशत वोट कम हुआ है। साथ ही उसे एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई।
प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा ने सभी 29 सीटें जीतते हुए दस फीसदी वोट बढ़ाने का लक्ष्य तय कर बूथ पर कार्यकर्ता को सक्रिय किया था। चुनाव परिणाम के बाद जो आंकड़े सामने आए हैं इससे साफ है कि भाजपा सभी 29 सीटें तो जीती मगर उसका वोट प्रशित लक्ष्य के अनुरूप नहीं बढ़ा है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को 58 फीसदी वोट हासिल हुए थे, जबकि इस बार चुनाव में भाजपा को 59.27 प्रतिशत वोट मिले हैं। इसी तरह कांग्रेस को पिछले चुनाव में 34.50 फीसदी वोट हासिल हुआ था। इस चुनाव में कांग्रेस छिंदवाड़ा सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब रही थी। इस बार हुए चुनाव में कांग्रेस को प्रदेश में कभी भी जीत हासिल नहीं हुई, साथ ही उसका वोट प्रतिशत घिसकर 32.44 प्रतिशत रह गया है।
नोटा को मिले 1.41 फीसदी वोट
प्रदेश में इस बार नोटा को मिले वोटों में इंदौर ने देश में इतिहास रचा है। इंदौर में दो लाख से ज्यादा लोगों ने नोटा पर वोट किया। वहीं देखा जाए तो पिछले चुनाव में प्रदेश में नोटा को 0.66 वोट हासिल हुए थे। जबकि इस बार नोटा को प्रदेश में 1.41 फीसदी वोट हासिल हुए हैं। पिछले चुनाव में पूरे प्रदेश में 3 लाख 40 हजार 984 वोट नोटा को मिले थे। जबकि इस बार नोटा को सिर्फ इंदौर में 2 लाख 18 हजार 674 वोट मिले हैं।