पिछले चुनाव की तुलना में 8 फीसदी कम हुआ मतदान
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भोपाल। राज्य में पहले चरण में छह लोकसभा सीटों के लिए हुआ मतदान पिछले चुनाव 2019 की तुलना में 8 फीसदी कम रहा है। चुनाव आयोग इसे तेज गर्मी के चलते कम होना मान रहा है। वहीं राजनीतिक दल इसकी समीक्षा कर रहे हैं।
प्रदेश में पहले चरण के रण में 6 लोकसभा सीटों सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा में मतदान हुआ। राजनीतिक दलों के साथ निर्वाचन आयोग के मतदान बढ़ाने के प्रयासों के बाद भी मतदान का प्रतिशत 2019 की तुलना में 8 फीसदी कम 67.04 फीसदी ही रहा। 2019 के लोकसभा चुनाव में इन्हीं 6 सीटों पर 75.07 फीसदी मतदान हुआ था। सबसे ज्यादा वोटिंग छिंदवाड़ा में 79.18 फीसदी और सीधी में सबसे कम 55.19 फीसदी हुई है। यहां भी 2019 की तुलना में मतदान कम है। छिंदवाड़ा में 3.21 फीसदी तो सीधी में 13.31 फीसदी कम मतदान हुआ है। शहडोल में 11 फीसदी तो जबलपुर में 8.91 फीसदी कम मतदान हुआ है। मतदान कम होने का कारण राजनीतिक दल मतदाताओं की उदासीनता को बता रहे हैं। निर्वाचन आयोग गर्मी के कारण मतदान कम होने की बात कह रहा है। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन का कहना है कि गर्मी के कारण मतदान कम हुआ है। प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ।
भाजपा नेताओं की बढ़ी चिंता
प्रदेश के छह संसदीय क्षेत्रों में कम मतदान होने से भाजपा की चिंता ब़ढ़ी है। सीधी में पिछले चुनाव की तुलना में 13 फीसदी वोट कम हुआ है। जबकि छिंदवाड़ा में 7 फीसदी, बालाघाट में 4.7 फीसदी, जबलपुर में 8.84, मंडला में 5.3 फीसदी, शहडोल में 11.03 फीसदी मतदान कम हुआ है। भाजपा ने कम मतदान को देखते हुए अब फिर से बूथ मैंनजमेंट पर फोकस करने की रणनीति तय की है। कार्यकर्ता को हर बूथ पर सक्रिय करने और घर-घर जाकर मतदाता को घरों से निकालने पर जोर देने की रणनीति पर अगले चरणों में काम करने पर फोकस किया है।
प्रदेश में पहले चरण के रण में 6 लोकसभा सीटों सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा में मतदान हुआ। राजनीतिक दलों के साथ निर्वाचन आयोग के मतदान बढ़ाने के प्रयासों के बाद भी मतदान का प्रतिशत 2019 की तुलना में 8 फीसदी कम 67.04 फीसदी ही रहा। 2019 के लोकसभा चुनाव में इन्हीं 6 सीटों पर 75.07 फीसदी मतदान हुआ था। सबसे ज्यादा वोटिंग छिंदवाड़ा में 79.18 फीसदी और सीधी में सबसे कम 55.19 फीसदी हुई है। यहां भी 2019 की तुलना में मतदान कम है। छिंदवाड़ा में 3.21 फीसदी तो सीधी में 13.31 फीसदी कम मतदान हुआ है। शहडोल में 11 फीसदी तो जबलपुर में 8.91 फीसदी कम मतदान हुआ है। मतदान कम होने का कारण राजनीतिक दल मतदाताओं की उदासीनता को बता रहे हैं। निर्वाचन आयोग गर्मी के कारण मतदान कम होने की बात कह रहा है। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन का कहना है कि गर्मी के कारण मतदान कम हुआ है। प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ।
भाजपा नेताओं की बढ़ी चिंता
प्रदेश के छह संसदीय क्षेत्रों में कम मतदान होने से भाजपा की चिंता ब़ढ़ी है। सीधी में पिछले चुनाव की तुलना में 13 फीसदी वोट कम हुआ है। जबकि छिंदवाड़ा में 7 फीसदी, बालाघाट में 4.7 फीसदी, जबलपुर में 8.84, मंडला में 5.3 फीसदी, शहडोल में 11.03 फीसदी मतदान कम हुआ है। भाजपा ने कम मतदान को देखते हुए अब फिर से बूथ मैंनजमेंट पर फोकस करने की रणनीति तय की है। कार्यकर्ता को हर बूथ पर सक्रिय करने और घर-घर जाकर मतदाता को घरों से निकालने पर जोर देने की रणनीति पर अगले चरणों में काम करने पर फोकस किया है।