बुधनी, विजयपुर में लागू हुई आचार संहिता
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भोपाल। प्रदेश के विजयपुर और बुधनी में उपचुनाव होने जा रहे है। उपचुनाव की तारीखों की घोषणा चुनाव आयोग द्वारा कर दी गई है। चुनाव अगले महीने 13 नवंबर को होंगे। जिसके नतीजे 23 नवम्बर को जारी किए जाएंगे। मध्य प्रदेश में एक बार फिर चुनाव बिगुल बजने के बाद दोनों जगहों पर आचार संहिता लागू कर दी गई है।
आचार संहिता लागू करने को लेकर मध्य प्रदेश निर्वाचन सदन के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह ने आज राजधानी भोपाल के अरेरा हिल्स स्थित दफ्तर में प्रेस कांफ्रेंस कर चुनाव से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने श्योपुर जिले की 2-विजयपुर विधानसभा और सीहोर जिले की 156- बुदनी विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उप चुनाव के लिए 15 अक्टूबर को तारीख की घोषणा की गई। उप चुनाव के तारीखों की घोषणा के साथ ही श्योपुर और सीहोर जिले में आदर्श आचार संहिता प्रभावशील हो गई है। आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन कराया जाएगा। इतना ही नहीं नियमों के उल्लंघन में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
28 अक्टूबर तक भरे जाएंगे नामांकन
आचार संहिता लागू करने को लेकर मध्य प्रदेश निर्वाचन सदन के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह ने आज राजधानी भोपाल के अरेरा हिल्स स्थित दफ्तर में प्रेस कांफ्रेंस कर चुनाव से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने श्योपुर जिले की 2-विजयपुर विधानसभा और सीहोर जिले की 156- बुदनी विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उप चुनाव के लिए 15 अक्टूबर को तारीख की घोषणा की गई। उप चुनाव के तारीखों की घोषणा के साथ ही श्योपुर और सीहोर जिले में आदर्श आचार संहिता प्रभावशील हो गई है। आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन कराया जाएगा। इतना ही नहीं नियमों के उल्लंघन में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
28 अक्टूबर तक भरे जाएंगे नामांकन
8 अक्टूबर गजट नोटिफिकेशन
25 अक्टूबर नाम निर्देशन भरने की अंतिम तारीख
28 अक्टूबर नाम निर्देशन की संवीक्षा
30 अक्टूबर नाम वापसी की अंतिम तारीख
13 नवंबर मतदान दिवस
23 नवंबर मतगणना दिवस
बैलेट पेपर से मतदान कराने की मांग
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह ने आज राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में कांग्रेस के चुनाव संबंधी कार्य देख रहे जेपी धनोपिया ने बैठक में यह प्रस्ताव रखा कि बुधनी और विजयपुर उपचुनावों को पोस्टल बैलेट के जरिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में आयोजित किया जाए। उनका कहना था कि इससे चुनावी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुलभ बनाया जा सकेगा। इस मांग का समर्थन बसपा और आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधियों ने भी किया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखबीर सिंह ने इस मांग को भारत निर्वाचन आयोग को भेजने का आश्वासन दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस विषय पर निर्णय आयोग द्वारा ही लिया जाएगा।