शिवराज, भूपेन्द्र सिंह और गोपाल भार्गव से सीखें जो पार्टी के साथ खड़े हैं
0
कांग्रेस विधायक की पार्टी छोड़ने वालों को सलाह
भोपाल। लोकसभा चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में ष्शामिल हुए कांग्रेस नेताओं को लेकर कांग्रेस के विधायक सुनील सराफ ने कांग्रेस नेताओं के सलाह दी है कि वे शिवराज सिंह चौहान, भूपेन्द्र सिंह और गोपाल भार्गव से सीखें जो पार्टी के साथ आज भी खड़े हैं।
छह बार के कांग्रेस के विधायक रामनिवास रावत के भाजपा में जाने के बाद अनूपपुर के कांग्रेस विधायक सुनील सराफ का यह बयान सामने आया है। वे ग्वालियर में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में इन दिनों प्रचार कर रहे हैं। सराफ ने कहा कि हकीकत यह है कि जब तक पतझड़ में पत्ते नहीं झड़ेंगे, तो नई उपले कहां से आएंगी। नई पत्तों को खिलना ही चाहिए। बहुत सारे युवा हैं, जो राजनीति की तरफ आना चाहते हैं। उन्हें भी मौका मिलना चाहिए। आज कांग्रेस पार्टी में 50 साल से ज्यादा उम्र नेता कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। युवाओं को आगे आने नहीं देते हैं। इन नेताओं को टिकट चाहिए, मंत्री पद चाहिए, सब कुछ इन नेताओं को ही चाहिए। उन्होंने कहा कि जब ये लोग जाएंगे, तभी तो नई ऊर्जा यानी युवा आगे आएगे। जब ये लोग पार्टी छोड़ देते हैं तो बड़े गंभीर आरोप लगाने लगते हैं। हकीकत यह है कि जो भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में जा रहा है या कहे दलबदलू है वह कभी बड़ा चेहरा नहीं हो सकता है। उसका कद बहुत छोटा हो गया है, इसलिए वह भाजपा में जा रहै हैं। कांग्रेस कभी दलबदल का काम नहीं करती है, हम लोग सेवा करने का काम करते हैं।
सराफ ने कांग्रेस पार्टी ने इन नेताओं को सब कुछ दिया। आज पार्टी का थोड़ा समय खराब आया तो उन्होंने अपना पाला बदल दिया। अब वह शिवराज सिंह के करीब आकर सीखेंगे या उनका क्या हश्र होगा यह उन्हें पता चल जाएगा। जो नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, उनकी क्या दुर्दशा है। फिर भी वह चले गए। सराफ ने पार्टी छोड़ कर जाने वाले नेताओं को सलाह दी है कि वह भाजपा के नेता खासकर शिवराज सिंह चौहान, भूपेंद्र सिंह, गोपाल भार्गव से सीखे जो पार्टी के साथ आज भी खड़े हैं।
भोपाल। लोकसभा चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में ष्शामिल हुए कांग्रेस नेताओं को लेकर कांग्रेस के विधायक सुनील सराफ ने कांग्रेस नेताओं के सलाह दी है कि वे शिवराज सिंह चौहान, भूपेन्द्र सिंह और गोपाल भार्गव से सीखें जो पार्टी के साथ आज भी खड़े हैं।
छह बार के कांग्रेस के विधायक रामनिवास रावत के भाजपा में जाने के बाद अनूपपुर के कांग्रेस विधायक सुनील सराफ का यह बयान सामने आया है। वे ग्वालियर में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में इन दिनों प्रचार कर रहे हैं। सराफ ने कहा कि हकीकत यह है कि जब तक पतझड़ में पत्ते नहीं झड़ेंगे, तो नई उपले कहां से आएंगी। नई पत्तों को खिलना ही चाहिए। बहुत सारे युवा हैं, जो राजनीति की तरफ आना चाहते हैं। उन्हें भी मौका मिलना चाहिए। आज कांग्रेस पार्टी में 50 साल से ज्यादा उम्र नेता कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। युवाओं को आगे आने नहीं देते हैं। इन नेताओं को टिकट चाहिए, मंत्री पद चाहिए, सब कुछ इन नेताओं को ही चाहिए। उन्होंने कहा कि जब ये लोग जाएंगे, तभी तो नई ऊर्जा यानी युवा आगे आएगे। जब ये लोग पार्टी छोड़ देते हैं तो बड़े गंभीर आरोप लगाने लगते हैं। हकीकत यह है कि जो भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में जा रहा है या कहे दलबदलू है वह कभी बड़ा चेहरा नहीं हो सकता है। उसका कद बहुत छोटा हो गया है, इसलिए वह भाजपा में जा रहै हैं। कांग्रेस कभी दलबदल का काम नहीं करती है, हम लोग सेवा करने का काम करते हैं।
सराफ ने कांग्रेस पार्टी ने इन नेताओं को सब कुछ दिया। आज पार्टी का थोड़ा समय खराब आया तो उन्होंने अपना पाला बदल दिया। अब वह शिवराज सिंह के करीब आकर सीखेंगे या उनका क्या हश्र होगा यह उन्हें पता चल जाएगा। जो नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, उनकी क्या दुर्दशा है। फिर भी वह चले गए। सराफ ने पार्टी छोड़ कर जाने वाले नेताओं को सलाह दी है कि वह भाजपा के नेता खासकर शिवराज सिंह चौहान, भूपेंद्र सिंह, गोपाल भार्गव से सीखे जो पार्टी के साथ आज भी खड़े हैं।