यूनेस्को के विश्व हेरिटेज सेंटर में प्रदेश के छह स्थान
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मुख्यमंत्री ने जताई खुशी, दी शुभकामनाएं
भोपाल। यूनेस्को के विश्व हेरिटेज सेंटर ने भारत की अस्थायी सूची में 6 और स्थानों को शामिल किया है। इसको लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर खुशी जताई है, साथ ही उन्होंने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं भी दी हैं
मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने अपनी पोस्ट में लिखा कि यूनेस्को के विश्व हेरिटेज सेंटर की ओर से भारत की अस्थाई सूची में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों से समृद्ध प्रदेश की 6 संपत्तियों का जोड़ा जाना, हमारे लिए गर्व और सम्मान का विषय है। प्रदेशवासियों को इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं।
गौरतलब है कि यूनेस्को में भारत के स्थाई प्रतिनिधिमंडल की तरफ से कहा गया है, कि हमें बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि भारत के मध्य प्रदेश से छह विरासत संपत्तियों के लिए दस्तावेज प्रस्तुत किए गए हैं। इसमें ग्वालियर किला, धमनार का ऐतिहासिक समूह, भोजेश्वर महादेव मंदिर भोजपुर, चंबल घाटी का रॉक कला स्थल, खूनी भंडारा बुरहानपुर और रामनगर मंडला का गोड स्मारक शामिल है। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि विश्व धरोहर सम्मेलन के परिचालन दिशानिर्देशों का अनुपालन करता है और उन्हें 14 मार्च को यूनेस्को के विश्व हेरिटेज सेंटर की ओर से भारत की अस्थायी सूची में जोड़ा गया है। यदि भविष्य में किसी संपति को नामांकित किया जाना है, तो विश्व धरोहर सूची में अंकित करने के लिए अस्थायी सूची में जोड़ना अनिवार्य है।
भोपाल। यूनेस्को के विश्व हेरिटेज सेंटर ने भारत की अस्थायी सूची में 6 और स्थानों को शामिल किया है। इसको लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर खुशी जताई है, साथ ही उन्होंने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं भी दी हैं
मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने अपनी पोस्ट में लिखा कि यूनेस्को के विश्व हेरिटेज सेंटर की ओर से भारत की अस्थाई सूची में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों से समृद्ध प्रदेश की 6 संपत्तियों का जोड़ा जाना, हमारे लिए गर्व और सम्मान का विषय है। प्रदेशवासियों को इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं।
गौरतलब है कि यूनेस्को में भारत के स्थाई प्रतिनिधिमंडल की तरफ से कहा गया है, कि हमें बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि भारत के मध्य प्रदेश से छह विरासत संपत्तियों के लिए दस्तावेज प्रस्तुत किए गए हैं। इसमें ग्वालियर किला, धमनार का ऐतिहासिक समूह, भोजेश्वर महादेव मंदिर भोजपुर, चंबल घाटी का रॉक कला स्थल, खूनी भंडारा बुरहानपुर और रामनगर मंडला का गोड स्मारक शामिल है। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि विश्व धरोहर सम्मेलन के परिचालन दिशानिर्देशों का अनुपालन करता है और उन्हें 14 मार्च को यूनेस्को के विश्व हेरिटेज सेंटर की ओर से भारत की अस्थायी सूची में जोड़ा गया है। यदि भविष्य में किसी संपति को नामांकित किया जाना है, तो विश्व धरोहर सूची में अंकित करने के लिए अस्थायी सूची में जोड़ना अनिवार्य है।