कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां रणनीति बनाकर प्रचार करने के लिए चुनावी अखाड़े में उतर चुकी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराने के लिए इंडिया गठबंधन ताल ठोक रहा है. इसी बीच सूत्रों के हवाले से जानकारी सामने आई है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगे. पिछले लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के आगे मल्लिकार्जुन टिक नहीं सके थे और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. वह इस समय राज्यसभा से सांसद हैं.
सूत्रों का कहना है कि मल्लिकार्जुन खरगे परंपरागत सीट कलबुर्गी (गुलबर्गा) से चुनाव नहीं लड़ेंगे. वह इस समय इंडिया गठबंधन में भी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं, लिहाजा उन्होंने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है. हालांकि उनसे जुड़े सूत्रों का दावा है कि पार्टी अगर कहेगी तो पीछे भी नहीं हटेंगे, लेकिन उनका फिलहाल चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है. खरगे गुलबर्गा लोकसभा सीट से दो बार जीत चुके हैं, लेकिन 2019 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
खरगे का राज्यसभा में कार्यकाल अभी चार साल से अधिक बचा हुआ है. उनके बेटे प्रियांक खरगे गुलबर्गा क्षेत्र के चित्तपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और कर्नाटक में सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री हैं. उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने में भी कोई दिलचस्पी नहीं है.
कहा ये भी जा रहा है कि मल्लिकार्जुन खरगे के दामाद राधाकृष्ण डोड्डामणि गुलबर्गा सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं. वह एक बिजनेसमैन हैं और शैक्षणिक संस्थानों का प्रबंधन करते हैं. डोड्डामणि के चुनाव लड़ने को लेकर खरगे पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सहित शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत कर सकते हैं और हालांकि उन्हें चुनाव लड़वाना है या नहीं, इस पर आखिरी फैसला खरगे ही लेंगे.
बताया जा रहा है कि राधाकृष्ण डोड्डामणि को शुरू में चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन उन्हें गुलबर्गा सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. कलबुर्गी में जन्मे राधाकृष्ण डोड्डामणि लाइमलाइट से दूर रहते हैं. उन्होंने खरगे के चुनाव अभियान के प्रबंधन और रणनीति बनाने में हमेशा पर्दे के पीछे सक्रिय रूप से काम किया है. ऐसा कहा जाता है कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच लोकप्रिय हैं.