मुंबई: नेग के पैसे नहीं मिले तो किन्नर ने नवजात बच्ची का रेप कर की हत्या
मुंबई। मुंबई की एक स्पेशल कोर्ट ने मंगलवार को 3 महीने की बच्ची से रेप और हत्या के मामले में 24 साल के किन्नर को मौत की सजा सुनाई है. मामला जुलाई 2021 का है. वारदात के सामने आने के बाद पुलिस के सामने बड़ी चुनौती थी, क्योंकि न कोई सबूत मिल रहा था और न ही कोई चश्मदीद गवाह. घटना के अगले दिन पीड़ित परिवार ने जो बयान दिया, उसके आधार पर किन्नर को अरेस्ट किया गया. पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूला था.
रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में तीन महीने की बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या के लिए किन्नर को मौत की सजा सुनाई गई. स्पेशल कोर्ट ने 24 साल के दोषी किन्नर को रेप, हत्या, अपहरण, भारतीय दंड संहिता और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत दोषी पाया. साथ ही किन्नर को सबूतों को नष्ट करने का भी दोषी पाया गया.
8 जुलाई, 2021 की आधी रात को हुई वारदात का कोई चश्मदीद गवाह नहीं था. मामला कोर्ट में जाने के बाद सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट ने परिस्थितिजन्य साक्ष्यों पर अपना फैसला सुनाया, जिसमें परिवार और दो पड़ोसियों की गवाही भी शामिल थी.
बच्ची की दादी के मुताबिक, घटना के कुछ दिन पहले दोषी किन्नर कन्हैया उर्फ कन्नू चौगुले अपने दोस्त सोनू काले उनके घर आया. इस दौरान नवजात बच्ची को आशीर्वाद देने के लिए नेग के रूप में एक साड़ी, नारियल और 1100 रुपये समेत अन्य चीजें मांगी. बच्ची के दादी ने कहा कि लॉकडाउन का समय है, इसलिए नेग में इतना ज्यादा सामान नहीं दे पाऊंगी. आरोप है कि इसके बाद किन्नर और उसके दोस्त ने धमकी दी कि अगले 5-6 दिनों में वे कुछ ऐसा करेंगे, जिससे सनसनी फैल जाएगी.
कोर्ट में पेश दलीलों के अनुसार पीड़ित बच्ची की मां नवजात को दूध पिलाकर सुला दिया. रात करीब 3 बजे जब बच्ची की मां उठी, तो उसने नवजात को गायब पाया. इसके बाद पीड़ित परिवार ने इलाके में बच्ची की तलाश शुरू की और फिर पुलिस से संपर्क किया.
अगले दिन, जब पुलिस जांच पड़ताल के लिए पहुंची तो पीड़ित परिवार ने बयान में किन्नर की ओर से धमकी समेत पूरी घटना का जिक्र किया. बयान के बाद पुलिस ने किन्नर और उसके साथी से पूछताछ की और दावा किया कि दोनों पुलिस को उस जगह पर ले गए, जहां 3 महीने की बच्ची की हत्या कर शव को फेंका गया था. पुलिस ने दावा किया कि मेडिकल सबूतों से पता चला कि बच्ची के साथ बलात्कार किया गया, फिर सबूत मिटाने के लिए उसे दलदली इलाके में फेंक दिया गया, जहां वह डूब गई और उसकी मौत हो गई.