नियमितीकरण के लिए संविदा कर्मचारियों को देनी होगी परीक्षा
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सरकार ने बनाए नए नियम, 50 फीसदी अंक लाना जरूरी
भोपाल। प्रदेश में संविदा कर्मचारियों को अब नियमितीकरण के लिए लिखित परीक्षा देनी होगी, जिसमें 50 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर ही संविदा कर्मियों को नियुक्ति दी जाएगी। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से तैयार किए गए नियमों के अनुसार सभी विभाग अपने तृतीय श्रेणी के पदों में इस भर्ती प्रक्रिया का पालन करेंगे।
सरकार द्वारा बनाए गए नए नियमों के मुताबिक सीधी भर्ती में संविदा कर्मियों के लिए 20 प्रतिशत पद आरक्षित होंगे। इसके साथ ही एससी और एसटी उम्मीदवारों को 10 प्रतिशत अंकों की छूट भी दी जाएगी, उन्हें नियमितीकरण के लिए सिर्फ 40 प्रतिशत अंक ही लाने होंगे। इसके साथ ही बताया गया कि यदि संविदा कर्मचारी के पूरे पद 50 प्रतिशत अंक लाने वाले संविदा कर्मियों से नहीं भरे जा सके, तो बाकी बचे पद 50 प्रतिशत से कम अंक वालों को नहीं मिलेंगे। नए नियमों के अनुसार, तृतीय श्रेणी के पदों पर संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए पेपर लिया जाएगा, जो कि तीन घंटे का होगा। यह पेपर तीन सौ अंकों का होगा, जिसमें संविदा कर्मियों को नियमितीकरण के लिए 150 अंक लाने अनिवार्य होंगे। इसके साथ ही नए नियमों के मुताबिक, नियमित पदों के लिए वरिष्ठता के आधार पर कर्मचारियों का निर्धारण नहीं होगा। सभी 38 विभागों में कर्मचारियों को परीक्षा देकर 50 फीसदी अंक लाने जरूरी होंगे।
कर्मचारियों ने जताया विरोध
संविदा कर्मचारी संगठन के लोकेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार की पिछली नीति में संविदा कर्मचारियों के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की बात कही गई थी, लेकिन नए नियमों में कहीं भी इसका जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि नए नियमों का हम विरोध करते हैं। इसमें संशोधन किया जाए नहीं तो सड़कों पर भी इसका विरोध होगा। श्रीवास्तव ने कहा कि अब हमारे बच्चे दसवीं और बारहवीं के एग्जाम दे रहे हैं. अब क्या इस उम्र में आकर हम भी एग्जाम दें और 15-20 साल की नौकरी में इस तरह से नियमितीकरण का इंतजार करें।
भोपाल। प्रदेश में संविदा कर्मचारियों को अब नियमितीकरण के लिए लिखित परीक्षा देनी होगी, जिसमें 50 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर ही संविदा कर्मियों को नियुक्ति दी जाएगी। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से तैयार किए गए नियमों के अनुसार सभी विभाग अपने तृतीय श्रेणी के पदों में इस भर्ती प्रक्रिया का पालन करेंगे।
सरकार द्वारा बनाए गए नए नियमों के मुताबिक सीधी भर्ती में संविदा कर्मियों के लिए 20 प्रतिशत पद आरक्षित होंगे। इसके साथ ही एससी और एसटी उम्मीदवारों को 10 प्रतिशत अंकों की छूट भी दी जाएगी, उन्हें नियमितीकरण के लिए सिर्फ 40 प्रतिशत अंक ही लाने होंगे। इसके साथ ही बताया गया कि यदि संविदा कर्मचारी के पूरे पद 50 प्रतिशत अंक लाने वाले संविदा कर्मियों से नहीं भरे जा सके, तो बाकी बचे पद 50 प्रतिशत से कम अंक वालों को नहीं मिलेंगे। नए नियमों के अनुसार, तृतीय श्रेणी के पदों पर संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए पेपर लिया जाएगा, जो कि तीन घंटे का होगा। यह पेपर तीन सौ अंकों का होगा, जिसमें संविदा कर्मियों को नियमितीकरण के लिए 150 अंक लाने अनिवार्य होंगे। इसके साथ ही नए नियमों के मुताबिक, नियमित पदों के लिए वरिष्ठता के आधार पर कर्मचारियों का निर्धारण नहीं होगा। सभी 38 विभागों में कर्मचारियों को परीक्षा देकर 50 फीसदी अंक लाने जरूरी होंगे।
कर्मचारियों ने जताया विरोध
संविदा कर्मचारी संगठन के लोकेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार की पिछली नीति में संविदा कर्मचारियों के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की बात कही गई थी, लेकिन नए नियमों में कहीं भी इसका जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि नए नियमों का हम विरोध करते हैं। इसमें संशोधन किया जाए नहीं तो सड़कों पर भी इसका विरोध होगा। श्रीवास्तव ने कहा कि अब हमारे बच्चे दसवीं और बारहवीं के एग्जाम दे रहे हैं. अब क्या इस उम्र में आकर हम भी एग्जाम दें और 15-20 साल की नौकरी में इस तरह से नियमितीकरण का इंतजार करें।