नॉर्वे के लेखक जॉन फॉसे को मिला साहित्य का नोबेल पुरस्कार
स्टॉकहोम। साल 2023 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार नॉर्वेजियन लेखक जॉन फॉसे को दिया गया है। यह पुरस्कार उनके अभिनव नाटकों और गद्य के लिए दिया गया है जो अनकही भावनाओं को आवाज देते हैं। साल 2022 में यह पुरस्कार फ्रांसीसी लेखिका एनी एनॉक्स को दिया गया था। एनी ने अपनी लेखनी के जरिए साहसिक क्लिनिकल एक्यूटी (clinical acuity) पर कई लेख लिखे हैं। एनी एनॉक्स ने फ्रेंच, इंग्लिश में कई उपन्यास, लेख, नाटक और फिल्में भी लिखी हैं। वहीं, साल 2021 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार उपन्यासकार अब्दुलराजक गुरनाह को दिया गया था। उन्हें अपनी लेखनी के जरिए उपनिवेशवाद के प्रभावों, संस्कृतियों को लेकर लिखने के लिए यह पुरस्कार दिया गया था। 2019 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार आस्ट्रियाई मूल के लेखक पीटर हैंडका को दिया गया था। उन्हें यह पुरस्कार इनोवेटिव लेखन और भाषा में नवीनतम प्रयोगों के लिए दिया गया था।
इस वर्ष के साहित्य के नोबेल पुरस्कार विजेता जॉन फॉसे ने उपन्यासों को एक ऐसी शैली में लिखा है जिसे ‘फॉसे मिनिमलिज्म’ के नाम से जाना जाता है। इसे उनके दूसरे उपन्यास ‘स्टेंग्ड गिटार’ (1985) में देखा जा सकता है। फासे अपनी लेखनी में उन कष्टप्रद भावनाओं को शब्दों में जिक्र करते हैं, जिसे सामान्य तौर पर लिखना मुश्किल होता है। स्टेंग्ड गिटार में उन्होंने लिखा कि एक नौजवान मां कूड़ा-कचरा नीचे फेंकने के लिए अपने फ्लैट से बाहर निकलती है, लेकिन खुद को बाहर बंद कर लेती है, जबकि उसका बच्चा अभी भी अंदर है।
उसे जाकर मदद मांगनी है, लेकिन वह ऐसा करने में असमर्थ है क्योंकि वह अपने बच्चे को छोड़ नहीं सकती। जबकि वह खुद को, काफ्केस्क शब्दों में, ‘कानून के सामने’ पाती है। अंतर स्पष्ट है: फॉसे रोजमर्रा की ऐसी स्थितियों को प्रस्तुत करता है जिन्हें हमारे अपने जीवन से तुरंत पहचाना जा सकता है।