नि शुल्क अंकसूची और उपाधि प्रदान करेगा बरकतउल्ला विश्वविद्यालय
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दीक्षांत समारोह में बी.यू.के डिजिटल मार्कशीट और डिग्री वितरण प्रणाली का शुभारंभ
भोपाल। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि बरकतउल्ला विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को निशुल्क अंकसूची और उपाधि उपलब्धि कराएगा।
मुख्यमंत्री डा यादव ने यह बात आज कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में उन्होंने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय द्वारा छात्र-छात्राओं को उपाधियां निःशुल्क रूप से प्रदान करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थियों के अध्ययन-अध्यापन से दीक्षित होने के बाद संसार से जुड़ने का महत्वपूर्ण पड़ाव है। उन्होंने समारोह के दौरान दीक्षित सभी विद्यार्थियों के साथ ही बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त सभी विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
नवीनतम ज्ञान और तकनीक से अपडेट रखें शिक्षक
समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि विद्यार्थी जीवन में दीक्षांत शपथ का हर दिन मनन करें, सत्य का हमेशा पालन करें। अपने माता-पिता और गुरूजनों का सम्मान करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा युवाओं को उनकी मौलिक प्रतिभा को निखारने का अवसर देकर विकसित भारत के निर्माण की महती जिम्मेदारी सौंपी है। शिक्षक इस दिशा में विद्यार्थियों का मार्ग दर्शन करें। स्वयं को नवीनतम ज्ञान और तकनीक से अपडेट रखें। चुनौतियों के समाधान के लिए उन्हें प्रेरित करें।
भारत ने की थी अमेरिका की खोज
उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हमें गलत पढ़ाया गया कि वास्कोडिगामा ने भारत की खोज की। बल्कि यह पढ़ाया जाना चाहिए था कि भारत ने अमेरिका की खोज की थी। 8 हजार साल पहले से हमारे पूर्वजों ने सूर्य को स्थिर माना और पृथ्वी को परिक्रमा लगाना बता दिया था। भारत का ज्ञान परंपरा के आधार पर है। हमारे पूर्वज पहले से खेलों से परिचित थे, खुदाई में खेलों के मैदान मिले हैं।
भोपाल। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि बरकतउल्ला विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को निशुल्क अंकसूची और उपाधि उपलब्धि कराएगा।
मुख्यमंत्री डा यादव ने यह बात आज कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में उन्होंने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय द्वारा छात्र-छात्राओं को उपाधियां निःशुल्क रूप से प्रदान करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थियों के अध्ययन-अध्यापन से दीक्षित होने के बाद संसार से जुड़ने का महत्वपूर्ण पड़ाव है। उन्होंने समारोह के दौरान दीक्षित सभी विद्यार्थियों के साथ ही बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त सभी विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
नवीनतम ज्ञान और तकनीक से अपडेट रखें शिक्षक
समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि विद्यार्थी जीवन में दीक्षांत शपथ का हर दिन मनन करें, सत्य का हमेशा पालन करें। अपने माता-पिता और गुरूजनों का सम्मान करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा युवाओं को उनकी मौलिक प्रतिभा को निखारने का अवसर देकर विकसित भारत के निर्माण की महती जिम्मेदारी सौंपी है। शिक्षक इस दिशा में विद्यार्थियों का मार्ग दर्शन करें। स्वयं को नवीनतम ज्ञान और तकनीक से अपडेट रखें। चुनौतियों के समाधान के लिए उन्हें प्रेरित करें।
भारत ने की थी अमेरिका की खोज
उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हमें गलत पढ़ाया गया कि वास्कोडिगामा ने भारत की खोज की। बल्कि यह पढ़ाया जाना चाहिए था कि भारत ने अमेरिका की खोज की थी। 8 हजार साल पहले से हमारे पूर्वजों ने सूर्य को स्थिर माना और पृथ्वी को परिक्रमा लगाना बता दिया था। भारत का ज्ञान परंपरा के आधार पर है। हमारे पूर्वज पहले से खेलों से परिचित थे, खुदाई में खेलों के मैदान मिले हैं।