आठवीं तक के विद्यार्थियों को होगा मासिक आकलन
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भोपाल। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा पहली से आठवीं कक्षा के छात्रों का मासिक मूल्यांकन किया जाएगा। इसके आधार पर विद्यार्थियों का हर एक महीने सीखने की क्षमता का आकलन हो सकेगा। इसके आधार पर कमजोर छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
राज्य शिक्षा केंद्र ने इस आशय कें दिशा-निर्देश जारी किया है। इसमें सभी सब्जेक्ट के लिए 10-10 अंकों के लर्निंग आउटकम्स आधारित गुणवत्ता युक्त प्रश्नपत्र होगा। मूल्यांकन के लिए मौखिक प्रश्नों को शामिल किया जाएगा। वहीं, पहली व दूसरी कक्षा के छात्रों का मूलभूत साक्षरता एवं एफएलएन आधारित साप्ताहिक आकलन विषयवार होगा। इसमें बच्चों को अभ्यास पुस्तिका दी जाएगी। इसमें किए गए कार्यों से ही आकलन किया जाएगा।
वहीं पहली व दूसरी कक्षा के बच्चों का छमाही परीक्षा भी होगी। तीसरी से आठवीं तक के बच्चों की छमाही परीक्षा नवंबर के अंत में होगी। इसमें प्रत्येक विषय में लिखित पेपर 60 अंक का होगा और 40 अंक का प्रोजेक्ट वर्क का होगा। इसके प्रश्नपत्र राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा तैयार किए जाएंगे। इसके बाद पहली से चौथी और छठवीं व सातवीं कक्षा का वार्षिक मूल्यांकन भी होगा। इसमें 33 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा।
राज्य शिक्षा केंद्र ने इस आशय कें दिशा-निर्देश जारी किया है। इसमें सभी सब्जेक्ट के लिए 10-10 अंकों के लर्निंग आउटकम्स आधारित गुणवत्ता युक्त प्रश्नपत्र होगा। मूल्यांकन के लिए मौखिक प्रश्नों को शामिल किया जाएगा। वहीं, पहली व दूसरी कक्षा के छात्रों का मूलभूत साक्षरता एवं एफएलएन आधारित साप्ताहिक आकलन विषयवार होगा। इसमें बच्चों को अभ्यास पुस्तिका दी जाएगी। इसमें किए गए कार्यों से ही आकलन किया जाएगा।
वहीं पहली व दूसरी कक्षा के बच्चों का छमाही परीक्षा भी होगी। तीसरी से आठवीं तक के बच्चों की छमाही परीक्षा नवंबर के अंत में होगी। इसमें प्रत्येक विषय में लिखित पेपर 60 अंक का होगा और 40 अंक का प्रोजेक्ट वर्क का होगा। इसके प्रश्नपत्र राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा तैयार किए जाएंगे। इसके बाद पहली से चौथी और छठवीं व सातवीं कक्षा का वार्षिक मूल्यांकन भी होगा। इसमें 33 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा।