धार्मिक और प्राचीन महत्व वाले स्थलों का भ्रमण करेंगे विद्यार्थी
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उच्च शिक्षा विभाग ने जारी किए निर्देश
भोपाल। विद्यार्थियों में विरासत और सांस्कृतिक चेतना विकसित करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों के प्राचार्यों को निर्देश दिए है कि वे छात्रों का धार्मिक और प्राचीन महत्व के स्थलों का भ्रमण करवाएं।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा यह निर्देश प्रदेश के आगर मालवा, शाजापुर, देवास, मंदसौर, नीमच, रतलाम, उज्जैन जिले के महाविद्यालयों को दिए गए है। उच्च शिक्षा विभाग का उद्देश छात्र-छात्राओं में विरासत और सांस्कृतिक चेतना विकसित करने का है। आदेश में कहा है कि ऑब्जरवेटिव, पुरातत्व स्थान, साइंस सिटी स्थान पर शैक्षणिक भ्रमण कराया जाए। स्टूडेंट्स का जंतर मंतर, त्रिवेणी संग्रहालय, विक्रम उद्योगपुरी, वेधशाला एवं अन्य प्राचीन महत्व के स्थान पर दौरा कराया जाएगा। उज्जैन संभाग के जिलों का जिलेवार भ्रमण कराया जाए। उज्जैन संभाग के 74 महाविद्यालय को लेकर कैलेंडर जारी किया गया है। छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक भ्रमण अगस्त और सितंबर महीने में कराया जाएगा।
गौरतलब है कि हाल ही में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा संघ से जुड़े लोगों की 88 किताबों का अध्ययन कराने के निर्देश भी दिए गए थे। विभाग के इस निर्देश का कांग्रेस द्वारा विरोध किया जा रहा है। जबकि भाजपा नेता उच्च शिक्षा विभाग द्वारा उठाए जाने वाले इन कदमों को उचित बताते हुए समर्थन करने नजर आ रहे हैं।
भोपाल। विद्यार्थियों में विरासत और सांस्कृतिक चेतना विकसित करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों के प्राचार्यों को निर्देश दिए है कि वे छात्रों का धार्मिक और प्राचीन महत्व के स्थलों का भ्रमण करवाएं।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा यह निर्देश प्रदेश के आगर मालवा, शाजापुर, देवास, मंदसौर, नीमच, रतलाम, उज्जैन जिले के महाविद्यालयों को दिए गए है। उच्च शिक्षा विभाग का उद्देश छात्र-छात्राओं में विरासत और सांस्कृतिक चेतना विकसित करने का है। आदेश में कहा है कि ऑब्जरवेटिव, पुरातत्व स्थान, साइंस सिटी स्थान पर शैक्षणिक भ्रमण कराया जाए। स्टूडेंट्स का जंतर मंतर, त्रिवेणी संग्रहालय, विक्रम उद्योगपुरी, वेधशाला एवं अन्य प्राचीन महत्व के स्थान पर दौरा कराया जाएगा। उज्जैन संभाग के जिलों का जिलेवार भ्रमण कराया जाए। उज्जैन संभाग के 74 महाविद्यालय को लेकर कैलेंडर जारी किया गया है। छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक भ्रमण अगस्त और सितंबर महीने में कराया जाएगा।
गौरतलब है कि हाल ही में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा संघ से जुड़े लोगों की 88 किताबों का अध्ययन कराने के निर्देश भी दिए गए थे। विभाग के इस निर्देश का कांग्रेस द्वारा विरोध किया जा रहा है। जबकि भाजपा नेता उच्च शिक्षा विभाग द्वारा उठाए जाने वाले इन कदमों को उचित बताते हुए समर्थन करने नजर आ रहे हैं।