बागी विधायकों पर कांग्रेस अपनाए सख्त रूख
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मानसून सत्र में बैठक व्यवस्था में हो सकता है बदलाव
भोपाल। कांग्रेस ने अपने बागी विधायकों के खिलाफ अब सख्त रूख अपनाने के संकेत दिए हैं। विधायकी से इस्तीफा ना देकर भाजपा की सदस्यता लेने वाले दोनां बागी विधायकों को सत्र के दौरान कांग्रेस अपने साथ नहीं बैठाने का फैसला लेने जा रही है। हालांकि अभी विधानसभा सचिवालय को इसकी कोई जानकारी नहीं दी है।
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के तीन विधायकों ने भाजपा की सदस्यता ली थी। इनमें अमरवाड़ा से कांग्रेस विधायक कमलेश ष्शाह ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। जबकि विजयपुर से विधायक रामनिवास रावत और बीना से विधायक निर्मला सप्रे ने विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया था। दोनों विधायकों ने अब तक विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया, जिसके चलते वे अब भी कांग्रेस विधायक बने हुए हैं। वहीं अब 1 जुलाई से शुरू होने वाले मानसून सत्र से पहले कांग्रेस इन विधायकों की सदस्यता समाप्त करने के लिए सक्रियता दिखा रही है। सूत्रों की माने तो पार्टी ने अभी यह फैसला लिया है कि दोनों विधायकों को मानसूत्र के दौरान कांग्रेस विधायकों के साथ ना बैठाया जाए। इसे लेकर जल्द ही कांग्रेस कदम उठाने जा रही है। बताया जा रहा है कि दोनों विधायकों की सदस्यता समाप्त कराने के लिए कांग्रेस कानूनी कदम उठा सकती है। विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को दोनों विधायकों की सदस्यता समाप्त करने के लिए कांग्रेस द्वारा आवेदन दिया जा सकता है।
भोपाल। कांग्रेस ने अपने बागी विधायकों के खिलाफ अब सख्त रूख अपनाने के संकेत दिए हैं। विधायकी से इस्तीफा ना देकर भाजपा की सदस्यता लेने वाले दोनां बागी विधायकों को सत्र के दौरान कांग्रेस अपने साथ नहीं बैठाने का फैसला लेने जा रही है। हालांकि अभी विधानसभा सचिवालय को इसकी कोई जानकारी नहीं दी है।
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के तीन विधायकों ने भाजपा की सदस्यता ली थी। इनमें अमरवाड़ा से कांग्रेस विधायक कमलेश ष्शाह ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। जबकि विजयपुर से विधायक रामनिवास रावत और बीना से विधायक निर्मला सप्रे ने विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया था। दोनों विधायकों ने अब तक विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया, जिसके चलते वे अब भी कांग्रेस विधायक बने हुए हैं। वहीं अब 1 जुलाई से शुरू होने वाले मानसून सत्र से पहले कांग्रेस इन विधायकों की सदस्यता समाप्त करने के लिए सक्रियता दिखा रही है। सूत्रों की माने तो पार्टी ने अभी यह फैसला लिया है कि दोनों विधायकों को मानसूत्र के दौरान कांग्रेस विधायकों के साथ ना बैठाया जाए। इसे लेकर जल्द ही कांग्रेस कदम उठाने जा रही है। बताया जा रहा है कि दोनों विधायकों की सदस्यता समाप्त कराने के लिए कांग्रेस कानूनी कदम उठा सकती है। विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को दोनों विधायकों की सदस्यता समाप्त करने के लिए कांग्रेस द्वारा आवेदन दिया जा सकता है।