बसपा के कारण कांग्रेस को हुआ नुकसान
विधानसभा चुनाव की तरह जीत की राह रोकी
भोपाल। मध्यप्रदेश में बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनाव में राज्य की पांच सीटों पर एक बार फिर कांग्रेस की जीत की राह में मुसीबत खड़ी की। मुरैना, भिंड, सतना और रीवा में कांग्रेस प्रत्याशियों की हार में बसपा प्रत्याशियों की अह्म भूमिका नजर आई।
विधानसभा चुनाव 2023 की तरह लोकसभा चुनाव में भी बसपा ने विंध्य और ग्वालियर-चंबल अंचल की सीटों पर कांग्रेस की जीत के समीकरण बिगाड़ने का काम किया। बसपा ने यहां पर कांग्रेस और दूसरे दलों से आए प्रत्याशियों को मैदान में उतारकर कांग्रेस की जीत के समीकरणों को बिगाड़ने में सफलता हासिल की। बसपा ने सतना में पूर्व भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी, मुरैना में कांग्रेस से आए रमेश गर्ग, भिंड में कांग्रेस से आए देवाशीश जरारिया और ग्वालियर में कांग्रेस के कल्याण सिंह को चुनाव मैदान में उतारा था। ये सभी प्रत्याशी चुनाव तो जीत नहीं पाए, मगर कांग्रेस की जीत की राह में मुसीबत खड़ी करते नजर आए। मुरैना में कांग्रेस के सत्यपाल सिंह सिकरवार की हार मात्र 52 हजार 530 मतों से हुई। यहां पर बसपा प्रत्याशी को 1 लाख 79 हजार 492 वोट हासिल हुए। इसी तरह भिंड में कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया की हार 64 हजार 840 वोटों से हुई, यहां पर बसपा प्रत्याशी देवाशीष जरारिया को 20 हजार 465 वोट हासिल हुए। वहीं ग्वालियर में कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक की हार 70 हजार वोटों से हुई, यहां बसपा प्रत्याशी को 33 हजार वोट हासिल हुए। इसी तरह सतना में बसपा के नारायण त्रिपाठी को 1 लाख, 85 हजार 618 वोट मिले। यहां पर कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाह की हार 84 हजार 949 मतों से हुई। वहीं रीवा में बसपा के अभिशेक पटेल को 1 लाख 17 हजार से ज्यादा वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी की हार 1 लाख 93 हजार वोटों से हुई है।
इन सात सीटों भाजपा की जीत का कम हुआ अंतर
भाजपा को इस बार चुनाव में कड़ी टक्कर भी मिली है। पिछले चुनाव की तुलना में उसकी जीत का अंतर काफी कम हुआ है। राज्य की सात सीटों पर यह अंतर नजर आया है। मुरैना सीट पर भाजपा प्रत्याशी शिवमंगल सिंह तोमर ने महज 52 हजार वोटों से जीत दर्ज की है। जबकि 2019 में भाजपा यहां से 1 लाख 13 हजार वोटों से जीती थी। इसी तरह राजगढ़ रोडमल नागर 1 लाख 45 हजार से जीते, 2019 में 4 लाख 31 हजार से जीता था।. ग्वालियर से भारत सिंह कुशवाह 70 हजार वोटों से जीते हैं, जबकि 2019 में भाजपा यहां से 1 लाख 46 हजार वोटों से जीती थी।, सतना गणेश सिंह करीब 85 हजार वोटों जीत दर्ज की, जबकि पिछला चुनाव 2 लाख 31 हजार से जीता था। सीधी डा राजेश मिश्रा 2 लाख 6 हजार वोटों से विजय हुए, 2019 में भाजपा यहां से 2 लाख 86 हजार वोटों से जीता था।, भिंड से संध्या राय ने 64 हजार वोटों से जीत हासिल की, जबकि पिछली बार का चुनाव करीब 2 लाख वोटों से जीता था। रीवा जनार्दन मिश्रा 1 लाख 93 हजार से चुनाव जीते जबकि पिछला चुनाव तीन लाख 12 हजार से जीता था।