डबल डिजिट में सीटें आ जाएं तो आश्चर्य मत करना
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के बाद एकजुटता से लड़ा चुनाव
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव एकजुटता के साथ लड़ा है। चुनाव परिणाम डबल डिजिट में आ जाएं तो आश्चर्य मत करना। हमें अब हमारा संगठन मजबूत करना हैं, कहां कमियां रही, उसमें हम सुधार करेंगे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने यह बात आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से चर्चा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा के 2023 के चुनाव में मिली करारी हार के बाद लोकसभा चुनाव मजबूती और एकजुटता के साथ लड़ा है। चुनाव परिणाम डबल डिजीट में आएं तो आश्चर्य मत करना। कांग्रेस इस बार पिछले चुनाव की अपेक्षा बेहतर प्रदर्शन करने वाली है। उन्होंने कहा कि जनता भाजपा के साथ नहीं, बल्कि कांग्रेस के साथ है। उन्होंने कहा कि अब हमारा फोकस संगठन को मजबूत करने पर है। हमारी क्या कमियां हैं, उनमें सुधार करेंगे। साथ ही उन्होंने संगठन में बड़े बदलाव के भी संकेत भी दिए है। उन्होंने कहा कि हम 3-4 बार चुनाव हारे, हर चीज के लिए भाजपा को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते। हममें भी कमियां हैं, आने वाले समय में हम उन्हें ठीक करेंगे। पटवारी ने कहा कि संगठन को मजबूत कर आइडियोलॉजी पर काम करेंगे।
रेत माफिया का बढ़ रहा आतंक
पटवारी ने प्रदेश में रेत माफिया का आतंक बढ़ता जा रहा है, यहां पर रेत माफिया लोगों को मार रहे है। उज्जैन में भी अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। पटवारी ने कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति एवं महिलाओं पर होने वाले अपराधों में प्रदेश में 25 प्रतिशत वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव को लेकर उन्होंने कहा कि सौ दिन में पता नहीं क्या-क्या करने का वादा किया था पर कानून व्यवस्था की स्थिति क्या है, ये स्वयं देख लें। उज्जैन में ही 13 घटनाएं हो चुकी हैं। प्रत्येक विभाग में एक वर्ग सक्रिय हो गया है जो यह दावा करता है कोई भी काम हो हम करवा देंगे, इसको लेकर जल्द ही पार्टी सूची जारी करेगी।
विधायकों ने इस्तीफा नहीं दिया तो करेंगे कार्रवाई
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने लोकसभा चुनाव के मदतान के दौरान पार्टी छोड़कर भाजपा में ष्शामिल हुए विधायकों को लेकर कहा कि अगर विधायकी से इस्तीफा नहीं देंगे तो हम कार्रवाई करेंगे। कांग्रेस के तीन विधायक इस दौरान भाजपा में ष्शामिल हुए थे, मगर अमरवाड़ा के विधायक कमलेश ष्शाह ने ही विधायकी से इस्तीफा दिया है, बल्कि दो विधायकों रामनिवास रावत और निर्मला सप्रे ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है।