वादों को पहचाना जाता है पार्टी के घोषणा पत्र से : कमलनाथ
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कांग्रेस की घोषणा गिनाई, श्रमिकों को साधने का किया प्रयास
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस के संकल्प पत्र में की घोषणाओं को गिनाते हुए श्रमिकों को साधने की कवायद की है। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी के वादों को उसके इरादों से पहचाना जाता है। कांग्रेस हमेशा श्रमिक वर्ग के साथ रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा कि किसी पार्टी के वादों को उसके इरादों से पहचाना जाता है। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से श्रमिक वर्ग का साथ दिया है और उनकी आर्थिक स्थिति मज़बूत करने के लिए प्रयास किए हैं। श्रमिक वर्ग की स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने अपने न्याय पत्र में कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा कि देश के श्रमिक वर्ग को इन घोषणाओं को बहुत ध्यान से देखना चाहिए और उसी के आधार पर मतदान करना चाहिए। देश में कांग्रेस की सरकार बनने पर मज़दूरों की स्थिति में बुनियादी बदलाव आएगा।कांग्रेस का हाथ, श्रमिक वर्ग के साथ।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने अपने घोशणा पत्र में श्रम का सम्मान योजना के तहत मनरेगा में दैनिक मजदूरी कम से कम 400 रुपए, सबको स्वास्थ्य अधिकार के तहत 25 लाख रूपए का हेल्थ-कवरः मुफ़्त इलाज़, अस्पताल, डॉक्टर, दवा, टेस्ट, सर्जरी, शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत शहरों के लिए भी मनरेगा जैसी नई योजना, सामाजिक सुरक्षा के तहत असंगठित मजदूरों के लिए जीवन और दुर्घटना बीमा और सुरक्षित रोजगार के तहत मुख्य सरकारी कार्यों में कांट्रैक्ट सिस्टम मजदूरी बंद करने का वादा किया है।
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस के संकल्प पत्र में की घोषणाओं को गिनाते हुए श्रमिकों को साधने की कवायद की है। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी के वादों को उसके इरादों से पहचाना जाता है। कांग्रेस हमेशा श्रमिक वर्ग के साथ रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा कि किसी पार्टी के वादों को उसके इरादों से पहचाना जाता है। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से श्रमिक वर्ग का साथ दिया है और उनकी आर्थिक स्थिति मज़बूत करने के लिए प्रयास किए हैं। श्रमिक वर्ग की स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने अपने न्याय पत्र में कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा कि देश के श्रमिक वर्ग को इन घोषणाओं को बहुत ध्यान से देखना चाहिए और उसी के आधार पर मतदान करना चाहिए। देश में कांग्रेस की सरकार बनने पर मज़दूरों की स्थिति में बुनियादी बदलाव आएगा।कांग्रेस का हाथ, श्रमिक वर्ग के साथ।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने अपने घोशणा पत्र में श्रम का सम्मान योजना के तहत मनरेगा में दैनिक मजदूरी कम से कम 400 रुपए, सबको स्वास्थ्य अधिकार के तहत 25 लाख रूपए का हेल्थ-कवरः मुफ़्त इलाज़, अस्पताल, डॉक्टर, दवा, टेस्ट, सर्जरी, शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत शहरों के लिए भी मनरेगा जैसी नई योजना, सामाजिक सुरक्षा के तहत असंगठित मजदूरों के लिए जीवन और दुर्घटना बीमा और सुरक्षित रोजगार के तहत मुख्य सरकारी कार्यों में कांट्रैक्ट सिस्टम मजदूरी बंद करने का वादा किया है।