बाबा साहब के योगदान को कांग्रेस ने नकारा, माफी मांगे
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महू में मुख्यमंत्री डा आंबेडकर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में कहा
भोपाल। कांग्रेस ने बाबासाहब के योगदान को नकारा है। उन्हें लोकसभा चुनाव नहीं जीतने दिया। कांग्रेस इसके लिए माफ़ी मांगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भीम जन्मस्थली महू में धर्मशाला निर्माण के लिए सरकार 3.5 तीन एकड़ जमीन देगी। इससे महू आने-जाने वालों की संपूर्ण सुविधा का प्रबंध सरकार की ओर से किया जाएगा।
यह बात मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने सोमवार को अंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित संविधान निर्माता और भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की जन्मस्थली महू में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही है। इस दौरान मुख्यमंत्री डा यादव ने डॉ. अंबेडकर की 134वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
डा आंबेडकर कामधेनू योजना की शुरू
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा भीम जन्मस्थली महू में धर्मशाला निर्माण के लिए 3.5 तीन एकड़ जमीन दी जा रही है। इससे यहां आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा होगी, सभी आगंतुकों की संपूर्ण सुविधा का प्रबंध राज्य सरकार की ओर से किया जाएगा। राज्य सरकार ने सर्वहारा वर्ग और प्रदेश के किसानों को समृद्ध बनाने के लिए डॉ. अम्बेडकर कामधेनु योजना शुरू की है। अगर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग का कोई व्यक्ति दूध डेयरी खोलेगा, तो उसे हमारी सरकार द्वारा 30 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
नई ट्रेन की मिली सौगात
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से एक दिन पहले ही भीम जन्मस्थली महू को नई ट्रेन की सौगात मिली है। अब महू शहर सीधा देश की राजधानी दिल्ली से जुड़ गया है। इस रेलगाड़ी की शुरुआत का लाभ कोटा के साथ-साथ मालवा क्षेत्र के इंदौर, उज्जैन और देवास को भी मिलेगा।
सर्वहारा वर्ग का रखेंगे ध्यान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बाबा साहेब ने समूचे समाज को आरक्षण जैसी व्यवस्था प्रदान की। आज अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति सहित हर वर्ग को साक्षरता का लाभ मिल रहा है। अनुसूचित जाति वर्ग की साक्षरता जो कभी मात्र 1.5 प्रतिशत थी, आज 59 प्रतिशत तक पहुंच गई है। भविष्य में जब-जब कठिनाई आएगी, हम सर्वहारा वर्ग के सशक्तिकरण का ध्यान रखेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डॉ. अम्बेडकर से जुड़े सभी स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में मान्यता दी। महू स्थित भीम जन्मभूमि को तीर्थ के रूप में विकसित करने में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुंदरलाल पटवा और शिवराज सिंह चौहान का योगदान महत्वपूर्ण है।
भोपाल। कांग्रेस ने बाबासाहब के योगदान को नकारा है। उन्हें लोकसभा चुनाव नहीं जीतने दिया। कांग्रेस इसके लिए माफ़ी मांगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भीम जन्मस्थली महू में धर्मशाला निर्माण के लिए सरकार 3.5 तीन एकड़ जमीन देगी। इससे महू आने-जाने वालों की संपूर्ण सुविधा का प्रबंध सरकार की ओर से किया जाएगा।
यह बात मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने सोमवार को अंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित संविधान निर्माता और भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की जन्मस्थली महू में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही है। इस दौरान मुख्यमंत्री डा यादव ने डॉ. अंबेडकर की 134वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
डा आंबेडकर कामधेनू योजना की शुरू
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा भीम जन्मस्थली महू में धर्मशाला निर्माण के लिए 3.5 तीन एकड़ जमीन दी जा रही है। इससे यहां आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा होगी, सभी आगंतुकों की संपूर्ण सुविधा का प्रबंध राज्य सरकार की ओर से किया जाएगा। राज्य सरकार ने सर्वहारा वर्ग और प्रदेश के किसानों को समृद्ध बनाने के लिए डॉ. अम्बेडकर कामधेनु योजना शुरू की है। अगर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग का कोई व्यक्ति दूध डेयरी खोलेगा, तो उसे हमारी सरकार द्वारा 30 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
नई ट्रेन की मिली सौगात
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से एक दिन पहले ही भीम जन्मस्थली महू को नई ट्रेन की सौगात मिली है। अब महू शहर सीधा देश की राजधानी दिल्ली से जुड़ गया है। इस रेलगाड़ी की शुरुआत का लाभ कोटा के साथ-साथ मालवा क्षेत्र के इंदौर, उज्जैन और देवास को भी मिलेगा।
सर्वहारा वर्ग का रखेंगे ध्यान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बाबा साहेब ने समूचे समाज को आरक्षण जैसी व्यवस्था प्रदान की। आज अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति सहित हर वर्ग को साक्षरता का लाभ मिल रहा है। अनुसूचित जाति वर्ग की साक्षरता जो कभी मात्र 1.5 प्रतिशत थी, आज 59 प्रतिशत तक पहुंच गई है। भविष्य में जब-जब कठिनाई आएगी, हम सर्वहारा वर्ग के सशक्तिकरण का ध्यान रखेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डॉ. अम्बेडकर से जुड़े सभी स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में मान्यता दी। महू स्थित भीम जन्मभूमि को तीर्थ के रूप में विकसित करने में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुंदरलाल पटवा और शिवराज सिंह चौहान का योगदान महत्वपूर्ण है।