हर वर्ग के लिए चलाई जा रही योजनाएं, नहीं होगी धन की कमी
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मुख्यमंत्री ने कहा डबल इंजन सरकार में विकास की पटरी तेजी से आगे बढ़ी
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उद्योग, रोजगार में बढ़ोत्तरी के साथ ही महिलाओं, युवाओं और कमजोर वर्ग की प्रगति के लिए कई योजनाएं चलाईं जा रही है। किसी भी योजना के लिए धन की कमी नहीं रहने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने यह बात आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आधुनिक और तेज रेलवे के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत 41 हजार करोड़ की लागत से देश के 554 रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प और 1500 रोड ओवर ब्रिज, अंडरपास के शिलान्यास, उद्घाटन समर्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि डबल इंजन की सरकार में मध्यप्रदेश विकास की पटरी पर तेज गति से आगे बढ़ रहा है। मध्यप्रदेश देश के मध्य में स्थित है, रेलवे अधोसंरचना के विकास की यहां बहुत संभावनाएं हैं। यहां देश की दो प्रमुख रेलवे लाइनें तो संचालित हैं हीं, इसके साथ ही सीहोर होकर रामगंज मंडी तथा बुधनी की रेल लाइन बिछाने के कार्य को भी गति दी जा रही है। रेलवे अधोसंरचना के विकास को तेजी से पूरा किया जाएगा, इससे प्रदेश के विकास को और भी गति मिलेगी। हम समर्थ और सक्षम राज्य के लक्ष्य की ओर निरंतर अग्रसर हैं।
होगा भोपाल-सीहोर का विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग, रोजगार में बढ़ोत्तरी के साथ ही महिलाओं, युवाओं और कमजोर वर्ग की प्रगति के लिए कई योजनाएं चलाईं जा रही है। किसी भी योजना के लिए धन की कमी नहीं रहने दी जाएगी। सीहोर नगर पालिका द्वारा उनके सम्मुख रखे गए प्रस्तावों को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने कहा कि भोपाल और सीहोर का विकास समन्वित रूप से ट्विन सिटी के आधार पर होगा। दोनों नगरों को जोड़कर आवागमन के साधन, आवासीय परियोजनाएं और रोजगार के अवसरों के समग्र विकास की योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। उज्जैन-इंदौर, उज्जैन-देवास, भोपाल-विदिशा, भोपाल-सीहोर-रायसेन जिले अमृत काल में 2047 तक ट्विन सिटी के रूप में विकसित किए जाएंगे।
प्रदेश के 33 रेलवे स्टेशनों का होगा पुनर्विकास
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश के 33 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए शिलान्यास के साथ ही 133 रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) एवं अंडरपास का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया। प्रदेश के जिन 33 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास के लिए शिलान्यास किया गया, उनमें सीहोर, जबलपुर, बीना, अशोकनगर, खिरकिया, साँची, शाजापुर, ब्यौहारी, बरगवाँ, नरसिंहपुर, पिपरिया, इन्दौर, उज्जैन, मंदसौर, मक्सी, नागदा, नीमच, शुजालपुर, खाचरोद, बालाघाट, छिंदवाड़ा, खण्डवा, मंडला फोर्ट, नैनपुर, सिवनी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, बिजुरी, मुरैना, हरपालपुर, दतिया और भिंड स्टेशन शामिल हैं। आरओबी में जबलपुर रेल मंडल के दो और भोपाल रेल मंडल के चार आरओबी शामिल हैं। अंडरपास के अंतर्गत जबलपुर में एक एवं भोपाल मंडल में दो स्थानों पर कार्य होंगे। उल्लेखनीय है कि मानवयुक्त समपार फाटकों को खत्म करने के लिए आरओबी,अंडरपास बनाया जाता है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उद्योग, रोजगार में बढ़ोत्तरी के साथ ही महिलाओं, युवाओं और कमजोर वर्ग की प्रगति के लिए कई योजनाएं चलाईं जा रही है। किसी भी योजना के लिए धन की कमी नहीं रहने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने यह बात आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आधुनिक और तेज रेलवे के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत 41 हजार करोड़ की लागत से देश के 554 रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प और 1500 रोड ओवर ब्रिज, अंडरपास के शिलान्यास, उद्घाटन समर्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि डबल इंजन की सरकार में मध्यप्रदेश विकास की पटरी पर तेज गति से आगे बढ़ रहा है। मध्यप्रदेश देश के मध्य में स्थित है, रेलवे अधोसंरचना के विकास की यहां बहुत संभावनाएं हैं। यहां देश की दो प्रमुख रेलवे लाइनें तो संचालित हैं हीं, इसके साथ ही सीहोर होकर रामगंज मंडी तथा बुधनी की रेल लाइन बिछाने के कार्य को भी गति दी जा रही है। रेलवे अधोसंरचना के विकास को तेजी से पूरा किया जाएगा, इससे प्रदेश के विकास को और भी गति मिलेगी। हम समर्थ और सक्षम राज्य के लक्ष्य की ओर निरंतर अग्रसर हैं।
होगा भोपाल-सीहोर का विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग, रोजगार में बढ़ोत्तरी के साथ ही महिलाओं, युवाओं और कमजोर वर्ग की प्रगति के लिए कई योजनाएं चलाईं जा रही है। किसी भी योजना के लिए धन की कमी नहीं रहने दी जाएगी। सीहोर नगर पालिका द्वारा उनके सम्मुख रखे गए प्रस्तावों को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने कहा कि भोपाल और सीहोर का विकास समन्वित रूप से ट्विन सिटी के आधार पर होगा। दोनों नगरों को जोड़कर आवागमन के साधन, आवासीय परियोजनाएं और रोजगार के अवसरों के समग्र विकास की योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। उज्जैन-इंदौर, उज्जैन-देवास, भोपाल-विदिशा, भोपाल-सीहोर-रायसेन जिले अमृत काल में 2047 तक ट्विन सिटी के रूप में विकसित किए जाएंगे।
प्रदेश के 33 रेलवे स्टेशनों का होगा पुनर्विकास
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश के 33 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए शिलान्यास के साथ ही 133 रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) एवं अंडरपास का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया। प्रदेश के जिन 33 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास के लिए शिलान्यास किया गया, उनमें सीहोर, जबलपुर, बीना, अशोकनगर, खिरकिया, साँची, शाजापुर, ब्यौहारी, बरगवाँ, नरसिंहपुर, पिपरिया, इन्दौर, उज्जैन, मंदसौर, मक्सी, नागदा, नीमच, शुजालपुर, खाचरोद, बालाघाट, छिंदवाड़ा, खण्डवा, मंडला फोर्ट, नैनपुर, सिवनी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, बिजुरी, मुरैना, हरपालपुर, दतिया और भिंड स्टेशन शामिल हैं। आरओबी में जबलपुर रेल मंडल के दो और भोपाल रेल मंडल के चार आरओबी शामिल हैं। अंडरपास के अंतर्गत जबलपुर में एक एवं भोपाल मंडल में दो स्थानों पर कार्य होंगे। उल्लेखनीय है कि मानवयुक्त समपार फाटकों को खत्म करने के लिए आरओबी,अंडरपास बनाया जाता है।