कांग्रेस नेताओं में बढ़ रही नाराजगी, छोड़ सकते हैं कांग्रेस का साथ
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भाजपा से आए नेता भी घर वापसी का तलाश रहे रास्ता
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस में नेताओं की नाराजगी कम होने के बजाय बढ़ रही है। पार्टी द्वारा भीतरघात करने वाले और बागी नेताओं के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद यह नाराजगी ज्यादा बढ़ती नजर आ रही है। इसके चलते कुछ नेताओं ने भाजपा की सदस्यता लेने का मन बनाया है। वहीं चुनाव के वक्त भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए नेता भी अब घर वापसी का रास्ता तलाश रहे हैं।
प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद कांग्रेस में उठापटक कम नहीं हो रही है। नेताओं की नाराजगी कम होने के बजाय बढ़ती नजर आ रही है। हाल ही में कांग्रेस की अनुशासन समिति ने कई नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है और कुछ को नोटिस भी दिया है। ये नेता कार्रवाई के बाद दूसरे विकल्प तलाशने में जुट गए हैं। राज्य इकाई के पूर्व महासचिव प्रमोद गुगालिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उनके अलावा मुरैना से राकेश मावई पहले ही भाजपा में चले गए हैं। अब खबरें हैं कि पार्टी से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले अंतर सिंह दरबार भाजपा में शामिल हो सकते हैं। वहीं, इनमें से कुछ भाजपा में वापसी की कोशिश में हैं। भाजपा से कांग्रेस में शामिल होने वालों में सिर्फ भंवर सिंह शेखावत ही चुनाव जीते। इसके अलावा, कुछ ऐसे नेता भी हैं, जो कांग्रेस में शामिल हुए लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला, वे भी अपनी मूल पार्टी में लौटने की योजना बना रहे हैं। इनमें से कुछ जो लंबे समय से भाजपा से जुड़े थे, उनकी भी भाजपा में वापसी हो सकती है। आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए भाजपा कुछ नेताओं को सदस्यता भी दे सकती है। भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, कई नेता पार्टी में वापसी की इच्छा रखते हैं, लेकिन इस पर फैसला पार्टी का प्रदेश नेतृत्व करेगा।
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस में नेताओं की नाराजगी कम होने के बजाय बढ़ रही है। पार्टी द्वारा भीतरघात करने वाले और बागी नेताओं के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद यह नाराजगी ज्यादा बढ़ती नजर आ रही है। इसके चलते कुछ नेताओं ने भाजपा की सदस्यता लेने का मन बनाया है। वहीं चुनाव के वक्त भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए नेता भी अब घर वापसी का रास्ता तलाश रहे हैं।
प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद कांग्रेस में उठापटक कम नहीं हो रही है। नेताओं की नाराजगी कम होने के बजाय बढ़ती नजर आ रही है। हाल ही में कांग्रेस की अनुशासन समिति ने कई नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है और कुछ को नोटिस भी दिया है। ये नेता कार्रवाई के बाद दूसरे विकल्प तलाशने में जुट गए हैं। राज्य इकाई के पूर्व महासचिव प्रमोद गुगालिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उनके अलावा मुरैना से राकेश मावई पहले ही भाजपा में चले गए हैं। अब खबरें हैं कि पार्टी से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले अंतर सिंह दरबार भाजपा में शामिल हो सकते हैं। वहीं, इनमें से कुछ भाजपा में वापसी की कोशिश में हैं। भाजपा से कांग्रेस में शामिल होने वालों में सिर्फ भंवर सिंह शेखावत ही चुनाव जीते। इसके अलावा, कुछ ऐसे नेता भी हैं, जो कांग्रेस में शामिल हुए लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला, वे भी अपनी मूल पार्टी में लौटने की योजना बना रहे हैं। इनमें से कुछ जो लंबे समय से भाजपा से जुड़े थे, उनकी भी भाजपा में वापसी हो सकती है। आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए भाजपा कुछ नेताओं को सदस्यता भी दे सकती है। भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, कई नेता पार्टी में वापसी की इच्छा रखते हैं, लेकिन इस पर फैसला पार्टी का प्रदेश नेतृत्व करेगा।