आए थे सभा करने नर्मदा पूजन कर लौट गए अखिलेश
0
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में सपा प्रत्याशी मिर्ची बाबा के समर्थन में आज मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव पहुंचे तो सभा करने थे, मगर सभा स्थल पर भीड़ नहीं जुटी तो उन्होंने सभा को स्थगित किया और नर्मदा पूजन कर वापस लौट गए।
बुधनी विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ सपा ने मिर्ची बाबा को उतारा है, जबकि कांग्रेस की ओर से विक्रम मस्ताल चुनाव मैदान में है। इस सीट पर अभी तक सभी दलों के स्टार प्रचारकों ने दूरी बनाए रखी हुई है। चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव की सभा वहां पर तय की गई। आज मंगलवार को जब अखिलेश यादव वहां सभा करने पहुंचे तो सभा स्थल पर पर्याप्त भीड़ नजर नहीं आई तो उन्होंने अपनी सभा को स्थगित कर दिया। इसके बाद वे बुधनी स्थिति मां नर्मदा के तट पर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार के इंजन आपस में टकरा रहे हैं। इनके पास कोई मुख्यमंत्री का चेहरा नही है। हम सामान्यतः देखते हैं कि राजनीति में प्रमोशन होता है लेकिन मध्य प्रदेश पहला ऐसा पहला प्रदेश है, जहां राजनीति में डिमोशन हुआ है। नर्मदा पूजन के बाद जब वे वापस लौट रहे थे तो रास्ते में उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम मस्ताल जनसंपर्क करते हुए मिले, अखिलेश यादव ने रुककर विक्रम मस्ताल से चर्चा की, उन्हें शुभकामनाएं भी दी।
बुधनी विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ सपा ने मिर्ची बाबा को उतारा है, जबकि कांग्रेस की ओर से विक्रम मस्ताल चुनाव मैदान में है। इस सीट पर अभी तक सभी दलों के स्टार प्रचारकों ने दूरी बनाए रखी हुई है। चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव की सभा वहां पर तय की गई। आज मंगलवार को जब अखिलेश यादव वहां सभा करने पहुंचे तो सभा स्थल पर पर्याप्त भीड़ नजर नहीं आई तो उन्होंने अपनी सभा को स्थगित कर दिया। इसके बाद वे बुधनी स्थिति मां नर्मदा के तट पर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार के इंजन आपस में टकरा रहे हैं। इनके पास कोई मुख्यमंत्री का चेहरा नही है। हम सामान्यतः देखते हैं कि राजनीति में प्रमोशन होता है लेकिन मध्य प्रदेश पहला ऐसा पहला प्रदेश है, जहां राजनीति में डिमोशन हुआ है। नर्मदा पूजन के बाद जब वे वापस लौट रहे थे तो रास्ते में उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम मस्ताल जनसंपर्क करते हुए मिले, अखिलेश यादव ने रुककर विक्रम मस्ताल से चर्चा की, उन्हें शुभकामनाएं भी दी।