घर बैठने वाले समझ ले, उनके लिए मेरे दरवाजे भी बंद
दिग्विजय ने नाराज होकर घर बैठने वाले नेताओं को दी चेतावनी
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के नाराज होकर घर बैठ गए नेताओं को चेतावनी दी है कि अगर वे चुनाव प्रचार में मैदान में नजर नहीं आए और घर बैठे रहे तो समझ लें कि उनके लिए अब दिग्विजय सिंह के घर के दरवाजे भी बंद हो गए हैं। सिंह ने आज फिर ईवीएम को लेकर सवाल खड़े गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने चुनाव प्रचार के लिए मैदानी मोर्चा संभाल लिया है। मालवा अंचल के बाद अब वे ग्वालियर-चंबल पहुंचे हैं। ग्वालियर पहुंचने के बाद जब उन्हें इस बात की जानकारी मिली कि टिकट के दावेदारों को जब टिकट नहीं मिला तो वे नाराज होकर घर बैठ गए। इस बात से वे खासे नाराज नजर आए। उन्होंने ऐसे नेताओं को चेतावनी दे डाली। सिंह ने कहा कि अगर चुनाव के दौरान वे कांग्रेस का काम नहीं कर रहे हैं और घरों में बैठे हैं तो वे यह समझ लें कि दिग्विजय सिंह के घर के दरवाजे भी अब उनके लिए सदैव के लिए बंद हैं। सिंह ने ग्वालियर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक ली और टिकट वितरण के बाद उपजे असंतोष को दूर कर कांग्रेस प्रत्याशी के लिए मैदान में उतरने को कहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जिन 66 सीटों की जिम्मेदारी मुझे दी थी, उनमें से ग्वालियर भी एक सीट है। इस सीट पर मेरी प्रतिष्ठा लगी हुई है।
ईवीएम पर उठाए सवाल
सिंह ने एक बार फिर ईवीएम को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा बेईमानी करती है। ये वोटर लिस्ट में बेईमानी क़रती है, ये मशीन में भी गड़बड़ी करती है, भाजपा का वोट बढ़ा सकती है, क्योंकि जिस मशीन में चिप डली हो वो मशीन चलाने वाले का आदेश नहीं मानेगी, बल्कि जो सॉफ्टवेयर डाला गया है उसके अनुसार चलेगी। यह हमारे शक की पुष्टि करता है क्योंकि किसी भी देश में ईवीएम से चुनाव नहीं होता।