हमारी सरकार होते हुए भी सरस्वती माई नहीं बैठ पाई गद्दी पर
उमा ने कहा कि रायसेन, विदिशा के मंदिरों के नहीं खुले ताले
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के आज फिर तेवर तल्ख नजर आए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार होने के बाद भी धार में सरस्वती माई अपनी गद्दी पर नहीं बैठ पाई। वहीं रायसेन और विदिशा के मंदिरों के ताले भी नहीं खुल सके।
उमा भारती ने आज बयान जारी कर कहा कि वे ओरछा रामराजा सरकार को माथा टेक कर हिमालय के लिए निकल जाएंगी। इस साल में शिवराज जी ने एक आदर्श शराब नीति लाकर अभिनंदनीय कार्य किया। इन साढे तीन वर्षों के शिवराज जी के कार्यकाल में कई जनकल्याणकारी कार्यों की भी शुरुआत हुई। हमारी पार्टी के लगभग सभी उम्मीदवार घोषित हो गए, अभी मध्य प्रदेश में हमारी पार्टी का घोषणा पत्र आना बाकी है जिसके आधार पर हमारी पार्टी जनादेश मांगेगी। उन्होंने कहा कि मैं पूरी मेहनत करूंगी एवं भगवान से प्रार्थना भी करती हूं कि हमारी सरकार बने और मेरी और हम सबकी अधूरी रह गई आकांक्षाओं को पूरा करें। उन्होंने कहा कि पंच-ज अभियान संपूर्णता से नहीं हुआ, टुकड़ों में हुआ। धार भोजशाला की सरस्वती माई राज्य और केंद्र में हमारी सरकार होते हुए भी अपनी गद्दी पर वापस नहीं लौट सकीं। रायसेन के सोमेश्वर एवं विदिशा की विजया देवी के मंदिर के पट नहीं खुल सके जबकि हमारे केंद्रीय नेतृत्व के एक महत्वपूर्ण पदाधिकारी ने मुझे इसका आश्वासन दिया था।
उमा ने कहा कि हमारी पार्टी के लगभग सभी उम्मीदवार घोषित हो गए, अभी मध्य प्रदेश में हमारी पार्टी का घोषणा पत्र आना बाकी है जिसके आधार पर हमारी पार्टी जनादेश मांगेगी। उन्होंने कहा कि मैं पूरी मेहनत करूंगी एवं भगवान से प्रार्थना भी करती हूं कि हमारी सरकार बने और मेरी और हम सबकी अधूरी रह गई आकांक्षाओं को पूरा करें। उन्होंने कहा कि अंत में मैं इस निष्कर्ष पर हूं कि 2003 से अभी तक डेढ़ साल को छोड़कर हमारी ही सरकार रही। लोगों के जिन सपनों को पूरा करने के लिए हमने कांग्रेस को 20 साल पहले ध्वस्त किया था, वह सपने कितने पूरे हुए उस पर अभी और आत्म चिंतन मैं अभी कुछ दिन हिमालय में बद्रीदृकेदार के दर्शन करते समय करूंगी।