अब उमा ने कहा चुनाव लड़ने पर मैं नहीं, पार्टी बात करेगी
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती बढ़ा रही भाजपा की मुसीबत
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती कभी लोकसभा चुनाव ना लड़ने की बात कहती हैं और कभी चुनाव लड़ने का फैसला पार्टी पर छोड़ देती है। कभी वे कहती है कि मध्यप्रदेश नहीं बल्कि अब तीसरे राज्य से वे चुनाव मैदान में उतर सकती है। उनकी इस तरह की बयानबाजी से भाजपा की मुसीबत बढ़ रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने 2019 में लोकसभा चुनाव ना लड़ने का फैसला लिया था। इसके बाद वे एक तरह से भाजपा में हासिए पर चल रही है। प्रदेश में लगातार हो रही उपेक्षा को देख पिछले कुछ माहों से उन्होंने फिर सक्रियता दिखाई और सरकार को आईना दिखाते हुए ष्शराबबंदी सहित अन्य मुद्दों पर वे खुलकर बयानबाजी करती रही है। इसके बाद अब चुनाव के पहले वे लगातार चुनाव लड़ने और ना लड़ने को लेकर बयान देने से भी नहीं चूक रही है। हाल में कुछ दिन पहले महिला आरक्षण में ओबीसी महिलाओं के आरक्षण के मुद्दे पर उन्होंने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला और कहा था कि वे तीसरे राज्य से चुनाव लड़ने की मंशा रखती है। तीसरे राज्य याने मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश को छोड़कर कोई तीसरा राज्य वे तलाश रही है। मगर आज फिर उन्होंने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर दिया है। इस बयान के बाद एक बार फिर वे चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा में आई हैं।
उमा ने कहा कि मैं जो ट्वीट करती हूं उससे अधिकतम लोगों से मेरा संपर्क, कई खबरों की पुष्टि और कई खबरों का खंडन हो जाता है। 2024 का चुनाव लड़ने की बात तो मैने 2019 में कही थी, विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा पूर्णतः निराधार थी, अब मेरे लोकसभा चुनाव लड़ने पर मैं नहीं, मेरी पार्टी बात करेगी। उन्होंने कहा कि भैया दूज तक जो कि 15 नवंबर को है, चार धाम के लगभग सब कपाट बंद हो जाते हैं। मैं चार-पांच दिन पहले ही हिमालय छोड़ देती हूं, क्योंकि जो व्यक्ति कपाट बंद होने के समय वहां रहता है उसे कपाट खुलते समय भी वहां रहना चाहिए, यही नीति एवं परंपरा है। कपाट खुलते समय कई बार वहां पहुंचना मुश्किल हो जाता है। उमा ने कहा कि मैं बेहद खुश हूं जिंदगी की हर घड़ी सार्थक है एवं खुशियों से भरपूर है। मेरी खुशियां तो इसी से निकल रही हैं कि मैं आपके काम आती हूं।