भ्रष्टाचार के रेट कार्ड पर चल रही प्रदेश सरकार
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20 सितंबर को समर्थकों के साथ शामिल हो सकते हैं कांग्रेस में
भोपाल। बालाघाट संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद बोधसिंह भगत 20 सितंबर को कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला के साथ उनकी बातचीत हुई है।
भाजपा से निष्कासित बालाघाट के पूर्व सांसद बोधसिंह भगत के कांग्रेस की सदस्यता लेने की चर्चा लंबे समय से चल रही थी। इन चर्चाओं को अब जल्द ही विराम लगने वाला है। भगत ने अब कांग्रेस की सदस्यता लेने का मन बना लिया है। वैसे वे पहले भाजपा से कटंगी विधानसभा सीट से टिकट की चाहत रख रहे थे। मगर भाजपा द्वारा उन्हें पहले पार्टी में शामिल होने का कहा जा रहा था, टिकट मिलेगा इसका आश्वासन उन्हें नहीं मिल पा रहा था। इसके बाद भगत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के संपर्क में रहे और बीते दो दिन पहले वे भोपाल में कमलनाथ से मिले। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला भी मौजूद थे। दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत में यह फैसला हुआ कि भगत कांग्रेस की सदस्यता लें। सूत्रों की माने तो कांग्रेस की ओर से उन्हें कटंगी विधानसभा सीट से मैदान में उतारा जा सकता है। वहीं अगर स्थानीय नेताओं की नाराजगी नजर आई तो कांग्रेस की ओर से भगत को लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारा जा सकता है। बताया जा रहा है कि कमलनाथ के द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद से भगत लगातार स्थानीय कांग्रेस नेताओं और अपने समर्थकों के संपर्क में हैं और 20 सितंबर को भोपाल चलने के लिए तैयार कर रहे हैं। वहीं बालाघाट जिले के कुछ कांग्रेस नेता भगत के कांग्रेस में आने का विरोध भी कर रहे हैं। उन्होंने अपना विरोध भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के सामने भोपाल आकर जताया है।
भगत के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर बालाघाट के कांग्रेस नेता मनोहर अग्रवाल का कहना है कि भगत अगर कांग्रेस में आते हैं तो कांग्रेस कटंगी विधानसभा सीट के अलावा वारासिवनी विधानसभा सीट पर भी मजबूत होगी। इसके अलावा बालाघाट संसदीय सीट पर भी उनका प्रभाव है। अग्रवाल ने कहा कि उनके आने से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। अग्रवाल ने कहा कि भगत जल्द ही कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं। गौरतलब है कि भगत 16 वीं लोकसभा के सदस्य रहे हैं। इसके अलावा वे खैरलांजी विधानसभा सीट विधायक भी रहे हैं।
गोंगपा में भी किए प्रयास
कांग्रेस के अलावा भगत गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेताओं से भी संपर्क में रहे थे। मगर गोंगपा का प्रभाव कम होता देख उन्होंने कांग्रेस में जाना उचित समझा। बताया जा रहा है कि भाजपा के निश्कासित इस नेता को अपने राजनीतिक कैरियर की चिंता ज्यादा थी, जिसके चलते उनका मोह अब कांग्रेस की ओर बढ़ा है।
भोपाल। बालाघाट संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद बोधसिंह भगत 20 सितंबर को कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला के साथ उनकी बातचीत हुई है।
भाजपा से निष्कासित बालाघाट के पूर्व सांसद बोधसिंह भगत के कांग्रेस की सदस्यता लेने की चर्चा लंबे समय से चल रही थी। इन चर्चाओं को अब जल्द ही विराम लगने वाला है। भगत ने अब कांग्रेस की सदस्यता लेने का मन बना लिया है। वैसे वे पहले भाजपा से कटंगी विधानसभा सीट से टिकट की चाहत रख रहे थे। मगर भाजपा द्वारा उन्हें पहले पार्टी में शामिल होने का कहा जा रहा था, टिकट मिलेगा इसका आश्वासन उन्हें नहीं मिल पा रहा था। इसके बाद भगत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के संपर्क में रहे और बीते दो दिन पहले वे भोपाल में कमलनाथ से मिले। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला भी मौजूद थे। दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत में यह फैसला हुआ कि भगत कांग्रेस की सदस्यता लें। सूत्रों की माने तो कांग्रेस की ओर से उन्हें कटंगी विधानसभा सीट से मैदान में उतारा जा सकता है। वहीं अगर स्थानीय नेताओं की नाराजगी नजर आई तो कांग्रेस की ओर से भगत को लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारा जा सकता है। बताया जा रहा है कि कमलनाथ के द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद से भगत लगातार स्थानीय कांग्रेस नेताओं और अपने समर्थकों के संपर्क में हैं और 20 सितंबर को भोपाल चलने के लिए तैयार कर रहे हैं। वहीं बालाघाट जिले के कुछ कांग्रेस नेता भगत के कांग्रेस में आने का विरोध भी कर रहे हैं। उन्होंने अपना विरोध भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के सामने भोपाल आकर जताया है।
भगत के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर बालाघाट के कांग्रेस नेता मनोहर अग्रवाल का कहना है कि भगत अगर कांग्रेस में आते हैं तो कांग्रेस कटंगी विधानसभा सीट के अलावा वारासिवनी विधानसभा सीट पर भी मजबूत होगी। इसके अलावा बालाघाट संसदीय सीट पर भी उनका प्रभाव है। अग्रवाल ने कहा कि उनके आने से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। अग्रवाल ने कहा कि भगत जल्द ही कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं। गौरतलब है कि भगत 16 वीं लोकसभा के सदस्य रहे हैं। इसके अलावा वे खैरलांजी विधानसभा सीट विधायक भी रहे हैं।
गोंगपा में भी किए प्रयास
कांग्रेस के अलावा भगत गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेताओं से भी संपर्क में रहे थे। मगर गोंगपा का प्रभाव कम होता देख उन्होंने कांग्रेस में जाना उचित समझा। बताया जा रहा है कि भाजपा के निश्कासित इस नेता को अपने राजनीतिक कैरियर की चिंता ज्यादा थी, जिसके चलते उनका मोह अब कांग्रेस की ओर बढ़ा है।