पांच माह में छटवीं बार सरकार लेने जा रही कर्ज
भोपाल। प्रदेश सरकार एक बार फिर कर्ज लेने जा रही है। सरकार द्वारा पिछले पांच माह में यह छटवीं बार कर्ज लिया जा रहा है। सरकार सत्रह और इक्कीस साल के लिए पच्चीस सौ-पच्चीस सौ करोड़ का कर्ज आरबीआई से ले रही है।
जानकारी के अनुसार पहले सप्लीमेंट्री बजट पेश करने के बाद सरकार पांच हजार करोड़ का लोन लेगी। गौरतलब है कि मोहन सरकार ने सितंबर, अक्टूबर नवंबर में भी 5-5 हजार करोड़ का कर्ज लिया था। सरकार के लगातार कर्ज लेने से प्रदेश वासियों पर भी इसका बोझ बढ़ता जा रहा है। आलम यह है कि मध्य प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति 52 हजार रुपए के कर्ज के बोझ के तले दब गया है। सरकार के कर्ज लेने के बाद जो आंकड़े सामने आए हैं वो हैरान करने वाले हैं। प्रदेश सरकार का कुल बजट तकरीबन 4 लाख करोड़ रुपए है। आरबीआई से लोन लेने के बाद मोहन सरकार पर 4 लाख करोड़ का कर्ज हो गया है।
कहां खर्च हो रहा सरकार का पैसा?
बता दें कि मध्य प्रदेश में लाड़ली बहना योजना, बहनों को 450 रुपए में गैस सिलेंडर, कर्मचारियों के वेतन भत्ते समेत कई ऐसी योजनाएं हैं, जिनमें राज्य सरकार भारी भरकम राशि खर्च कर रही है। सरकार ने अपने पहले अनुपूरक बजट में 3 महीने के सरकारी खर्च के लिए 65 विभागों को 22 हजार 460 करोड़ रुपए दिए थे। लाड़ली बहना योजना पर 465 करोड़, लाड़ली लक्ष्मी के लिए 85 करोड़, 11 वीं एवं 12 वीं के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने के लिए 180 करोड़ सहित अन्य योजनाओं पर कर्ज की राशि खर्च की जा रही है।