नेताओं के बगावती तेवरों से परेशान हो रहे दल
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भाजपा के बाद कांग्रेस में भी नेताओं की नाराजगी बनी चिंता का कारण
भोपाल। विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर मचे घमासान के बीच अब नेताओं के बगावती तेवरों ने भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलां की चिंता को बढ़ाना ष्षुरू कर दिया है। भाजपा में पहली सूची जारी होने के बाद लगातार नाराजगी सामने आ रही है। वहीं कांग्रेस में अभी प्रत्याशियों के नामों पर सिर्फ मंथन जारी है, इस पर भी नेताओं के बगावती तेवर नजर आ रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में नेताओं की नाराजगी बढ़ती जा रही है। दोनों ही दलों में दूसरे दलों से आए नेताओं के कारण यह नाराजगी और खुलकर सामने आ रही है। हाल ही में षिवपुरी की कोलारस विधानसभा सीट से विधायक वीरेन्द्र रघुवंषी ने कांग्रेस का दामन थामा इसके बाद वहां के नेताओं की नाराजगी कम नहीं हो रही है। इसके अलावा एक-एक कर कई स्थानों पर कांग्रेस नेताओं की नाराजगी को दौर तेज हो चला है। कांग्रेस में इन दिनों दिल्ली में प्रत्याशियों के चयन को लेकर मंथन जारी है। इस बीच डिंडोरी विधानसभा सीट को लेकर वहां के नेताओं को यह जानकारी मिली कि वर्तमान विधायक ओमकार सिंह मरकाम को टिकट मिल सकता है। तो नाराजगी खुलकर सामने आई है। यह नाराजगी डिंडोरी के जिला पंचायत अध्यक्ष रूद्रेष परस्ते की है। उन्होंने मरकाम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। परस्ते ने बगावती तेवर दिखाते हुए साफ कर दिया कि अगर मरकाम को डिंडोरी से प्रत्याशी बनाया गया तो वे उनके खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरेंगे। परस्ते ने साफ कर दिया कि उनकी मंशा को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी जानते हैं। उसके बाद भी वे वर्तमान विधायक का टिकट नहीं काटने की बात कह चुके हैं। इसके चलते उन्हें मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ रहा है। कांग्रेस में परस्ते ही नहीं, बल्कि दर्जन भर जिलों में नेताओं में इसी तरह की नाराजगी उभर कर सामने आई है। फिलहाल प्रत्याषियों की सूची जारी नहीं हुई है, लेकिन सूची जारी होने के बाद कई विधानसभा सीटों पर नेताओं की बगावत दिखाई दे सकती है।
एक और पूर्व विधायक ने दिया इस्तीफा
भाजपा के हालत भी कुछ ठीक नहीं है। भाजपा में लगातार नाराज नेताओं द्वारा इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है। अधिकांश नेता इस्तीफा देकर कांग्रेस की सदस्यता ले चुके हैं। इस बीच आज आगर मालवा जिले की सुसनेर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक संजय जोशी ने भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। जोशी ने कहा कि उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दिया है। संघ प्रचारक रहे जोशी ने साफ कर दिया कि वे अब निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरेंगे। उन्होंने कहा कि अराजकता के इस माहौल से मैं ही नहीं, बल्कि सुसनेर विधानसभा क्षेत्र के मतदाता भी परेशान हैं, इसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया है।
भोपाल। विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर मचे घमासान के बीच अब नेताओं के बगावती तेवरों ने भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलां की चिंता को बढ़ाना ष्षुरू कर दिया है। भाजपा में पहली सूची जारी होने के बाद लगातार नाराजगी सामने आ रही है। वहीं कांग्रेस में अभी प्रत्याशियों के नामों पर सिर्फ मंथन जारी है, इस पर भी नेताओं के बगावती तेवर नजर आ रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में नेताओं की नाराजगी बढ़ती जा रही है। दोनों ही दलों में दूसरे दलों से आए नेताओं के कारण यह नाराजगी और खुलकर सामने आ रही है। हाल ही में षिवपुरी की कोलारस विधानसभा सीट से विधायक वीरेन्द्र रघुवंषी ने कांग्रेस का दामन थामा इसके बाद वहां के नेताओं की नाराजगी कम नहीं हो रही है। इसके अलावा एक-एक कर कई स्थानों पर कांग्रेस नेताओं की नाराजगी को दौर तेज हो चला है। कांग्रेस में इन दिनों दिल्ली में प्रत्याशियों के चयन को लेकर मंथन जारी है। इस बीच डिंडोरी विधानसभा सीट को लेकर वहां के नेताओं को यह जानकारी मिली कि वर्तमान विधायक ओमकार सिंह मरकाम को टिकट मिल सकता है। तो नाराजगी खुलकर सामने आई है। यह नाराजगी डिंडोरी के जिला पंचायत अध्यक्ष रूद्रेष परस्ते की है। उन्होंने मरकाम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। परस्ते ने बगावती तेवर दिखाते हुए साफ कर दिया कि अगर मरकाम को डिंडोरी से प्रत्याशी बनाया गया तो वे उनके खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरेंगे। परस्ते ने साफ कर दिया कि उनकी मंशा को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी जानते हैं। उसके बाद भी वे वर्तमान विधायक का टिकट नहीं काटने की बात कह चुके हैं। इसके चलते उन्हें मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ रहा है। कांग्रेस में परस्ते ही नहीं, बल्कि दर्जन भर जिलों में नेताओं में इसी तरह की नाराजगी उभर कर सामने आई है। फिलहाल प्रत्याषियों की सूची जारी नहीं हुई है, लेकिन सूची जारी होने के बाद कई विधानसभा सीटों पर नेताओं की बगावत दिखाई दे सकती है।
एक और पूर्व विधायक ने दिया इस्तीफा
भाजपा के हालत भी कुछ ठीक नहीं है। भाजपा में लगातार नाराज नेताओं द्वारा इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है। अधिकांश नेता इस्तीफा देकर कांग्रेस की सदस्यता ले चुके हैं। इस बीच आज आगर मालवा जिले की सुसनेर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक संजय जोशी ने भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। जोशी ने कहा कि उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दिया है। संघ प्रचारक रहे जोशी ने साफ कर दिया कि वे अब निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरेंगे। उन्होंने कहा कि अराजकता के इस माहौल से मैं ही नहीं, बल्कि सुसनेर विधानसभा क्षेत्र के मतदाता भी परेशान हैं, इसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया है।