वोट भाजपा को देना, लेकिन पहले वचन लेना
उमा ने किए ट्वीट, नाराजगी आई सामने
भोपाल। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की भाजपा से नाराजगी एक बार फिर सार्वजनिक रूप से सामने आई है। उमा ने आज ट्वीट कर मतदाताओं से कहा कि वोट आप भाजपा को देना, लेकिन पहले वचन लेना। इस ट्वीट के बाद उमा की नाराजगी को देखा जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने आज आधा दर्जन ट्वीट कर अपनी नाराजगी का इजहार किया है। उन्होंने लिखा कि मेरी माँ स्वर्गीय बेटी बाई के नाम पर माता बेटी बाई वेलफेयर के नाम से संस्था बनाई हैं, जिसका पहला कार्यक्रम दुर्गा हनुमान मंदिर भोपाल में वृक्षारोपण करके प्रारंभ हुआ । वहाँ पर मैंने निम्नलिखित बाते कही कि हम इस संस्था के माध्यम से सेवा कार्य करते रहेंगे। मध्यप्रदेश में शराबबंदी के अभियान की यही से शुरुआत की थी इसलिए शिवराज सिंह का धन्यवाद एवं अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि आज एक प्रकार से भाजपा का चुनाव अभियान शुरू हो गया तो मध्यप्रदेश की जनता भी यह तय करले की हम भाजपा की ही सरकार बनायेंगे लेकिन गाँधी जी, पंडित दीनदयाल जी एवं मोदी जी के आदर्शों पर चलने के लिए भाजपा को विवश करेंगे। भाजपा की ही सरकार बनेगी। मैं फिर इसके लिए मेहनत करूँगी, लेकिन मैं प्रदेश की माता बहनों एवं सभी से अनुरोध करती हूँ की वोट भाजपा को ही दे लेकिन हर उम्मीदवार से यह वचन ले कि वे सरकारी स्कूल एवं सरकारी अस्पताल में ही अपने परिवार एवं अपना इलाज कराएंगे तथा अपने बच्चों को पढ़ाएंगे।
उन्होंने लिखा कि कोई भी भाजपा का नेता, कार्यकर्ता शादी में फ़िज़ूल खर्चा नहीं करेगा । हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी की यही गाइडलाइन है। फाइव स्टार होटलों में नहीं रुको, कही भी फ़िज़ूल खर्ची मत करो। मोदी जी हमारे आदर्श है, हमारे मसीहा है।
डर है कि सरकार बनने के बाद पूछेंगे या नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का एक बयान भी सामने आया है। इस बयान में उनका अपना दर्द छलक है। उन्होंने कहा है कि जनआशीर्वाद यात्रा में मुझे नहीं बुलाया गया। मुझे निमंत्रण नहीं दिया गया, कोई बात नहीं. अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार बनवाई, तो मैंने भी बनवाई, प्रचार किया। मेरा ध्यान रखना था, नहीं रखा, मुझे निमंत्रण नहीं दिया। मुझे तो अब डर है कि सरकार बनने के बाद यह मुझे पूछेंगे कि नहीं। उमा के इस बयान पर अब राजनीति शुरू हो गई है।