विरोध से बचने आम सहमति बनाने का प्रयास
कांग्रेस की प्रत्याशी चयन में विरोध से बचने की रणनीति
भोपाल। विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने पहली सूची जारी कर दी है। इसके बाद कांग्रेस में अब प्रत्याशी चयन को लेकर कल शनिवार से मंथन किया जाएगा। कांग्रेस सूची जारी होने के बाद मचने वाले घमासान से बचने के लिए स्थानीय नेताओं के साथ सहमति बनाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए कल से चार दिनों तक बैठकों का दौर चलता रहे।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा द्वारा जारी की 39 प्रत्याशी की सूची के बाद कांग्रेस पर प्रत्याशियों की सूची जारी करने का दबाव बढ़ गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ इसे लेकर पहले ही साफ कर चुके हैं कि सूची जारी करने के पहले वे जिताउ दावेदारों को मैदान में सक्रियता बढ़ाने का इशारा कर चुके हैं। फिर भी कांग्रेस संगठन को इस बात का आशंका है कि प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद दावेदारों की नाराजगी सामने आएगी। इसके चलते कांग्रेस नेता हर सीट पर आम सहमति बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके चलते कल शनिवार से राजधानी भोपाल में कांग्रेस नेताओं की बैठकों का दौर शुरू होगा। इन बैठकों में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पर प्रदेश के पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। बैठकों का दौर चार दिनों तक चलेगा। जिला अध्यक्ष और जिला प्रभारियों के साथ भी बैठकें होनी है। 2 सितंबर को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक, चुनाव समिति की बैठक और वरिष्ठ नेताओं की बैठक होगी। इसके बाद 3 सितंबर को भी यह बैठक होगी। 4 सितंबर को विधायकों, पूर्व विधायकों, सांसद, पूर्व सांसदों के साथ बैठक होनी है। इसके अलावा जिला अध्यक्षों और जिला प्रभारियों के साथ भी बैठक होगी। बताया जा रहा है कि हर सीट पर एक या दो नाम तय कर स्क्रीनिंग कमेटी के सामने रखे जाएंगे। दावेदारों को लेकर जिला अध्यक्षों और जिला प्रभारियों के अलावा चुनाव समिति से भी बंद लिफाफे में नाम मांगे गए हैं। इसके अलावा स्क्रीनिंग कमेटी के साथ एआईसीसी और प्रदेश कांग्रेस द्वारा कराए गए सर्वे की रिपोर्ट भी रखी जाएगी।
एक साथ जारी नहीं होगी सूची
कांग्रेस इस बात की तैयारी कर चुकी है कि प्रत्याशियों की सूची एक साथ जारी न करके अलग-अलग टुकड़ों में जारी की जाए। पार्टी आलाकमान की सहमति के बाद ही ये सूचियां जारी की जाएंगी। बताया जा रहा है कि कांग्रेस की पहली सूची में वर्तमान विधायकों के अलावा उन दावेदारों के नाम घोषित हो सकते हैं, जिनकी स्थिति अपने क्षेत्र में मजबूत है और सर्वे एवं सहमति में उनका कहीं विरोध नही है। इसके बाद की सूचियों में नए चेहरों, दूसरे दलों से आए नेताओं को कांग्रेस जहां पर उम्मीदवार बनाना चाह रही है उनके नाम आएंगे।