मप्र की प्रगति और विकास के लिए सीएम जनसेवा मित्र रचेंगे नया इतिहासः शिवराज
– मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र बूटकैंप बैच-2 को किया संबोधित
भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि छह महीने पहले जिन बेटे-बेटियों का चयन मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र (Chief Minister Public Service Friend) के रूप में किया गया था, उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है। ये सभी युवा इतिहास रचेंगे। स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) कहते थे- तुम केवल साढ़े तीन हाथ के हाड़-मांस के पुतले नहीं हो, तुम अनंत शक्तियों का भंडार हो। दुनिया में हर काम आप कर सकते हैं। युवा प्रदेश की प्रगति और विकास के लिए नया इतिहास रचने में सहयोग करें। जो काम आपको मिला है, वह अपने आप को तराशने और बनाने और सीखने का कार्य है। इसे पूरी गंभीरता से करें। अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुँचाने की कोशिश करें। लाड़ली बहना योजना सहित अन्य जन-कल्याणकारी योजनाओं (public welfare schemes) में भरपूर सहयोग करें।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को भोपाल में मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र बूट कैंप बैच-2 (Chief Minister Janseva Mitra Boot Camp Batch-2) में सीएम जनसेवा मित्रों को संबोधित कर रहे थे। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने पुष्प-वर्षा कर युवाओं का स्वागत किया। कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के उपाध्यक्ष सचिन चतुर्वेदी, सीईओ राघवेन्द्र कुमार सिंह, लोकेश शर्मा तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
लोगों की सेवा भगवान की पूजा मानकर करें, तो आनंद की प्राप्ति होगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप मेरी आँख और कान हैं। आपको जो ग्राम पंचायत कार्य करने के लिए दी गई हैं, उस पंचायत में लगातार भ्रमण करें। सभी से विनम्रता से बात कर योजनाओं के बारे में समझाइश दें। कार्य को पूरा करने के लिए दिल में तड़प रखकर बेहतर प्रयास करें। कार्य करने के पीछे सकारात्मक दृष्टिकोण होना चाहिए। लोगों की सेवा भगवान की पूजा मानकर करें, तो आनंद की प्राप्ति होगी।
देश-दुनिया में मध्यप्रदेश को बनाना है अग्रणी राज्य
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में एक समय सड़कों की हालत खराब थी। बिजली बहुत कम आती थी। पीने के पानी, सिंचाई की व्यवस्था भी नहीं थी। मप्र बीमारू राज्य था। आज प्रति व्यक्ति आय 11 हजार से बढ़कर एक लाख 40 हजार रुपये हो गई। बिजली का उत्पादन 2900 मेगावॉट से बढ़कर 28 हजार मेगावॉट हो गया। लगभग 47 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की व्यवस्था हो गई है। सड़कों की स्थिति में सुधार हुआ है। प्रदेश का बजट भी बढ़ा है। हम सीएम राइज स्कूल बना रहे हैं। मध्यप्रदेश को आगे ले जाना है। देश-दुनिया के राज्यों में मध्यप्रदेश को अग्रणी राज्य बनाना है।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का शुभारंभ 13 अगस्त को
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में उच्च शिक्षा और विदेश में अध्ययन की फीस राज्य सरकार भरवा रही है। योजना का शुभारंभ 13 अगस्त को होगा। युवाओं को काम सीखने के दौरान आठ हजार रुपये प्रतिमाह भी दिए जाएँगे। यह इंटर्नशिप योजना आपको कई अनुभव सिखाएगी। प्रदेश में बेटा-बेटियों का भेदभाव समाप्त करने के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई गई। बेटियों के हित में कई कदम उठाए गए हैं। बहनों के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बनाई गई है।
मध्यप्रदेश को आगे ले जाने में युवाओं का मिले पूरा सहयोग
उन्होंने कहा कि सीएम जनसेवा मित्र सभी योजनाएं लागू करवाने में मदद करें। सीएम जनसेवा अभियान में लोगों की सेवा करके उनकी जिंदगी बदलना है। आप लोगों की जिंदगी बेहतर बनाओ, आपकी जिंदगी बनाने का काम हम करेंगे। मुझे आप पर पूरा विश्वास है। मध्यप्रदेश को आगे ले जाने में आपका पूरा सहयोग मिले। आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
सीएम फेलोज़ को उपलब्ध कराई जाएंगी गाड़ियाँ
उन्होंने कहा कि सीएम फेलोज़ को लोगों के बीच पहुँचने के लिए गाड़ियों की व्यवस्था की जाएगी, जिससे वे आसानी से अपने दौरे कर सकें। मुख्यमंत्री जनसेवा मित्रों को ऑनलाइन कार्य के लिए 200 रुपये का मोबाइल डाटा पैक डलवाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने युवाओं के सवालों के दिए जवाब
मुख्यमंत्री से पांच जनसेवा मित्रों ने संवाद करते हुए सवाल पूछे। मुख्यमंत्री ने सहजता से सवालों के जवाब दिए। इंदौर की रितिका चौहान ने पूछा कि आपके मन में बेरोजगारी भत्ता देने का विचार क्यों नहीं आया? मुख्यमंत्री ने कहा कि हम युवाओं को घोंसला नहीं पंख देने का कार्य कर रहे हैं, जिससे वे ऊँची उड़ान भर सकें। इसीलिए प्रदेश में मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना शुरू की गई है।
मंडला की उर्वशी राय ने पूछा कि आपका अपनी इतनी व्यवस्तताओं के बीच तनावमुक्त रहने का मंत्र क्या है? मुख्यमंत्री ने बताया कि तनावमुक्त रहने के लिए योगा और मेडिटेशन बहुत आवश्यक है। साथ ही आप अपना काम करते रहें, फल की इच्छा नहीं करें, तो तनावमुक्त रहा जा सकता है। सतना के अमर भारती पटेल ने पूछा कि जब आप पहली बार मुख्यमंत्री बने, तब आपके सामने कौन-कौन सी चुनौतियाँ थीं? मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री बना तब प्रदेश में बिजली, पानी, सड़क, अस्पताल, स्कूल, सिंचाई और रोजगार के साधन का अभाव था। अब इन सभी बुनियादी सुविधाओं का इंतजाम करते हुए मध्यप्रदेश आगे बढ़ा और आत्मनिर्भर बना है।
रतलाम की तनीषा चोपड़ा ने पूछा कि युवावस्था में आपके प्रेरणा-स्त्रोत कौन थे? मुख्यमंत्री ने बताया कि मेरे प्रेरणा-स्त्रोत स्वामी विवेकानंद, भगवत गीता, श्रद्धेय स्व. अटल बिहारी वाजपेयी और वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। गुना के ऋषभ रघुवंशी ने पूछा कि आप अपने विभिन्न कार्यक्रमों में इतनी व्यस्तता के बीच मुख्यमंत्री जन सेवा मित्रों से जरूर मिलते हैं, आपके इस विनम्र स्वभाव से हम क्या सीख सकते हैं? मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यस्तता चाहे जितनी भी हो, आप समय निकाल सकते हैं।
युवाओं के साथ गाया गीत
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में युवाओं के बीच पहुँचकर “ओ नदिया चले, चले रे धारा-चंदा चले चले रे तारा तुझको चलना होगा” गीत युवाओं और कलाकारों के साथ गाया। जन सेवा मित्रों ने पर्यावरण पर केन्द्रित नुक्कड़ नाटक सहित विभिन्न प्रस्तुतियाँ दीं। मुख्यमंत्री ने वीसी से अशोकनगर, खण्डवा, जबलपुर, विदिशा से जुड़े जन सेवामित्रों के परिजनों से बात की। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान की पुस्तक ‘अग्रसर’ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने पाँच जन-सेवा मित्रों को उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए।