भाजपा सुझाव पेटी नहीं, समस्याओं के सुलझाव की पेटी रखे
कमलनाथ ने किया भाजपा पर हमला
भोपाल। भाजपा द्वारा विधानसभा क्षेत्रों में घोषणा पत्र को लेकर सुझाव पेटी रखने के फैसले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि भाजपा को ‘सुझाव पेटी’ की जगह जनता की समस्याओं के समाधान के लिए ‘सुलझाव पेटी’ लानी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि सुना है भाजपा अपने घोषणा पत्र के लिए विधानसभाओं में ‘सुझाव पेटी’ लेकर जा रही है। जनता सुझाव देने की जगह भाजपा से ये ‘सवाल’ पूछेगी कि सौदेबाजी कर आपने जनता की चुनी सरकार को क्यों गिराया मतलब हमारे ‘चुनाव-सुझाव’ के रूप में चुनी हुई सरकार को क्यों गिराया और ये भी कि कितने में गिराया, और ख़र्चा किया हुआ पैसा फिर कहाँ-कहाँ से कमाया? उन्होंने लिखा कि आज जब जनता का भाजपा पर ही विश्वास नहीं रहा है तो उसके घोषणापत्र पर क्या होगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा को ‘सुझाव पेटी’ की जगह जनता की समस्याओं के समाधान के लिए ‘सुलझाव पेटी’ लानी चाहिए, लेकिन भाजपा ऐसा नहीं करेगी क्योंकि लोगों को फ़ालतू के मुद्दों में उलझाये रखने दृ गुमराह करने में ही वो अपनी राजनीतिक सफलता मानती है। भाजपा याद रखे, न काठ की हांडी बार-बार चढ़ती है, न ‘भेड़िया आया-भेड़िया आया’ की कहानी हर बार चलती है।
जुमलों का झुनझुना साबित होगा घोषणा पत्र
कमलनाथ ने लिखा कि जनता भाजपा को कुछ सुझाव तो देगी। उन्होंने लिखा कि देश को और न बाँटें, नफ़रत और डर फैलाने का एजेंडा बंद करें, महिलाओं का अब और अपमान न करें, नौकरी-परीक्षा के घोटालों से जन्मी बेरोज़गारी से युवाओं को बचाएं, ग़रीबों, किसानों, मज़दूरों का शोषण रोकें, काम-कारोबार व विकास को भ्रष्ट नीतियों से न मारे, आदिवासियों-दलितों का उत्पीड़न-शोषण न करें, मुनाफ़ाख़ोरों से कमीशन खाकर महंगाई न बढ़ाएं, मध्यप्रदेश को भाजपाई भ्रष्टाचार का मॉडल न बनाए। भाजपा का घोषणा पत्र हर बार जुमलों का झुनझुना साबित होता है।