ग्वालियर-चंबल में आप, कांग्रेस के बाद भाजपा की बढ़ रही सक्रियता
केजरीवाल, प्रियंका के बाद अमित शाह बढ़ाएंगे सक्रियता
भोपाल। मालवा अंचल के बाद ग्वालियर-चंबल अंचल पर भाजपा और कांग्रेस की नजरें है। इस अंचल में आम आदमी पार्टी भी सक्रियता दिखा रही है। अंचल की 34 सीटों को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। कांग्रेस यहां पर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की ताकत को समझती है, इसी वजह से पूरी ताकत के साथ मैदान में सक्रिय है। वहीं भाजपा यहां पर नाराज नेताओं से जूझ रही है, जिसके चलते नेताओं को एकजुट करने में लगी है। इस अंचल में अब आम आदमी पार्टी ने भी अपनी सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है।
ग्वालियर-चंबल अंचल की 34 सीटों में से कांग्रेस को अधिक से अधिक सीटें मिलने का दावा कांग्रेस के आला नेता कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस ने इस अंचल में पूरी ताकत भी लगा दी है। खुद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह यहां सक्रिय हैं, उनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी लगातार वहां के दौरे कर रहे हैं। कांग्रेस ने इस अंचल में पिछले महीने प्रियंका गांधी की बड़ी सभा कराकर कार्यकर्ताओं में उत्साह जगाया है। कांग्रेस इस बार भी 2018 के विधानसभा चुनाव की तरह ही परिणाम की उम्मीद लगा रही है। इसके चलते विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा गोविंद सिंह खुद यहां पर सक्रियता दिखा रहे हैं। वहीं दिग्विजय सिंह की पुत्र जयवर्धन सिंह को भी कमलनाथ ने यहां पर सक्रिय किया हुआ है।
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी है, जिसने इस बार प्रदेश में पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी की है। आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यहां पर एक सभा कर चुके हैं। इसके बाद से आप की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल इस अंचल में ज्यादा सक्रियता दिखा रही है। आप का संगठन इस अंचल में पूरी ताकत के साथ मैदान में सक्रिय है।
भाजपा अमित शाह के जरिए साधेगी नेताओं को
भाजपा को इस अंचल में वैसे तो अन्य अंचलों की अपेक्षा ज्यादा अच्छे परिणामों की उम्मीद है, इसके पीछे भाजपा नेता अंचल के कद्दावर नेता और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की कार्यकर्ताओं में अच्छी पैठ को मानते हैं। तोमर के अलावा केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ भी यह अंचल माना जाता है। वहीं अन्य नेता जयभान सिंह पवैया, नरोत्तम मिश्रा आदि की इस अंचल में खासी सक्रियता है। मगर भाजपा के सामने सिंधिया समर्थकों को लेकर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की नाराजगी बड़ी समस्या बनी हुई है। इसे लेकर भाजपा ने अब इसी माह में यहां पर प्रदेश कार्यसमिति की बैठक करने का फैसला लिया है। इस बैठक में कार्यसमिति के पदाधिकारी तो उपस्थित रहेंगे, साथ ही संगठन करीब 12 सौ कार्यकर्ताओं और नेताओं को यहां बुलाना चाह रही है। इसके अलावा इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे। अमित शाह इस अंचल के नेताओं के बीच एकजुटता लाने का काम करेंगे। वैसे शाह के निर्देश पर अंचल में नरेन्द्र सिंह तोमर के अलावा कैलाश विजयवर्गीय भी सक्रियता दिखा रहे हैं।