समय से पहले ही ब्रेन को बूढ़ा बनाती हैं 5 गलत आदतें
इंसान का ब्रेन शरीर को सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक होता है. इसका हमारे शरीर पर पूरी तरह कंट्रोल होता है. यह हमारे विचारों, भावनाओं और कार्यों को भी नियंत्रण में रखने का काम करता है. इसलिए बेहतर है कि हमें मस्तिष्क को ध्यान में रखते हुए कार्य करना चाहिए, ताकि उसपर नकारात्मक प्रभाव नापड़े. हालांकि, कुछ युवाओं में ऐसी आदतें देखी गई हैं, जो ब्रेन पर नकारात्मक असर डाल रही हैं. ऐसा करने से आपका ब्रेन समय से पहले ही बूढ़ा हो सकता है. आइए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज कन्नौज के कम्युनिटी मेडिसिन के असिस्टेंट प्रोफेसर (डॉ.) अवधेश कुमार वर्मा से जानते हैं युवाओं की वो गलत आदतें जो उनके दिमाग को बूढ़ा बना रही हैं.
स्क्रीन का अधिक उपयोग
फोन, टैबलेट या कंप्यूटर पर अधिक समय बिताना नुकसानदायक साबित हो सकता है. यह सीधे तौर पर ब्रेन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं. स्क्रीन पर अधिक समय बिताने से आंखों में तनाव, सिरदर्द आदि की समस्या हो सकती है. ये लत ज्यादातर युवाओं में देखने को मिलती है. लेकिन ऐसा करना गलत है. बेहतर होगा कि स्क्रीन पर काम करने के दौरान बीच-बीच में ब्रेक लें.
ठीक से नींद न लेना
अनिद्रा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. ये सब जानते हुए भी युवा इससे अंजान होते हैं. बता दें कि, मस्तिष्क के समुचित कार्य के लिए नींद अत्यंत आवश्यक है. नींद की कमी से याददाश्त संबंधी समस्याएं, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और मूड में बदलाव हो सकता है. दिमाग को हेल्दी बनाए रखने के लिए कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूरी है.
अनहेल्दी फूड लेना
ब्रेन को दुरुस्त रखने के लिए अनहेल्दी फूड से दूरी बनाना बेहद जरूरी होता है. बता दें कि, अधिक चीनी, संतृप्त वसा और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ खाने से मस्तिष्क पर गलत असर पड़ सकता है. इस तरह के आहार से मस्तिष्क में सूजन हो सकती है, जिससे न्यूरॉन्स को नुकसान हो सकता है. ऐसे में जरूरी है कि हेल्दी भोजन लें. इसके लिए फलों, सब्जियों और साबुत अनाज खाएं.
एक्सरसाइज से दूरी
मस्तिष्क को हेल्दी रखने के लिए नियमित एक्सरसाइज बेहद जरूरी है. नियमित व्यायाम से शरीर को भी मजबूती मिलती है. युवाओं को अपनी सेहत ठीक रखने के लिए सुबह-शाम 25-30 मिनट तक एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए. ऐसा करने से संज्ञानात्मक कार्य, स्मृति और मनोदशा को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है.
तनाव में रहना
दीर्घकालिक तनाव मस्तिष्क पर गलत असर डाल सकता है. ऐसा करने से चिंता, अवसाद और याददाश्त की समस्याएं हो सकती हैं. बात दें कि, मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए ध्यान या गहरी सांस लेने जैसी तनाव-प्रबंधन तकनीकों का अभ्यास करना महत्वपूर्ण है. इसके प्रति युवाओं को अधिक जागरूक होने की जरूरत है.