मन की बात बताओ, पांच हजार ईनाम पाओ
लाड़ली बहनों एक और मौका, खातें में आएंगे पांच हजार
भोपाल। सरकार की लाड़ली बहना योजना की हितग्राहियों को लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग ने ईनाम पाने का एक और मौका दिया है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने हितग्राहियों से कहा है कि एक हजार रूपए उनके खातें आने पर उसका उपयोग वे कैसे कर रही हैं, इसे लेकर वे अपने मन की बात बताकर पांच हजार रूपए का ईनाम जीत सकती है।
दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की बहनों को स्वावलम्बी और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने के लिए लाड़ली बहना योजना का शुभारंभ कर लगभग 1 करोड़ 25 लाख बहनों के खातों में 1209.64 करोड़ रूपए की राशि अंतरित की थी। इसे लेकर महिला बाल विकास विभाग, हितग्राही बहनो को अपने मन की बात को साझा करने का मौका दे रहा है कि अपने खातों में आए एक हजार रूपए का उपयोग कैसे कर रही है। यदि उनके मन की बात, समाज मे महिला सशक्तिकरण और पोषण को बेहतर करने की दिशा में प्रेरणादायक होगी और उसका प्रस्तुतीकरण भी प्रभावी होगा, तो उसे सम्मानित किया जाएगा। विभाग ने इसे लेकर एक प्रतियोगिता का आयोजन किया है। प्रदेश की सर्वश्रेष्ठ 10 प्रविष्टियों को 5 हजार रूपये प्रति से पुरस्कृत किया जाएगा। यह पुरस्कार राशि विजेता लाड़ली बहनों के डीबीटी सक्रिय खाते में ही भेजी जाएगी। पोर्टल में प्रविष्टियॉं भेजने की अंतिम तिथि 5 जुलाई है।
प्रतियोगिता के नियम और शर्तें
प्रतियोगिता केवल मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की हितग्राही बहनों के लिये है। प्रतियोगिता में शामिल होने के लिये प्रतिभागी बहनों को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का पंजीयन क्रमांक लिखना अनिवार्य होगा। पंजीयन क्रमांक के बिना प्रविष्टि को रद्द माना जाएगा। प्रतिभागी बहनों को अपने खातें में यह पैसा पाकर आपको कैसा लगा, आप इन पैसों का क्या कर रही है, लाड़ली बहना योजना महिलाओं के सशक्तिकरण में कैसे उपयोगी रहेगी, इन तीन बिन्दुओं पर अपनी मन की बात लिखना अनिवार्य होगा। प्रतिभागी को प्रविष्टि के साथ अपना पूरा नाम, गाँव, शहर का पिनकोड, लाड़ली बहना योजना का पंजीयन क्रमांक और अपना मोबाइल नम्बर अनिवार्य रूप से लिखना होगा। एक प्रतिभागी द्वारा केवल एक ही प्रविष्टि स्वीकार की जाएगी। प्रविष्टियों का चयन और अंतिम निर्णय विशेषज्ञ पैनल द्वारा किया जाएगा। इस संबंध में कोई भी पत्राचार नहीं किया जाएगा।