भाजपा, कांग्रेस से दूरी बनाकर रहेगी गोंगपा
भोपाल। मध्यप्रदेश के महाकौशल में कभी मजबूत रहने वाली गोंडवाना गणतंत्र पार्टी इस बार अपने बूते पर ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। गोंगपा को भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेताओं पर इस बात का भरोसा नहीं है कि वे समझौते के अनुसार सीट पर बंटवारा करेंगे।
प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर छोटे दलों की सक्रियता बड़े दलों के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरने को लेकर है। मगर इस बार परिदृश्य बदला-बदला नजर आ रहा है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल छोटे दलों से फिलहाल दूरी बनाए हुए हैं। खासकर महाकौशल अंचल में आदिवासी वर्ग में पैठ जमाने वाली गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की दूरी बनी हुई है। इसके पीछे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का कई हिस्सों में विभाजन होना भी एक कारण है। दोनों दलों को इस बात का आभास है कि अब गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का वैसे वजूद नहीं है, जैसा कि बीते दस से पंद्रह सालों पहले था। यही वजह है कि अब तक दोनों ही दलों ने इस दल से संपर्क नहीं किया है। इसके चलते गोंगपा ने फिलहाल तो अपने बूते पर ही चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि पिछला चुनाव सपा के साथ मिलकर लड़ने के बाद इस बार सपा की ओर से भी कोई ठोस पहल गोंगपा पदाधिकारियों से नहीं की गई है।
हमें नहीं देंगे सीटः पोर्ते
गांगपा के प्रदेश अध्यक्ष अमान सिंह पोर्ते ने कहा कि भाजपा के साथ तो इस बार गठबंधन होने की संभावना नहीं है। इसके पीछे उनका कहना है कि अगर हमने भाजपा से गठबंधन किया तो हमारा खुद का वोट बैंक खिसक जाएगा। वहीं कांग्रेस की ओर से भी अभी तक कोई ऐसी बात नहीं हैं। हम कांग्रेस से वे सीट मांगेंगे जहां पर उनके वर्तमान में विधायक हैं, इस वजह से हमें उम्मीद नहीं है कि हमारा कांग्रेस के साथ गठबंधन हो। कांग्रेस हमें वर्तमान विधायकों वाली सीट नहीं देगी, जबकि इन्हीं सीटों पर हमारा संगठन मजबूत है।