धर्मांतरण, लव जिहाद पर तेज हुई तकरार
भाजपा ने बताया हिन्दू धर्म के खिलाफ साजिश, कांग्रेस ने कहा जहां लव होता है वहां जिहाद नहीं
भोपाल। प्रदेश में धर्मांतरण और लव जिहाद को लेकर सियासत तेज हो गई है। लगातार आ रहे मामलों को लेकर भाजपा इसे सोची समझी रणनीति के तहत हिन्दू धर्म के खिलाफ साजिश बता रही है। वहीं कांग्रेस से मामले को लेकर कह रही है कि जहां लव होता है, वहां जिहाद नहीं हो सकता।
छमोह के निजी स्कूल का रजिस्टेशन निरस्त करने के बाद धर्मांतरण कराने का जो मामला सामने आया, उसके बाद इस मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस नेता एक-दूसरे को घेरते नजर आ रहे हैं। इस माले में सियासत अब तेज होती जा रही है। इसे लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि मध्य प्रदेश में सिर्फ लव जिहाद नहीं चल रहा है, बल्कि जिहादी साम्राज्य खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं कांग्रेस सवाल खड़े कर रही है कि भाजपा की सरकार में ये सब कैसे चल रहा है।नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा है कि जहां लव होता है वहां जिहाद होता ही नहीं है। जहां प्यार होता है,ै वहां लट्ठ नहीं चलते।
गौरतलब है कि प्रदेश में धर्मांतरण और लव जिहाद जैसे मामले पूर्व में भी निकलकर सामने आ रहे हैं। मगर इस बार मामलों को लेकर सियासत कुछ ज्यादा गर्मा रही है। इन मामलों को लेकर दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस में पहले भी तकरार होती रही है। जब चुनाव सिर पर हैं, तो दोनों दल अपने-अपने तरीके से इसका इस मुद्दे को भुनाने का प्रयास कर रहे है।
इन मामलों ने गरमाई सियासत
प्रदेश में एनआईए और एसटीएफ की संयुक्त कार्यवाही में हिज्ब-उत-तहरीर के संदिग्धों की गिरफतारी के बाद जिस तरह से धर्मांतरण के मामले का खुलासा हुआ था इसके बाद से भाजपा इस मामले को लेकर विरोध कर रही है। इसके बाद हाल ही में दमोह के निजी स्कूल में प्राचार्य और दो शिक्षिकों के धर्मांतरण का मामला भी सामने आया, इसके बाद अब यह मामला ज्यादा तूल पकड़ रहा है। भाजपा और कांग्रेस दोनों एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
मंत्री ने कहा कलेक्टर ने जांच में छिपाए तथ्य
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि दमोह के गंगा जमुनी स्कूल की मान्यता को लेकर अधिकारियों ने नियम विरुद्ध काम किया है। दमोह कलेक्टर तथ्यों को छिपाकर स्कूल को बचाने का काम कर रहे थे। जिला शिक्षा अधिकारी को हटा कर लापरवाही मामले में जांच की जा रही है। धर्मांतरण, टेरर फंडिंग, पीएफआई कनेक्शन की लोगों को शंका हो रही है। इससे साफ है कि स्कूल संचालक देश के खिलाफ काम करने वाले लोगों के साथ काम कर रहे है। निजी स्कूलों में यूनिफॉर्म को लेकर नीति तैयार की जा रही है।