कांग्रेस में चेहरे को लेकर जारी है घमासान
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सज्जन वर्मा ने नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ खोला मोर्चा
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस में दिल्ली में हुई वरिश्ठ नेताओं की बैठक के बाद चेहरे को लेकर उठा विवाद अब भी जारी है। अपने नेता को चेहरा बताने की होड़ सी लगी हुई है। नेता प्रतिपक्ष डा गोविंद सिंह के बयान के बाद अब पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि गोविंद सिंह तो समाजवादी पार्टी से आए हैं, वरिश्ठ थे, इसलिए उन्हें नेता प्रतिपक्ष बना दिया। हमारे नेता तो कमलनाथ ही है, कांग्रेस उनके के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी और प्रदेश की जनता भी कमलनाथ के चेहरे पर वोट देगी।
मध्यप्रदेश कांग्रेस में लंबे समय से चेहरे को लेकर थमा विवाद एक बार फिर उठा है। दिल्ली बैठक में जब यह बात साफ हो गई थी कि विधायक ही चेहरे का चयन करेंगे। इसके बाद से लगातार इसे लेकर बयानबाजी का दौर चल पड़ा है। हर दिन कांग्रेस को कोई न कोई नेता इसे लेकर मुद्दा बनाते हुए अपने नेता के समर्थन में बयानबाजी करते नजर आ रहा है। हाल ही में ग्वालियर में नेता प्रतिपक्ष डा गोविंद सिंह ने यह बयान दिया था कि विधायक ही चेहरे का चयन करेंगे। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि हर कार्यकर्ता अपने नेता को मुख्यमंत्री बनता देखना चाहता हैं। हमारे समर्थक हमारे लिए पैरवी करते हैं, मगर मैं कार्यकर्ता हूं, मैं इस दौड़ में नहीं हूं। डा सिंह के इस बयान के बाद अब पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के समर्थक सज्जन सिंह वर्मा ने नेता प्रतिपक्ष के बयान को लेकर आज देवास में टिप्पणी कर दी है। वर्मा ने कहा कि गोविंद सिंह समाजवादी पार्टी से हमारी कांग्रेस पार्टी में आए हैं। 2018 में समाजवादी पार्टी से छतरपुर से एक विधायक बबलू शुक्ला चुनाव जीते थे। समाजवादियों की विचारधारा कभी भी ऐसी नहीं रही कि भाजपा से मेल खाये, लेकिन फिर भी बबलू शुक्ला भाजपा में शामिल हो गए। डॉ. गोविंद सिंह कभी कभी भूल जाते है, कि वो नेता प्रतिपक्ष बने है, तो क्या विधायकों ने उनको चुना है ? नहीं चुना….आप वरिष्ठ थे, तो हमने भी मान लिया कि इन्हें बना दो।
कमलनाथ हमारे नेता हैं और रहेंगे
वर्मा ने कहा कि कमलनाथ और कांग्रेस के नाम पर प्रदेश का वोट पढ़ेगा, और आम जनता की भावना कमलनाथ के साथ है कि सवा साल की सरकार में जिस तरह से सरकार चलाकर जो काम मध्यप्रदेश की धरती पर किया वो लोगों के लिए एक प्रेरणा का काम कर रहे हैं, तो अब जो गोविंद सिंह को जो कहना है, वो कहे…कमलनाथ हमारे नेता है, और रहेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें साफ कहा कि पार्टी के अंदर कोई विद्रोह जैसी बात नहीं है।
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस में दिल्ली में हुई वरिश्ठ नेताओं की बैठक के बाद चेहरे को लेकर उठा विवाद अब भी जारी है। अपने नेता को चेहरा बताने की होड़ सी लगी हुई है। नेता प्रतिपक्ष डा गोविंद सिंह के बयान के बाद अब पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि गोविंद सिंह तो समाजवादी पार्टी से आए हैं, वरिश्ठ थे, इसलिए उन्हें नेता प्रतिपक्ष बना दिया। हमारे नेता तो कमलनाथ ही है, कांग्रेस उनके के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी और प्रदेश की जनता भी कमलनाथ के चेहरे पर वोट देगी।
मध्यप्रदेश कांग्रेस में लंबे समय से चेहरे को लेकर थमा विवाद एक बार फिर उठा है। दिल्ली बैठक में जब यह बात साफ हो गई थी कि विधायक ही चेहरे का चयन करेंगे। इसके बाद से लगातार इसे लेकर बयानबाजी का दौर चल पड़ा है। हर दिन कांग्रेस को कोई न कोई नेता इसे लेकर मुद्दा बनाते हुए अपने नेता के समर्थन में बयानबाजी करते नजर आ रहा है। हाल ही में ग्वालियर में नेता प्रतिपक्ष डा गोविंद सिंह ने यह बयान दिया था कि विधायक ही चेहरे का चयन करेंगे। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि हर कार्यकर्ता अपने नेता को मुख्यमंत्री बनता देखना चाहता हैं। हमारे समर्थक हमारे लिए पैरवी करते हैं, मगर मैं कार्यकर्ता हूं, मैं इस दौड़ में नहीं हूं। डा सिंह के इस बयान के बाद अब पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के समर्थक सज्जन सिंह वर्मा ने नेता प्रतिपक्ष के बयान को लेकर आज देवास में टिप्पणी कर दी है। वर्मा ने कहा कि गोविंद सिंह समाजवादी पार्टी से हमारी कांग्रेस पार्टी में आए हैं। 2018 में समाजवादी पार्टी से छतरपुर से एक विधायक बबलू शुक्ला चुनाव जीते थे। समाजवादियों की विचारधारा कभी भी ऐसी नहीं रही कि भाजपा से मेल खाये, लेकिन फिर भी बबलू शुक्ला भाजपा में शामिल हो गए। डॉ. गोविंद सिंह कभी कभी भूल जाते है, कि वो नेता प्रतिपक्ष बने है, तो क्या विधायकों ने उनको चुना है ? नहीं चुना….आप वरिष्ठ थे, तो हमने भी मान लिया कि इन्हें बना दो।
कमलनाथ हमारे नेता हैं और रहेंगे
वर्मा ने कहा कि कमलनाथ और कांग्रेस के नाम पर प्रदेश का वोट पढ़ेगा, और आम जनता की भावना कमलनाथ के साथ है कि सवा साल की सरकार में जिस तरह से सरकार चलाकर जो काम मध्यप्रदेश की धरती पर किया वो लोगों के लिए एक प्रेरणा का काम कर रहे हैं, तो अब जो गोविंद सिंह को जो कहना है, वो कहे…कमलनाथ हमारे नेता है, और रहेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें साफ कहा कि पार्टी के अंदर कोई विद्रोह जैसी बात नहीं है।