मंत्री पर बेहिसाब संपत्ति अर्जित करने का आरोप
मंत्री ने कहा प्रमाण हों तो बताएं, नही ंतो करूंगा मानहानि का दावा
भोपाल। कांग्रेस ने नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह पर अपने मंत्रित्व काल में अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने इस मामले की जांच कराने की मांग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की है।
कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया और मप्र कांग्रेस सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पुनीत टंडन ने आज संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में ये आरोप लगाए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भूपेंद्र सिंह एवं उनके परिवार द्वारा वर्ष 2008 से वर्ष 2018 के मध्य अकूत संपत्ति एकत्रित की गई है तथा वर्ष 2018 के उपरांत भी मंत्री भूपेंद्र सिंह, उनके परिवार व उनके निकट रिश्तेदारों द्वारा करोड़ों रुपए की आय से अधिक संपत्ति एकत्रित की गई है, जो कि भूपेन्द्र सिंह द्वारा विधानसभा चुनाव वर्ष 2008, लोक सभा चुनाव वर्ष 2009, विधानसभा चुनाव वर्ष 2013 एवं विधानसभा चुनाव वर्ष 2018 के दौरान उनके द्वारा चुनाव आयोग के समक्ष प्रस्तुत शपथ पत्रों से स्पष्ट रूप से प्रदर्शित होता है। वर्ष 2013 एवं 2020 में प्रकाशित एडीआर रिपोर्टों को भी आधार बनाते हुए आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा मध्य प्रदेश में पिछले लगभग 19 वर्षों के शासन के दौरान अपने मंत्रियों के माध्यम से प्रदेश की जनता के साथ छलकर भारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। शासकीय योजनाओं में घोटाले करते हुए भाजपा के मंत्रियों ने अनुपातहीन संपत्तियां अर्जित की हैं।
पिताजी थे 12 गांव के मालगुजार : सिंह
कांग्रेस नेताओं के आरोप लगाने के बाद मंत्री भूपेंद्र सिंह पत्रकारवार्ता आयोजित कर अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि नया कुछ भी नहीं है। ये सारी चीजें है 2018 के इलेक्शन में डिक्लेरेशन में सारा दिया हुआ है। इनकम टैक्स के आरोप पर कहा कि मुझे आज तक कोई इनकम टैक्स का नोटिस नहीं मिला हैं। सिंह ने कहा कि मेरे स्वर्गीय पिताजी 12 गांव के मालगुजार थे और हमारे परिवार में उस समय 1200 एकड़ जमीन थी। हमारे पास सभी पुरानी संपत्ति है। इसको बनाने के लिए हमने विभिन्न बैंकों से 42 करोड़ का लोन लिया है। विधिवत लोन लेकर हमने इसको बनाया है। कांग्रेस के पास कोई प्रमाण है तो बताए, नही ंतो मानहानि का दावा करूंगा।
नहीं हुआ महाकाल लोक में भ्रष्टाचार
नगरीय विकास एवं आवास विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कांग्रेस को सबूत पेश करने की चुनौती दी है। इसके साथ ही महाकाल लोक में हुई तबाही के लिए कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराया है। मंत्री ने कहा कि, महाकाल लोक में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। यदि कांग्रेस आरोप लगा रही है तो इसके प्रमाण भी दें। उन्होंने कहा कि मूर्तियों के निर्माण की स्वीकृति कांग्रेस सरकार में दी गई थी। भाजपा सरकार ने कार्य में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में दो बार कांग्रेस ने भुगतान किया है।